Nakshatra Shanti Strotram ke Fayde in Hindi, नक्षत्र शांति स्त्रोत्रम, नक्षत्र शांति पाठ, नक्षत्र दोष निवारण, दुर्भाग्य दूर करने के उपाय, नक्षत्र शांति स्त्रोत्रम का लाभ. Nakshatra Shanti Strotram: हर जातक का जन्म एक विशेष नक्षत्र में होता है जिसका प्रभाव उनके जीवन में देखा जाता है | कुल मिलाकर 27 नक्षत्र होते हैं जिनमे से कुछ शुभ और कुछ अशुभ फल प्रदान करते हैं अतः ऐसे में अगर हम "नक्षत्र शांति स्त्रोत्रम" का पाठ करें तो हमे जीवन में बहुत फायदा देखने को मिलेगा | Nakshatra Shanti Strotram ke Fayde in Hindi क्या हैं नक्षत्र चंद्रमा पृथ्वी की पूरी परिक्रमा 27.3 दिनों में करता है और 360 डिग्री की इस परिक्रमा के दौरान सितारों के 27 समूहों के बीच से गुजरता है। सितारों के समूहों को नक्षत्र कहा जाता है। आइये जानते हैं 27 नक्षत्र कौन से हैं ?: अश्विन नक्षत्र, भरणी नक्षत्र, कृत्तिका नक्षत्र, रोहिणी नक्षत्र, मृगशिरा नक्षत्र, आर्द्रा नक्षत्र, पुनर्वसु नक्षत्र, पुष्य नक्षत्र, आश्लेषा नक्षत्र, मघा नक्षत्र, पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र, उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र, हस्त नक्षत्र...
भय क्या है, क्यों लगता है डर, कैसे बाहर आयें डर से, जानिए ज्योतिषीय उपाय डर से बाहर आने के लिए.
भय हमारे जीवन में बहुत रुकावट पैदा करता है, हम बहुत से निर्णय इसीलिए नहीं ले पाते है क्यूंकि डर लगता है. भय एक ऐसा कीड़े की तरह है जो की शारीर में रहके अन्दर से खाता जाता है. डर एक धीमा जहर जैसे हमारे ऊपर असर डालता है अतः ये बहुत जरुरी है की हम इससे जल्द से जल्द बाहर आयें.
Bhay Se Kaise Chutkaara Paaye Jyotish Ke Madhyam Se |
इस ज्योतिषीय लेख में हम जानेंगे की भय से कैसे छुटकारा पायें और कैसे जीयें बेहतरीन जीवन.
भय क्या है ?
मेरे हिसाब से भय एक प्रकार का नकारात्मक अह्सास है जो की हमे किसी काम को अच्छी तरह से करने से रोक देता है. भय के कारण व्यक्ति अंतर्मुखी हो जाता है और धीरे धीरे अवसादग्रस्त भी हो जाता है. अतः किसी भी प्रकार के भय को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए.
read more about अपने डर को कैसे जीतें शानदार जीवन के लिए
आइये जानते हैं की कैसे भय से छुटकारा पाया जा सकता है ज्योतिषीय उपायों द्वारा?
- डर से बाहर आने के लिए डर को समझना जरुरी होता है और फिर हमे अपने आत्मविश्वास को बढ़ाना होता है, अपने शक्तियों को जानना होता है.
- दूसरा तरीका है की हनुमान कवच धारण करके हम अपने आपको नकारात्मक उर्जा से बचा सकते हैं.
- रोज हनुमान चालीसा का पाठ बोल के करने से भी लाभ होता है.
- अमोघ शिव कवच का पाठ भी भय से मुक्त करता है.
- अगर शिव तांडव स्त्रोत को जोर से पढ़ा जाए या सुना जाए तो भी डर जाता रहता है.
- राम रक्षा स्त्रोत भी एक अच्छा तरीका है भय से मुक्ति के लिए.
- इसके अलावा कुंडली में जो ग्रह भय उत्पन्न कर रहा हो उसके हिसाब से भी ज्योतिष से उपाय करवाना चाहिए. read more bout अपने भय, डर, चिंता से कैसे मुक्ति पायें आसानी से
डर जातक के जीवन को नरक जैसा बना देता है, भय जीवन को जहन्नुम बना देता है और असफलता का एक बड़ा कारण होता है. इससे बाहर आने के लिए प्रयास अतिशीघ्र करना चाहिए.
अपने आपको शक्तिशाली बनाएं, अपने आपको निडर बनाए, बढ़ाए अपनी आत्म शक्ति को और जी लीजिये सफल जीवन.
Comments
Post a Comment