मौनी अमावस्या 2025 महत्व, Significance of Mauni Amavasya, क्या करे मौनी अमावस्या को सफलता के लिए, सफलता सूत्र, kab hai mauni amavasya. मौन शक्ति को जागृत करने और शक्ति का संचय करने का सबसे आसान तरीका है. मौन का अंग्रेजी में अर्थ होता है silence . साधारणतः हम मौन का अर्थ जुबान से चुप रहने को समझते है परन्तु सत्यता ये है की मौन का अर्थ है तन, मन से मौन रहना, शांति में रहना. जब अन्तर से हम मौन होते हैं तो हमे अपनी ही शक्तियों के बारे में जानकारी होती है. परन्तु इस मौन को प्राप्त करने के लिए अत्यंत घोर साधना की जरुरत होती है. जिसकी शुरुआत हम मौनी अमावस्या को कर सकते हैं. 2025 में मौनी अमावस्या की तारीख है 29 जनवरी, बुधवार, अमावस्या तिथि 28 तारीख को रात्रि को लगभग 7:38 से शुरू होगी और 29 को शाम में लगभग 6:06 बजे तक रहेगी | mauni amavasya ka mahattw Watch Video Here आइये जानते हैं २०२५ की मौनी अमावस्या क्यों ख़ास है ? ये उत्तरायण की पहली अमावस्या है | इस दिन महाकुम्भ का स्नान भी होगा | इस दिन किए गए पूजा-पाठ, नदी स्नान और दान-पुण्य से अक्षय पुण्य मिलता है। इस समय गोचर कुंड...
शाबर मंत्र प्रयोग बेल पत्र के साथ, जानिए विशेष मंत्र जिसके द्वारा पूरी कर सकते हैं मनोकामना, पूरी करे इच्छाएं शिव पूजा और शाबर मंत्र से.
Badha Nivaran Ke Liye Shabar Mantra |
ऐसा कहा जाता है की कलयुग में शाबर मंत्र बहुत ज्यादा प्रभावशाली होते हैं, इनके द्वारा मनोकामना बहुत जल्दी और आसानी से पूरी होती है. यहाँ आपके लिए एक आसान प्रयोग दे रहे हैं जो जीवन में से समस्याओं को ख़त्म करके जीवन को सफल बनाने में मदद करती है.
किसी भी शाबर मंत्र का प्रयोग करने से पहले उसका जप ग्रहण काल में या फिर दिवाली की रात्रि को या फिर नवरात्रियो में कर लेना चाहिए. इसके अलावा शाबर सिद्धि के विधि विधानों को भी अपनाना चाहिए किसी योग्य गुरु के सानिध्य में.
शाबर मंत्र:
“ॐ ह्रीं श्रीं ठं ठं ठं नमो भगवतेमम कार्य कार्याणि साधय साधय
मां रक्ष रक्ष शीघ्रनां
धनिनं कुरु कुरु हुं
फट श्रियम देहि, प्रज्ञां देहि,
ममापत्तिम निवारय निवारय स्वाहा |”
उपर्युक्त शाबर मंत्र की प्रयोग विधि:
अपने हाथ में ३ पत्तियों वाला बेल पत्र लेके ऊपर लिखी शाबर मंत्र को ७ बार जपे और फिर शिव लिंग पर चढ़ा दे और अपनी मनोकामना सिद्धि के लिए प्रार्थना करे. इस प्रयोग को शुक्ल पक्ष के पहले सोमवार से शुरू करे और कम से कम ४० दिन जरुर करे. इस प्रयोग को नियमित भी कर सकते हैं.
इस शाबर मंत्र के प्रयोग से अदृश्य बाधाओं का नाश होता है और सफलता के रास्ते खुलते हैं शिव कृपा से.
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