Nakshatra Shanti Strotram ke Fayde in Hindi, नक्षत्र शांति स्त्रोत्रम, नक्षत्र शांति पाठ, नक्षत्र दोष निवारण, दुर्भाग्य दूर करने के उपाय, नक्षत्र शांति स्त्रोत्रम का लाभ. Nakshatra Shanti Strotram: हर जातक का जन्म एक विशेष नक्षत्र में होता है जिसका प्रभाव उनके जीवन में देखा जाता है | कुल मिलाकर 27 नक्षत्र होते हैं जिनमे से कुछ शुभ और कुछ अशुभ फल प्रदान करते हैं अतः ऐसे में अगर हम "नक्षत्र शांति स्त्रोत्रम" का पाठ करें तो हमे जीवन में बहुत फायदा देखने को मिलेगा | Nakshatra Shanti Strotram ke Fayde in Hindi क्या हैं नक्षत्र चंद्रमा पृथ्वी की पूरी परिक्रमा 27.3 दिनों में करता है और 360 डिग्री की इस परिक्रमा के दौरान सितारों के 27 समूहों के बीच से गुजरता है। सितारों के समूहों को नक्षत्र कहा जाता है। आइये जानते हैं 27 नक्षत्र कौन से हैं ?: अश्विन नक्षत्र, भरणी नक्षत्र, कृत्तिका नक्षत्र, रोहिणी नक्षत्र, मृगशिरा नक्षत्र, आर्द्रा नक्षत्र, पुनर्वसु नक्षत्र, पुष्य नक्षत्र, आश्लेषा नक्षत्र, मघा नक्षत्र, पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र, उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र, हस्त नक्षत्र...
जनमष्टमी मे कौन सी पूजाएँ शुभ होती है, कौन सी पूजाएँ की जाती है गोकुलाष्ट्मी मे , कैसे करे इच्छाएं पूरी कृष्ण जन्माष्टमी मे .
Janmashtmai Mai kaun si puja |
जन्माष्टमी का दिन अति महत्त्वपूर्ण है और इस दिन अनेक प्रकार की पूजाए होती है.
- संतान गोपाल कृष्ण पूजा
- संतान गोपाल मंत्र का जप
- कृष्णा का अभिषेक और अर्चन
- विष्णु शाश्त्रनाम का जप
- माखन अभिषेक द्वारा शुभता कैसी आएगी ?
- कृष्णा और बलराम की पूजा क्यों करना चाहिए ?
- राधा कृष्णा की पूजा साथ मे क्यों करे?
हर जगह कृष्णा का जन्मदिन बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है. शाश्त्रो से प्राप्त जानकारी के अनुसार कृष्णा का जन्म भाद्रपद के कृष्णा पक्ष मे अष्टमी तिथि को हुआ था , इस दिन रोहिणी नक्षत्र था. ये दिन गोकुल अष्टमी के नाम से भी जाना जाता है.
भाद्रपद महीने में कृष्णा पक्ष की अष्टमी तिथि को बहुत महत्त्वपूर्ण माना जाता है साधना के दृष्टि से, पूजा पाठ की दृष्टि से.
आइये जानते है कुछ पूजाओ का महत्त्वा जन्माष्टमी के दिन:
- इस दिन संतान गोपाल साधना उन लोगो के लिए उचित है जो स्वस्थ संतान की कामना रखते हैं. अगर किसी को संतान होने में समस्या आ रही है, गर्भ धारण नही हो रहा है, गर्भ गिर जाता है या नजर लगती है तो संतान गोपाल की पूजा लाभदायक हो सकती है. बाल गोपाल भक्त की बुरी शक्तियों से रक्षा करते हैं और स्वस्थ संतान का आशीर्वाद देते हैं. इस पूजा के अंतर्गत विधि विधान से बाल गोपाल की पूजा करके हवन आदि किया जाता है और आशीर्वाद माँगा जाता है.
- अगर कोई कृष्णा से आशीर्वाद चाहते हैं तो उन्हें कृष्णा के किसी भी मंत्र का जप और उससे उनका अभिषेक करना चाहिए, ये भी शुभता लाता है जीवन में. इसके लिए १०८ ये १००८ मंत्रो का जप करते हुए माखन, दूध, शहद, घी , पंचामृत से अभिषेक करके शुभता लाया जा सकता है.
- अगर किसी को अपने भाई से सम्बन्ध अच्छे करने हो तो उनको कृष्णा-बलराम की साथ में पूजा करनी चाहिए. इससे भाइयो के बीच की दुरी कम होगी और सम्बन्ध मजबूत होंगे.
- अगर किसी को वैवाहिक जीवन में समस्या आ रही हो, प्रेम जीवन में समस्या आ रही हो तो राधा-कृष्णा की साथ में पूजा करके आशीर्वाद प्राप्त करना चाहिए. प्रेमियों के लिए ये उत्तम पूजा है.
- अगर कोई अपनी माता से सम्बन्ध मजबूत करना चाहता हो या उनके स्वास्थ्य के लिए पूजा करना चाहता हो तो इसके लिए कृष्णा के साथ यशोदा और देवकी माता की पूजा करके प्रार्थना करना चाहिए.
इस प्रकार विभिन्न पूजाओ द्वारा जन्माष्टमी को सफल बना सकते हैं और जीवन को सफल बना सकते हैं.
|| श्री कृष्णाय नमः ||
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