Tratak kya hai, त्राटक करने से क्या होता है?, त्राटक कितनी देर तक करना चाहिए?, त्राटक कितना शक्तिशाली है?, त्राटक के प्रकार, त्राटक की शक्तियाँ, Tratak Kriya, Tratak kitne prakar ke hote hain, Tratak meditation. योग में अपने शरीर और मन को एकाग्र करने के अनेक तरीको का उल्लेख मिलता है जैसे विभिन्न प्रकार के आसन, प्राणायाम, ध्यान, आदि | "त्राटक ध्यान" का वर्णन भी हमे योगिक ग्रंथो में मिलता है जिसका अभ्यास करने से मन को एकाग्र करने में मदद मिलती है और विभिन्न प्रकार की शक्तियां प्राप्त होने लगती है | सदियों से लोग इस अभ्यास को करते आ रहे हैं और लाभ उठा रहे हैं | Tratak Karne Ke Adbhut Fayde aur vidhi Tratak Kya Hai? "त्राटक ध्यान" के अंतर्गत किसी एक बिंदु पर ध्यान को स्थिर रखने का अभ्यास किया जाता है | इस अभ्यास के सिद्ध होने पर अभ्यासकर्ता के अन्दर अद्भुत शक्तियां प्रकट होने लगती है | त्राटक के प्रकार : ये 2 प्रकार के होते हैं एक तो अन्तः त्राटक और दूसरा बाह्य त्राटक | अन्तः त्राटक में हम किसी वस्तु को देखके उसे आँख बंद करके हुबहू देखने का प्रयास करते है...
Lehsuniya Rana Rahasya In Hindi, लहसुनिया धारण करने के लाभ, कैसे ख़रीदे और प्रयोग करे केतु के रत्न का सफलता प्राप्त करने के लिए, ज्योतिषीय मार्गदर्शन.
क्या आप जानना चाहते हैं ऐसे रत्न के बारे में जो की आपको बचा सकता है बुरी नजरों से, बुरी शक्तियों से, दे सकता है अचानक लाभ तो पढ़े ये लेख. जानिए एक शक्तिशाली रत्न के बारे में जो की खोल सकता है सफलता के रास्ते आपके लिए. दे सकता है आंतरिक शक्ति जीवन जीने के लिए.
ये रत्न है लहसुनिया , इसे अंग्रेजी में cats eye भी कहते है क्यूंकि दिखने में ये बिल्ली की आँख की तरह लगता है. इसे cymophane भी कहते हैं.
केतु का रत्न होने से लहसुनिया में बहुत सी खूबियाँ है और इसके लाभ भी बहुत है. बहुत सी परेशानियों से ये हमे बचा सकता है.
केतु की कृपा प्राप्त करने हेतु इस रत्न का स्तेमाल किया जा सकता है. जीवन में अचानक मुसीबत का कारण केतु हो सकता है, नकारात्मक उर्जाओं से परेशानी का कारण केतु हो सकता है अतः कुंडली में केतु की स्थिति का ज्ञान होना चाहिए जिससे की सही कदम उठा के सफल जीवन जिया जा सके.
क्या आप जानना चाहते हैं ऐसे रत्न के बारे में जो की आपको बचा सकता है बुरी नजरों से, बुरी शक्तियों से, दे सकता है अचानक लाभ तो पढ़े ये लेख. जानिए एक शक्तिशाली रत्न के बारे में जो की खोल सकता है सफलता के रास्ते आपके लिए. दे सकता है आंतरिक शक्ति जीवन जीने के लिए.
lahsuniya ke fayde in hindi |
ये रत्न है लहसुनिया , इसे अंग्रेजी में cats eye भी कहते है क्यूंकि दिखने में ये बिल्ली की आँख की तरह लगता है. इसे cymophane भी कहते हैं.
केतु का रत्न होने से लहसुनिया में बहुत सी खूबियाँ है और इसके लाभ भी बहुत है. बहुत सी परेशानियों से ये हमे बचा सकता है.
