Hanuman Jayanti Kab Hai 2025, हनुमान जन्मोत्सव 2025 कब मानेगा, क्या करें हनुमान जयंती पर, हनुमान जन्मोत्सव के उपाय. Hanuman Jayanti 2025 : हर साल हनुमान जयन्ती चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है, 2025 में पूर्णिमा तिथि १२ अप्रैल को लगभग 3:23 AM पे शुरू होगी और १३ अप्रैल को सुबह लगभग 5:32 AM तक रहेगी. अतः इस साल हनुमान जयंती 12 अप्रैल, शनिवार को मनाई जाएगी। इस दिन हनुमानजी के भक्त बहुत ही धूम धाम से भगवान् के पूजन का आयोजन करते हैं, कीर्तन होता है, भंडारे होते हैं. Hanuman Jayanti Kab Hai इस बार हनुमान जयंती पर मीन राशि में पंचग्रही योग बना रहेगा गोचर कुंडली में साथ ही बुधादित्य योग और लक्ष्मी नारायण योग भी बना रहेगा. Hanuman Jayanti 2025 श्री राम के भक्त हनुमानजी चिरंजीवी हैं और इसीलिए कलयुग में इनकी पूजा से बहुत शीघ्र फल प्राप्त होते हैं. Watch Video here Hanuman Jayanti par kaise prasann karen hanuman ji ko ? हनुमान जयंती पर क्या करें? : Hanuman Jayanti 2025 इस दिन हनुमानजी को चोला चढ़ाना शुभ रहता है....
Rambha Vrat Ka Mahatwa In Hindi, रम्भा तीज का महत्तव, कौन है देवी रम्भा, कैसे प्रसन्न करें अप्सरा रम्भा को, सुन्दरता और सफलता के लिए पूजा .
हिन्दू पौराणिक कथाओं के अनुसार ज्येष्ठ महीने के शुक्ल पक्ष के तीसरे दिन एक विशेष त्यौहार मनाया जाता है जिसका नाम है रम्भा तीज या रम्भा तृतीय, ये उत्सव उत्तर भारत में हर्षोल्लास से मनाया जाता है अप्सरा रम्भा की याद में और उनसे आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए.
महिलायें इस दिन उपवास रखके अप्सरा रम्भा की पूजा करती है और उनसे सुन्दरता, समृद्धि आदि की कामना करती है.
ऐसी मान्यता है की समुद्र मंथन के दौरान देवी रम्भा का प्रकटीकरण हुआ था.
हिन्दू पौराणिक कथाओं के अनुसार देवलोक की अति सुन्दर अप्सरा जो की नृत्य कला में कुशल है, वाद्यों का प्रयोग करने में कुशल है साथ ही जो किसी भी तपस्वी की तपस्या भंग करने में कुशल है , वो है अप्सरा रम्भा. मान्यता के अनुसार देवराज इन्द्र किसी भी तपस्वी की परीक्षा लेने इन्ही को भेजते हैं. रम्भा धन के देवता कुबेर के पुत्र नालकुवर की पत्नी भी है.
हिन्दू पौराणिक कथाओं के अनुसार ज्येष्ठ महीने के शुक्ल पक्ष के तीसरे दिन एक विशेष त्यौहार मनाया जाता है जिसका नाम है रम्भा तीज या रम्भा तृतीय, ये उत्सव उत्तर भारत में हर्षोल्लास से मनाया जाता है अप्सरा रम्भा की याद में और उनसे आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए.
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Rambha Vrat Ka Mahatwa In Hindi |
महिलायें इस दिन उपवास रखके अप्सरा रम्भा की पूजा करती है और उनसे सुन्दरता, समृद्धि आदि की कामना करती है.
ऐसी मान्यता है की समुद्र मंथन के दौरान देवी रम्भा का प्रकटीकरण हुआ था.
आइये जानते है की कौन है रम्भा ?
हिन्दू पौराणिक कथाओं के अनुसार देवलोक की अति सुन्दर अप्सरा जो की नृत्य कला में कुशल है, वाद्यों का प्रयोग करने में कुशल है साथ ही जो किसी भी तपस्वी की तपस्या भंग करने में कुशल है , वो है अप्सरा रम्भा. मान्यता के अनुसार देवराज इन्द्र किसी भी तपस्वी की परीक्षा लेने इन्ही को भेजते हैं. रम्भा धन के देवता कुबेर के पुत्र नालकुवर की पत्नी भी है.
आइये अब जानते हैं रम्भा तीज उपवास के बारे में:
- जो महिलाए अपनी व्यक्तिगत जीवन में परेशान है, जो जीतना चाहती है अपने पति के दिल को, जो चाहती है धन, वैभव, मान – सम्मान, प्रेम जीवन में उनके लिए रम्भा तृतीय का त्यौहार महत्वपूर्ण है. सभी महिलाए रम्भा अप्सरा की पूजा से लाभ काम सकती है.
- अगर किसी के पति उनसे प्रेम नहीं करते हैं,
- अगर कोई मनचाहा पति चाहती है.
- अगर कोई किसी का दिल जीतना चाहती है.
- अगर कोई स्वस्थ शारीर चाहती है तो उनके लिए रम्भा पूजा एक अच्छा विकल्प हो सकता है.
- अप्सरा रम्भा प्रतिक है सुन्दरता का.
- अप्सरा रम्भा प्रतिक है ख़ुशी का.
- देवी रम्भा प्रतिक है बुध्ही का साथ ही सम्पन्नता का. अतः इनकी कृपा प्राप्त करके महिलाए सफल जीवन जी सकती है.
- देवी रंभ की पूजा आपको दे सकता है सौभाग्य, आरोग्य, धन, चुम्बकीय व्यक्तितित्व
अप्सरा रम्भा को प्रसन्न करने का आसान उपाय और मंत्र:
इनको स्वच्छता पसंद है, सुन्दरता पसंद है, सुगंध पसंद है अतः इनकी पूजा से पहले शुद्ध जल से नहाके , गुलाब जल से नाहा के फिर इनको दीपक, अच्छा इतर, अलग अलग प्रकार के भोग, पुष्प अदि अर्पित करना चाहिए.
फिर इनका मंत्र पाठ करना चाहिए :
"ॐ रम्भाये नमः"
"ॐ रम्भाये नमः"
आप प्राप्त कर सकते हैं सुन्दरता इनकी कृपा से.
आप प्राप्त कर सकती है सम्पन्नता देवी रम्भा की कृपा से.
आप पा सकते हैं सफलता इनकी पूजा से.
Rambha Vrat Ka Mahatwa In Hindi, रम्भा तीज का महत्तव, कौन है देवी रम्भा, कैसे प्रसन्न करें अप्सरा रम्भा को, सुन्दरता और सफलता के लिए पूजा .
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