Narayan Astra Mantra Ke Fayde Aur Lyrics, क्यों पढना चाहिए नारायण अस्त्र मन्त्र, किनके लिए बहुत फायदेमंद है | नारायण अस्त्र, भगवान विष्णु की कृपा से भक्तो की रक्षा करते हैं जो भी नारायण अस्त्र मंत्र का पाठ करते हैं उनकी रक्षा स्वयं नारायण करते हैं | ये मंत्र एक शातिशाली कवच है जिसको भेदना इस ब्रह्माण्ड में किसी के बस की बात नहीं है | इस मंत्र में भगवन श्री हरी से सभी प्रकार की बुरी शक्तियों से बचाने के लिए प्रार्थना की गई है जैसे बीमारियाँ, सभी प्रकार के दोष, सभी प्रकार के बाधाएं आदि | इस मंत्र में शत्रुओं के नाश के लिए भी प्रार्थना की गई है | जीवन का ऐसा कोई संकट नहीं जो नारायण अस्त्र मंत्र के पाठ से दूर नहीं हो सकता हो | Narayan Astra Mantra Ke Fayde Aur Lyrics जो मनुष्य प्रतिदिन तीनो काल में नारायण अस्त्र का जाप करता है उसे दीर्घायु, स्वास्थ्य, धन, विद्या, पराक्रम और हर प्रकार के सुखों की प्राप्ति होती है । इसके विधान में बताया गया है की - जो कोई भी इस मंत्र का भक्ति और संयम के साथ पाठ करता है वह विष्णु जी की कृपा से सुरक्षित हो जाता है, कोई भी विष उसका ...
कैसे बढ़ाये एकाग्रता, कैसे पायें अंदरूनी ताकत, फ्री मे जानिए ध्यान की आसान विधी.
ध्यान या फोकस सफलता के लिए अति आवश्यक है, बिना एकाग्रता के सफलता के चरम को जल्दी छूना आसान नहीं है. अतः कुछ अभ्यास करना जरुरी होता है जिससे की एकाग्रता बढे.
धयान करने वाले अक्सर ऐसा कहते है की आँखे बंद करते ही विचार आने लगते है इसीलिए ध्यान नहीं लगता है, ध्यान नहीं कर पाता हूँ पर ऐसे लोगो को ये बताना चाहेंगे की विचारो का आना ही ये बताता है की हम कुछ कर रहे है, अतः इससे परेशान होके अभ्यास नहीं चोदना चाहिए.
प्राम्भिक ध्यान करने वालो के लिए विचारो से मुक्ति आसान नहीं होती है अतः इसके लिए “वास्तु ध्यान” करना चाहिए. इससे निश्चित ही जल्दी एकाग्रता को हासिल किया जा सकता है.
tratak dhyan ke fayde janiye |
धयान करने वाले अक्सर ऐसा कहते है की आँखे बंद करते ही विचार आने लगते है इसीलिए ध्यान नहीं लगता है, ध्यान नहीं कर पाता हूँ पर ऐसे लोगो को ये बताना चाहेंगे की विचारो का आना ही ये बताता है की हम कुछ कर रहे है, अतः इससे परेशान होके अभ्यास नहीं चोदना चाहिए.
प्राम्भिक ध्यान करने वालो के लिए विचारो से मुक्ति आसान नहीं होती है अतः इसके लिए “वास्तु ध्यान” करना चाहिए. इससे निश्चित ही जल्दी एकाग्रता को हासिल किया जा सकता है.
आइये क्या होता है वास्तु ध्यान?
इसके अंतर्गत हम किसी बिंदु, फोटो, दिए की लौ, बीज मन्त्र आदि पर ध्यान करते हैं खुली आँखों से. इससे विचार जल्दी ही चले जाते हैं .
आइये अब जानते हैं की वास्तु ध्यान कैसे करे?
- इसके लिए एक शांत जगह होना जरुरी है.
- अपने मोबाइल को बंद कर दे अभ्यास समय के दौरान.
- किसी भी सुखासन पर बैठे जिससे की आप ज्यादा देर तक बैठ सके.
- ढीले कपडे ही पहने जिससे आप आराम से ज्यादा देर तक बैठ सके.
- अपने सामने कुछ दुरी पर फोटो या दिया रख दे.
- अब कुछ देर के लिए गहरी सांसे लीजिये और दिमाग को एकाग्र करिए .
- अब आप सामने रखे दिए या फोटो के केंद्र पर खुली आँखों से देखना शुरू करिए जब तक देख सकते हैं फिर अपनी आखो को बंद करिए और महसूस करिए अपनी अन्दर की दुनिया को.
- ऐसा लगातार करने से आप अपने अन्दर धीरे धीरे बदलाव महसूस करेंगे.
- अभ्यास के दौरान अल्कोहल या किसी भी प्रकार नशा मत करिए.
योग मे इस अभ्यास को त्राटक के नाम से भी जानते हैं.
नोट:
अगर आप वास्तु ध्यान कर रहे है तो दिन मे कई बार ठन्डे पानी से आँखों को धोना मत भूलिए और साथ ही गुलाब जल भी डाला करिए.
अगर आप वास्तु ध्यान कर रहे है तो दिन मे कई बार ठन्डे पानी से आँखों को धोना मत भूलिए और साथ ही गुलाब जल भी डाला करिए.
आइये अब जानते है की कैसे हम अपने मोबाइल और कंप्यूटर के जरिये भी एकाग्रता बढ़ा सकते हैं:
कैसे बढ़ाये एकाग्रता, कैसे पायें अंदरूनी ताकत, फ्री मे जानिए ध्यान की आसान विधी.
अगर आपके पास ज्यादा समय नहीं है तो आप कुछ क्षणों के लिए निचे दिए गए फोटो को देख कर भी एकाग्रता का अभ्यास कर सकते हैं.
dhyan chakra 1 |
meditation object |
dhyan chakra 2 |
आप अपने खाली समय का उपयोग इस अभ्यास के लिए कर सकते हैं और अपने याददाश्त को बढ़ा सकते हैं.
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