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Latest Astrology Updates in Hindi

Budh ka tula rashi me gochar ka rashifal in hindi jyotish

बुध का तुला राशि में गोचर कब होगा, वैदिक ज्योतिषी की भविष्यवाणी, Mercury transit in libra 2025 predictions, 12 राशियों पर बुध के तुला राशि में गोचर का क्या होगा प्रभाव, love rashifal, Budh ka tula rashi me gochar ka rashifal in hindi jyotish. Budh Ka Gochar Tula Rashi Mai 2025: बुध ग्रह 23 November, रविवार को रात्री में लगभग 8:08 बजे तुला राशि में प्रवेश करेंगे जो की इनकी मित्र राशि है | इसके कारण हमे बाजार में और लोगो के जीवन में काफी सकारात्मक प्रभाव देखने को मिलेंगे | बुध ग्रह व्यापार, वाणिज्य, मस्तिष्क शक्ति, बैंकिंग, तर्क आदि से संबंधित है, इसलिए देश और दुनिया में बड़े बदलाव देखे जा सकते हैं। बाजार में अच्छे बदलाव होंगे, शेयर बाजार में भी बड़े बदलाव दिखाई देंगे, नई नीतियां बनाकर व्यवसायी आगे बढ़ेंगे, बाजार में धन का रोटेशन बढेगा|  Budh Ka Gochar Tula Rashi Mai 2025 Budh ka tula rashi me gochar ka rashifal in hindi jyotish बुध ग्रह का मंत्र है: ||Om Braam breem braum sah budhaay namah|| || ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं स: बुधाय नम: || Check Rashifal On YouTube आइए जानते ह...
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Shani Margi Kab honge Kya Prabhav Hoga 12 Rashiyo Par

Shani Margi Kab honge 2025, मार्गी शनि का 12 राशियों पर क्या असर होगा?, नवंबर 2025 में शनि मार्गी होने से कौन सी राशियां प्रभावित होंगी?, शनि के मार्गी होने पर 12 राशियों का राशिफल| Shani Margi 2025:  9 ग्रहों में शनि को सबसे क्रूर और प्रभावशाली माना जाता है, इनका सम्बन्ध न्याय से है इसीलिए जब भी शनि ग्रह गोचर कुंडली में अपनी स्थिति या गति को बदलते हैं तो उसका असर सभी तरफ देखने को मिलता है | 28 नवंबर 2025 शुक्रवार को सुबह लगभग  7:20 पर शनि ग्रह मीन राशि में मार्गी होंगे अर्थात सीधी चाल चलने लगेंगे जो की बहुत बड़ी घटना होगी और काफी ज्यादा प्रभाव हमे सब तरफ देखने को मिलेगा | जब शनि मार्गी होता है, तो वक्री अवस्था के धीमे, कर्म संबंधी सबक आगे बढ़ने लगते हैं।  ज़िम्मेदारियाँ बढ़ जाती हैं, और कर्म के परिणाम तेज़ हो जाते हैं। चूँकि शनि मीन राशि में है - जो आध्यात्मिकता, अंतर्ज्ञान, करुणा और विलीनता का प्रतीक है - यह परिवर्तन भावनात्मक सीमाओं, अनुशासन, रचनात्मकता और आध्यात्मिक विकास को प्रभावित करता है।   Shani Margi Kab honge Kya Prabhav Hoga 12 Rashiyo Par  ...