केतु की कृपा प्राप्त करने हेतु इस रत्न का स्तेमाल किया जा सकता है. जीवन में अचानक मुसीबत का कारण केतु हो सकता है, नकारात्मक उर्जाओं से परेशानी का कारण केतु हो सकता है अतः कुंडली में केतु की स्थिति का ज्ञान होना चाहिए जिससे की सही कदम उठा के सफल जीवन जिया जा सके.
कौन धारण कर सकता है केतु रत्न लहसुनिया?
छाया ग्रह केतु की शक्ति को बढ़ाने के लिए प्रयोग किया जा सकता है लहसुनिया का. कालसर्प से ग्रस्त लोगो के लिए भी ये रत्न बहुत लाभदायक हो सकता है, नजर दोष से अगर कोई ग्रस्त है तो वो भी इसके स्तेमाल से लाभ प्राप्त कर सकता है.
ये उन लोगों के लिए भी अच्छा है जो की कानूनी समस्याओं से गुजर रहे हो, उन लोगो को भी लाभ हो सकता है जो किसी बिमारी से ग्रस्त हो और साधकगण भी लहसुनिया का स्तेमाल कर के बहुत आगे बढ़ सकते हैं.
आइये जानते हैं लहसुनिया रत्न के लाभ:
वैसे तो ऊपर ये बताया गया है की किन लोगो के लिए ये शुभ हो सकता है परन्तु आइये जानते हैं इसके कुछ और लाभ –
- ये गंभीर बिमारिओं से हमारी रक्षा कर सकता है.
- ये बुरी नजर से हमे बचाता है.
- लहसुनिया को धारण करने से साहस में वृद्धि होती है, आत्मबल बढ़ता है.
- अदृश्य बुरी शक्तियों से रक्षा होती है.
- कानूनी समस्याओं से भी लाभ दे सकता है.
- ये रत्न जादूगरों, सम्मोहन करने वालो के लिए, दार्शनिको के लिए भी बहुत उपयोगी सिद्ध हो सकता है.
- वैज्ञानिको, ज्योतिष, चिंतको के लिए भी ये एक उचित रत्न साबित हो सकता है.
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सबसे पहले ज्योतिष से सलाह लेके अपने लिए लहसुनिया का वजन पता करे फिर सोना, पंचधातु या फिर अष्ट धातु में इसे बनवाये और पंचोपचार पूजा करके केतु के मंत्र का यथाशक्ति जप करे और श्रद्धा से इसे धारण करे.
कैसे धारण करे लहसुनिया रत्न?
सबसे पहले ज्योतिष से सलाह लेके अपने लिए लहसुनिया का वजन पता करे फिर सोना, पंचधातु या फिर अष्ट धातु में इसे बनवाये और पंचोपचार पूजा करके केतु के मंत्र का यथाशक्ति जप करे और श्रद्धा से इसे धारण करे.
क्या क्या सावधानी रखे लहसुनिया रत्न धारण करने से पहले?
- इस रत्न में कोई दरार न हो.
- पञ्च धातु, सोना या फिर अष्टधातु में इसे बनवाये.
- इसे बनाने के लिए सही महूरत का ध्यान रखे और अच्छे मुहुर्त में ही धारण भी करे.
- पूजापाठ करे धारण करने से पहले
केतु का रत्न बहुत ही शक्तिशाली होता है और अगर सही तरीके से धारण किया जाए तो इसमें कोई शक नहीं की जीवन खुशियों से भर सकता है.
अतः अगर परेशानियों का पता नहीं चल रहा हो, अगर समय पूरी तरह से नकारात्मक हो गया हो , अगर कुछ भी समझ न आ रहा हो तो ज्योतिष से सलाह लेके सफलता के रास्ते खोले.
अतः अगर परेशानियों का पता नहीं चल रहा हो, अगर समय पूरी तरह से नकारात्मक हो गया हो , अगर कुछ भी समझ न आ रहा हो तो ज्योतिष से सलाह लेके सफलता के रास्ते खोले.
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