March 2025 Grah Gochar, कौन से ग्रह बदलेंगे राशि मार्च महीने में, jyoitsh updates of march, march grah gochar, मार्च में कब कौन सा ग्रह करेगा गोचर, planetary transits in march 2025. March Grah Gochar 2025: ग्रहों का राशि परिवर्तन एक स्वाभाविक प्रक्रिया है जो समय समय पर होती रहती है जिसके कारण वातावरण में बदलाव होते हैं, व्यापर में बदलाव होते हैं, लोगो के प्रेम जीवन और कामकाजी जीवन में बदलाव देखने को मिलते हैं | मार्च 2025 ज्योतिषीय दृष्टि से बहुत ही महत्त्वपूर्ण होने वाला है जिसमें विभिन्न खगोलीय घटनाएँ घटेंगी और ग्रहों की चाल भी बदलेगी जिससे व्यक्तिगत जीवन, मौसम, रिश्ते और वैश्विक मामले प्रभावित होंगे | इस लेख में हम जानेंगे की मार्च 2025 में कौन से ग्रह बदलेंगे राशि, कौन से शुभ और अशुभ योग का निर्माण होगा और क्या प्रभाव होगा | मार्च के महीने में बहुत से बड़े परिवर्तन होने वाले हैं गोचर कुंडली में जिसका असर हमे सभी तरफ देखने को मिलेगा | मुख्यतः शुक्र, बुध, सूर्य, शनि ग्रह में बड़े बदलाव होंगे | March mai kaun se grah badlenge rashi Watch Video here आइये ज...
देव शयनी एकादशी कब है 2024 में , पद्मा एकादशी , हरी शयनी एकादशी किसको कहते है, क्या करे देव शयनी एकादशी को सफलता के लिए, जानिए ग्रहों की स्थिति .
ऐसी भी मान्यता है की देव शयनी एकादशी के बाद विवाह महुरत नहीं होते हैं. इस दिन से अगले ४ महीने सिर्फ साधना के लिए महत्त्वपूर्ण माने जाते हैं. मौसम भी अनुकूल हो जाता है.
तो देव शयनी एकादशी का लाभ उठाये.
देव शयनी एकादशी कब है 2024 में , पद्मा एकादशी , हरी शयनी एकादशी किसको कहते है, क्या करे देव शयनी एकादशी को सफलता के लिए, जानिए ग्रहों की स्थिति, Devshayani Ekadashi 2024 .
Devshayani Ekadashi 2024:
अषाढ़ शुक्ल पक्ष का ग्यारहवां दिन बहुत ख़ास होता है भारत मे विशेषतः क्यूंकि मान्यता के अनुसार इस दिन भगवान् विष्णु क्षीर सागर मे सोने के लिए चले जाते हैं. अलग अलग प्रान्तों मे अषाढ़ मास के ग्यारस को अलग लग नामो से जाना जाता है जैसे पद्मा एकादशी, प्रथमा एकादशी, हरी शयनी एकादशी आदि.
इस पुरे दिन और रात भक्त गण भगवान् विष्णु की पूजा और आराधना मे लगे रहते हैं. इसी दिन चातुर्मास की शुरुआत भी होती है अर्थात इस दिन से ४ महीने तक साधू संत विशेष पूजा आराधना करते हैं और कहीं जाते आते भी नहीं है.
Read in english about Devshayani ekadashi importance
वर्ष 2024 मे हरी शयनी एकादशी 17 जुलाई को है| एकादशी तिथि १६ तारीख मंगलवार को लगभग रात में 8:35 पे शुरू होगी और 17 तारीख को रात्री में लगभग 9:03 बजे समाप्त होगी |
मान्यता के अनुसार पद्मा एकादशी की शुरुआत राजा मानदाता से जुडी है. इन्होने अंगीरा ऋषि के कहने से अषाढ़ मास के ग्यारस को व्रत और विशेष पूजा की जिससे की इनके राज्य मे वर्षा हुई और सम्पन्नता आई. तभी से लोग भी इस दिन को मनाने लगे. Devshayani Ekadashi 2024
पढ़िए विष्णु स्त्रोत्रम के फायदे
आइये जानते हैं की 17 जून को ग्रहों की स्थिति कैसी रहेगी?
- देव शयनी एकादशी के दिन गोचर कुंडली में बुधादित्य राज योग रहेगा जो कि एक बहुत अच्छा संकेत है और इस दिन सभी को अनुष्ठानों में सफलता प्राप्त करने में मदद करेगा।
- बृहस्पति शत्रु राशि वृषभ में रहेंगे |
- सूर्य अपने सम राशि कर्क में रहेंगे |
- चन्द्रमा अपने नीच राशि वृश्चिक में रहेंगे |
- मंगल अपने सम राशि वृषभ में रहेंगे |
- बुधअपने शत्रु राशी कर्क में रहेंगे |
- शुक्र अपने शत्रु राशि कर्क में रहेंगे |
- राहु और केतु मित्र राशि में रहेंगे | Devshayani Ekadashi 2024
ॐ नमो भगवते वासुदेवाय
आइये जानते है क्या करे देव शयनी एकादशी को अच्छे जीवन के लिए :
देव शयनी एकादशी का महत्त्व, पद्मा एकादशी , हरी शयनी एकादशी किसको कहते है, क्या करे देव शयनी एकादशी को सफलता के लिए.- प्रातः काल ब्रह्म महुरत मे उठ कर अपने नित्य कर्म से मुक्त होके घर के मंदिर मे विष्णुजी के सामने संकल्प ले की आज पुरे दिन और रात आप उपवास करेंगे सभी के सुख के लिए या परिवार के भलाई के लिए.
- अगर कोई बीमार है या व्रत नहीं कर सकते तो नहीं करना चाहिए.
- इस दिन आप भगवान् विष्णु का अभिषेक कर सकते है, पूजा कर सकते हैं.
- उनके १००८ मंत्रो का जप भी कर सकते हैं.
- उनके सबसे प्रचलित मंत्र “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय” का जप भी बहुत शुभ रहता है.
- विष्णु सहस्त्रनाम का जाप कर सकते हैं |
- भगवान् विष्णु को भोग लगाए और लोगो मे प्रसाद बांटे.
- सभी के शुभता के लिए प्रार्थना करे. Devshayani Ekadashi 2024
तो देव शयनी एकादशी का लाभ उठाये.
देव शयनी एकादशी कब है 2024 में , पद्मा एकादशी , हरी शयनी एकादशी किसको कहते है, क्या करे देव शयनी एकादशी को सफलता के लिए, जानिए ग्रहों की स्थिति, Devshayani Ekadashi 2024 .
Comments
Post a Comment