RinHarta Ganesh Stotra With Lyrics And Hindi Meaning

RinHarta Ganesh Stotra With Lyrics And Hindi Meaning, ऋणहर्ता गणेश स्तोत्र | तुरंत फल देने वाला ऋण हर्ता गणेश स्त्रोत्रम.  RinHarta Ganesh Stotra:  यह स्तोत्र भगवान गणेश के उस दिव्य रूप का स्मरण कराता है जो भक्तों के जीवन से ऋण, बाधाएँ, कष्ट और आर्थिक तंगी जैसी समस्याओं को दूर करने वाला माना जाता है। नियमित रूप से श्रद्धा और शुद्ध भाव से इसका पाठ करने से मन में आत्मविश्वास बढ़ता है, नकारात्मकता दूर होती है और जीवन में स्थिरता तथा समृद्धि का मार्ग खुलता है। यह स्तोत्र मानसिक शांति प्रदान करता है और व्यक्ति को अपने कार्यों में सफल होने की प्रेरणा देता है। मान्यता है कि भगवान गणेश की कृपा से असमर्थता दूर होकर जीवन में उन्नति और सौभाग्य की प्राप्ति होती है। साधक हर प्रकार के ऋण, दुःख और दरिद्रता से मुक्ति पाता है. RinHarta Ganesh Stotra With Lyrics And Hindi Meaning सुनिए YouTube में  Lyrics Of RinHarta Ganesh Strotram : विनियोगः ॐ अस्य श्रीऋण-हरण-कर्तृ-गणपति-मन्त्रस्य सदा-शिव ऋषिः, अनुष्टुप छन्दः, श्रीऋण-हर्ता गणपति देवता, ग्लौं बीजं, गं शक्तिः, गों कीलकं, मम सकल...

Saptahik Rashifal

Saptahik Rashifal Aur Panchang, 16 से 22 नवंबर 2025 तक की भविष्यवाणियां| प्रेम जीवन की भविष्यवाणी, आने वाले सप्ताह में किस राशि के जातकों को लाभ मिलेगा, आने वाले सप्ताह के महत्वपूर्ण दिन और राशिफल, जानें आने वाले सप्ताह में कितने सर्वार्थ सिद्धि योग मिलेंगे। Saptahik Rashifal : ज्योतिष में चंद्रमा के गोचर पर आधारित साप्ताहिक भविष्यवाणियाँ महत्वपूर्ण होती हैं क्योंकि चंद्रमा हमारी भावनाओं, सहज प्रवृत्तियों और दैनिक मनोदशाओं को नियंत्रित करता है। सबसे तेज़ गति से चलने वाला खगोलीय पिंड होने के नाते, यह लगभग हर 2.25 दिनों में राशि बदलता है, जिससे साप्ताहिक आधार पर हमारी भावनाओं, प्रतिक्रियाओं और दूसरों के साथ जुड़ाव पर असर पड़ता है। विभिन्न राशियों में चंद्रमा के गोचर और अन्य ग्रहों पर इसके प्रभावों पर नज़र रखकर, ज्योतिषी सप्ताह के दौरान भावनात्मक रुझानों, विकास के अवसरों और संभावित चुनौतियों के बारे में जानकारी प्रदान कर सकते हैं। ये भविष्यवाणियाँ व्यक्तियों को अपनी गतिविधियों को ब्रह्मांडीय लय के साथ संरेखित करने में मदद करती हैं—संचार, निर्णय लेने, आत्म-देखभाल या आत्मनिरीक्षण के ल...

Surya ka Vrischik Rashi Mai Gochar ka rashifal

Surya ka Vrischik Rashi mai gochar ka Fal, सूर्य वृश्चिक राशि में कब जायेगा 2025, आइये जानते है वृश्चिक संक्रांति का महत्त्व, राशिफल, Sun transit in Scorpio , surya gochar | सन 2025 में 16 नवम्बर रविवार को दिन में लगभग 1:25 पे सूर्य अपने नीच राशि तुला को छोड़कर अपने मित्र राशि वृश्चिक में गोचर करेंगे जिसके कारण विभिन्न राशि के लोगो को अलग अलग प्रकार के लाभ होंगे | यहाँ पर पहले से ही बुध विराजमान हैं जिसके कारण गोचर कुंडली में बुधादित्य योग भी बना रहेगा वृश्चिक राशि में | वैदिक ज्योतिष अनुसार सूर्य ग्रह साल में 12 बार राशि बदलते हैं, सूर्य के राशि परवर्तन को संक्रांति कहते हैं | इस लेख में हम जानेंगे की सूर्य जब वृश्चिक राशि में प्रवेश करेंगे तो 12 राशियों के ऊपर क्या असर होगा | वैदिक ज्योतिष के अनुसार सूर्य ग्रह पिता, सरकारी नौकरी, यात्रा, नाम, प्रसिद्धि, नेतृत्व क्षमता आदि से संबंधित है। जन्म कुंडली में सूर्य की शुभ स्थिति सफल जीवन जीने में मदद करती है, जबकि अशुभ सूर्य जातक को मजबूर करता है। एक असंतुष्ट जीवन व्यतीत करना। सूर्य के वृश्चिक राशि में गोचर को वृश्चिक-संक्रांति कहते...

