2025 Pravesh Kundli, नए साल में प्रवेश के समय ग्रहों की स्थिति कैसी रहेगी , जानिए 1 january की रात्रि 12:01 pe gochar kundli ki sthiti, भविष्यवाणी. नया साल नए सपनो को लेके आता है और नई उर्जा से हमे भर देता है, हम अपने लक्ष्य की और नए जोश के साथ बढ़ने के लिए नए संकल्प लेते हैं | ग्रहों की स्थिति भी सभी लोगो को बहुत प्रभावित करती है | तो आइये जानते हैं की इस साल के प्रवेश के समय ग्रहों की स्थिति कैसी रहेगी और वर्ष की शुरुआत १२ राशियों के लिए क्या ख़ास लेके आ रहा है | 2025 Gochar Kundli New Year Rashifal आइये जानते हैं नए साल की पहली कुंडली में ग्रहों की स्थिति कैसी रहेगी? हिन्दू पंचांग के अनुसार नए साल 2025 की शुरुआत शुक्ल पक्ष की एकम से होगी और दिन रहेगा बुधवार इसी के साथ गोचर कुंडली में कन्या लग्न रहेगा जिसके स्वामी बुध ग्रह है जो की इस बात का संकेत है की इस साल व्यापार व्यवसाय नई उंचाइयो को छुएगा | सूर्य और चंद्रमा धनु राशि में रहेंगे | मंगल अपने नीच राशि में रहेंगे | बुध ग्रह वृश्चिक राशि में रहेंगे | गुरु ग्रह अपने शत्रु राशि वृषभ में रहेंगे | शुक्र अपने मित्र राशि कु...
Akshay tritiya ka mahatw in hindi, क्या है अक्षय तृतीया, धार्मिक महत्तव , क्या करे अक्षय तृतीय को, क्या न करे इस पुण्यशाली दिन को, टोटके अक्षय तृतीय के लिए, 2024 मे अक्षय तृतीय क्यों ख़ास है.
अगर आप कोई महत्त्वपूर्ण कार्य का आरंभ करना चाहते हैं, अगर आप पुण्य प्राप्त करने के लिए कोई क्रिया करना चाहते हैं, अगर आप निर्विघ्नता से किसी कार्य को पूर्ण करना चाहते हैं, और अगर आपको मुहुर्त का ज्ञान नहीं है तो कोई बात नहीं है, अक्षय तृतीया का दिन वो शुभ दिन होता है जब कोई भी अच्छा कार्य हम शुरू कर सकते हैं, ये एक स्वयं सिद्ध मुहुर्त है.
क्या है अक्षय तृतीया ?
इस दिन को “आखा तीज” के रूप में भी जानते हैं. ये दिन भगवान् परशुराम के जन्मदिन के रूप में भी मनाया जाता है जो की विष्णुजी के छठे अवतार थे. ये वो दिन है जब भगवान् गणेश जी ने महाभारत लिखना प्रारंभ किया था. ये दिन है भाग्य को जगाने का , ये दिन है सफलता के लिए क्रियाओं को करने का, ये दिन है देवी शक्तियों के आशीर्वाद लेने का.
Read in english about what to do on AKSHAY TRITYA for prosperity?
अक्षय तृतीया का धार्मिक महत्तव :
- ये दिन भगवान विष्णु और माता laxmijiji की पूजा के लिए विशेष दिन है.
- ये दिन वैशाख महीने के अमावस्या के बाद आता है.
- ऐसी मान्यता है की इस दिन किया हुआ दान का फल कभी ख़त्म नहीं होता
- ऐसी भी मान्यता है की त्रेता युग का आरंभ इस दिन से हुआ था.
- माता गंगा का आगमन भी पृथ्वी में इसी दिन हुआ था. Watch Video Here
- कभी न नष्ट होने वाले धन को प्राप्त करने के लिए अक्षय तृतीया के दिन पूजा की जाती है.
- अक्षय तृतीया के दिन ही माँ अन्नपूर्णा का जन्म हुआ था.
- इसी दिन युधिष्ठिर को अक्षय पात्र प्राप्त हुआ था जिसके द्वारा वो जरुरत मंदों को भोजन करवाते थे.