Subh Shukra Ke Kya Sanket Hote Hai

“कौन से संकेत बताते हैं कि जीवन में शुक्र ग्रह हमारा सहयोग कर रहा है?” 🌸 प्रस्तावना वैदिक ज्योतिष में शुक्र (Venus) को सौंदर्य, प्रेम, वैभव, भोग-विलास, कला, संगीत, आकर्षण और सुख-सुविधाओं का कारक ग्रह माना गया है। यदि शुक्र ग्रह कुंडली में शुभ स्थिति में हो, तो यह जीवन को आनंदमय, सम्पन्न और आकर्षक बना देता है। इसके विपरीत, अशुभ या कमजोर शुक्र व्यक्ति के जीवन में वैवाहिक असंतोष, सौंदर्य या आर्थिक सुख की कमी ला सकता है। Subh Shukra Ke Kya Sanket Hote Hai Watch Video On YouTube तो आइए जानते हैं — वे कौन से संकेत हैं जो बताते हैं कि शुक्र जीवन में सहयोग दे रहा है। 🌟 1. व्यक्तित्व में आकर्षण और सौंदर्य का आभास जिस व्यक्ति के जीवन में शुक्र मजबूत होता है, उसके व्यक्तित्व में एक प्राकृतिक आकर्षण होता है। चेहरा तेज़ और दमकता हुआ दिखता है। बाल मुलायम, त्वचा साफ़ और रंग गोरा या गुलाबी आभा वाला होता है। दूसरों को सहज ही अपनी ओर खींच लेने की क्षमता होती...

Bhariav Ashtmi Ka Mahattw

Bhariav Ashtmi Kab hai, Kaalbhairav ashtmi ki tarikh 2025, कौन है भैरव जी, काल भैरव की पूजा से क्या फायदे होते हैं, उज्जैन में मौजूद अष्ट-भैरव, भैरव अष्टमी का महत्त्व, उज्जैन में कैसे मनता है काल भैरव अष्टमी, भैरव पूजा से समस्या समाधान, kab hai kalbhairav ashtm i 2025. साल 2025 में 12 November, Budhwar को भैरव अष्टमी मनाई जाएगी | अष्टमी तिथि 11 तारीख को Ratri में लगभग 11:10  बजे से शुरू होगी और 12 तारीख को Ratri को लगभग 10:59 तक रहेगी | Bhariav Ashtmi  2025: हिन्दू पंचाग के अनुसार अगहन महीने की कृष्ण पक्ष की अष्टमी भैरव अष्टमी के रूप में मनाया जाता है. मान्यता के अनुसार इस दिन भैरव जी का जन्म हुआ था. उज्जैन में भैरव अष्टमी बहुत ही हर्षोल्लास से मनता है. इस दिन काल भैरव मंदिर और अष्ट भैरव मंदिरों को खूब सजाया जाता है और विशेष पूजा अर्चना होती है. अर्ध रात्री को बाबा की आरती की जाती है.  कौन है काल भैरव ? भगवन शिव के रूद्र अवतार के रूप में काल भैरव को पूजा जाता है | ये शिवजी का प्रचंड रूप है  और इनकी पूजा से हर प्रकार के डर से जातक को निजात मिलती है |  जो लोग त...