- इसी दिन सुदामा जी कृष्णा जी से मिले थे.
- ऐसी भी मान्यता है की इसी दिन श्री कृष्ण जी ने द्रौपदी का वस्त्र हरण होने से बचाया था.
- कनकधारा स्त्रोत्रम की रचना भी अक्षय तृतीया के दिन किया गया था जिसके पाठ से धन देवी को प्रसन्न किया जाता है.
- महर्षि परशुरामजी का जन्म भी अक्षय तृतीया के दिन हुआ था ||
- मान्यता अनुसार महाभारत का युद्ध भी आज के दिन ख़त्म हुआ था |
- कुबेरजी को भी आज ही के दिन खजाना प्राप्त हुआ था |
- केदारनाथ धाम के कपाट भी आज ही के दिन खोले जाते हैं |
क्या कार्य किये जाते हैं सामान्यतः अक्षय तृतीया को ?
- इस दिन सोना खरीदना शुभ मन जाता है.
- इस दिन दान देना शुभ माना जाता है.
- इस दिन अपने पूर्वजो की उन्नति हेतु भी प्रार्थनाये की जाती है.
- विष्णुजी और लक्ष्मीजी की पूजा इस दिन शुभ मानी जाती है
- इस दिन विवाह का भी मुहुर्त होता है.
- इस दिन लोग नई दूकान, फैक्ट्री, घर आदि का उद्घाटन करना भी पसंद करते हैं.
अक्षय तृतीया के लिए कुछ विशेष टोटके:
- एक हांडी में चावल भरके उसमे एक सोने या चांदी का सिक्का रखे, उसके ऊपर एक नारियल रखे और उसे नाड़ी से बाँध दे, पूजा करके उसे अपने locker में या फिर धान जहाँ रखते हैं वह रख दे पूरे वर्ष भर के लिए. धन धान्य से घर भरा रहेगा.
- अगर सम्भव हो तो सिद्ध श्री यन्त्र को घर में पूजना चाहिए इस दिन.
- इसी दिन कुबेर यन्त्र की स्थापना भी किया जा सकता है धन -सम्पन्नता हेतु |
- श्री सूक्त के साथ श्री यन्त्र की विधिवत पूजा करके माँ लक्ष्मी की कृपा प्राप्त करने का ये एक ख़ास दिन है.
- इस दिन कनकधारा स्त्रोत्रम का पाठ करना भी शुभ माना जाता है.
- सोने के श्री यन्त्र की अंगूठी बनवा के उसका अभिषेक करवा के धारण करना शुभ होता है.
अक्षय तृतीया वो दिन है जब हम धन, आरोग्य, सम्पन्नता हेतु बहुत अच्छी पूजा कर सकते हैं और सफलता के रास्ते खोल सकते हैं. अतः इस दिन को छोड़ना नहीं चाहिए.
करिए पूजा अक्षय धन प्राप्ति हेतु, करिए दान अक्षय पुण्य हेतु, करिए अपने आप को शक्ति शाली, जो कमजोर है उनकी मदद कीजिये और लीजिये दुआ.
जानिए 2024 मे अक्षय तृतीया क्यों ख़ास है:
इस साल 2024 मे आखा तीज 10 मई शुक्रवार को है और तृतीया तिथि 10 मई को तडके सुबह लगभग 4:19 बजे लग जाएगी और 11 तारीख को सुबह 2:50 तक रहेगी | ये दिन ख़ास है क्यूंकि- चंद्रमा उच्च के रहेंगे जिससे लोगों की इच्छा शक्ति बढ़ेगी।
- गोचर कुंडली में सूर्य उच्च के रहेंगे |
- मंगल मित्र राशि मीन में रहेगा।
- बुध नीच राशि में होंगे |
- बृहस्पति अपनी शत्रु राशि में रहेंगे ।
- शुक्र ग्रह सम राशि में रहेंगे ।
- शनि अपनी स्वराशि कुंभ में विराजित रहेंगे |
- राहु और केतु अपनी मित्र राशि में रहेंगे।
देखा जाए तो अनेक ग्रह अपना शुभ प्रभाव प्रदान करेंगे अक्षय तृतीया के दिन |
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