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Shani Ka Pravesh Meen Rashi Mai kab Hoga

Shani Gochar 2025, shani kab rashi badlenge, shani ke rashi parivartan ka 12 rashiyo par Prabhav, kin rashiyo ko saawdhan rahna hoga, kinko milega fayda, किनको सावधानी रखना है. Shani ka meen rashi me gochar :  शनि अस्त रहते हुए मार्च के आखिर सप्ताह में करीब ढाई साल के बाद 29 March को रात्री में लगभग 9:38 बजे मीन राशि में प्रवेश करेंगे जिनके स्वामी बृहस्पति हैं. इस दिन शनि अमावस्या भी रहेगी . गोचर के साथ ही अनेक लोगो के जीवन में जबरदस्त बदलाव महसूस होना शुरू होंगे, कुछ लोगों को फायदा होगा तो कुछ लोगों के जीवन में संघर्ष बढेगा. कुछ लोगो के जीवन में धैया और साडेसाती शुरू होगी तो कुछ लोगो के ऊपर से हटेगी. नोट: शनि 6 अप्रैल को मीन राशि में उदय होंगे. Shani Ka Pravesh Meen Rashi Mai kab Hoga आइये जानते हैं की शनि के मीन राशि में गोचर से किन लोगों को शनि साड़े साती से राहत मिलेगी और किनके ऊपर साडेसाती शुरू होगी ? मकर राशि पर साड़े साती ख़त्म हो जायेगी.  कर्क और वृश्चिक राशि के ऊपर से शनि की धैया का असर समाप्त होगा. सिंह और धनु राशि के लोगो पर शनि के धैया का असर शुरू होगा. मेष, मीन...

Shivratri Ko Kya Kare Jyotish Ke Hisab Se

Mahashivratri kab hai 2025 mai, क्या करे शिवरात्रि को, कैसे कर सकते है शिव पूजा, किस प्रकार की पूजाए संभव है शिवरात्रि मे, समस्याओं का समाधान महाशिवरात्रि मे.

Mahashivratri 2025: हिन्दू धर्म ग्रंथो के अनुसार शिवरात्रि एक बहुत ही महत्त्वपूर्ण रात्रि होती है, साधनाओ को करने हेतु महाशिवरात्रि एक शक्तिशाली रात्रि मानी गई है. भौतिक इच्छाओं को पूरी करना हो या फिर अध्यात्मिक, शिवरात्रि बहुत महत्तवपूर्ण समय होता है अनुष्ठानो को करने के लिए |

ऐसा माना जाता है कि महाशिवरात्रि की दिव्य रात्रि में की गई पूजा से  हजारो वर्षों की पूजा का फल मिलता है |
इस साल २०२५ में शिवरात्रि को महाकुम्भ का स्नान भी होगा |

सन 2025 में महाशिवरात्रि 26 फ़रवरी बुधवार को है, चतुर्दशी तिथि 26 तारीख को दिन में लगभग 11:10 बजे से शुरू हो जायेगी और 27 तारीख को सुबह लगभग 8:56 बजे तक रहेगी |


Mahashivratri 2025 mai, क्या करे शिवरात्रि को, कैसे कर सकते है शिव पूजा, किस प्रकार की पूजाए संभव है शिवरात्रि मे, महाशिवरात्रि के लिए उपाय
Shivratri Ko Kya Kare Jyotish Ke Hisab Se

  • यह दिव्य रात्रि पुरुष, स्त्री, प्रेमी, रोगी सभी के लिए उपयोगी है क्योंकि शिवरात्रि को हम अपनी किसी भी मनोकामना के लिए अनुष्ठान कर सकते हैं।
  • शिवरात्रि की रात पूजा और ध्यान करने से पापों का नाश संभव है।
  • इस रात को भगवान शिव और देवी पार्वती का आह्वान करने से मनोकामना पूरी होती है।
  • शिवरात्रि की रात पूजा करने से हम श्रापों से मुक्त हो सकते हैं।
  • शिवरात्रि की रात शक्तिशाली अनुष्ठान करके व्यक्ति आर्थिक स्वतंत्रता प्राप्त करने के रास्ते खोल सकता है।
  • व्यक्ति जन्म कुंडली में मौजूद दोषों से दूर हो सकता है और कुंडली में मौजूद ग्रहों के बुरे प्रभाव से भी दूर हो सकता है। Mahashivratri 2025 

महाशिवरात्रि से जुड़ी 2 मान्यताएं हैं :
  1. फाल्गुन मास की चतुर्दशी को शिव, अग्नि स्तंभ के रूप में विष्णु और ब्रह्मा के सामने प्रकट हुए।
  2. इस दिन शिव और पार्वती का विवाह हुआ था।

Mahashivratri 2025: अगर पुरे विश्वास और श्रद्धा से शिवरात्रि को साधना की जाती है तो निश्चय ही सफलता कदम चूमती है. साधारणतः हमे किसी भी साधना को करने हेतु विशेष समय की जरुरत होती है. परन्तु शिवरात्रि तंत्र की दृष्टि से भी एक प्रबल रात्रि मानी गई है जब किसी भी प्रकार की साधना को किया जा सकता है. हिन्दू ग्रंथो मे भी इस विषय पर बहुत कुछ उल्लेख मिलता है जिससे इस रात्रि का महत्त्व पता चलता है.

काश्मीर शैवैज्म मे उल्लेख है की पूरा विश्व भगवान् शिव का ही प्रकटीकरण है, इस विश्व मे ऐसा कुछ नहीं जो शिव नहीं.

शिवरात्रि को शिव की कृपा का अनुभव हर भक्त कर सकते है. इस दिन और रात्रि को पुरे विश्व मे शिव भक्त शिव पूजा मे लगे रहते हैं जिससे की वातावरण शिवमय हो जाता है. शिवजी का मंदिर साधारणतः हर जगह पाया जाता है.

महा शिवरात्रि को अनेक प्रकार की पूजाएँ हो सकती है : Mahashivratri 2025

इस दिव्य और शक्तिशाली रात्रि को विभिन्न प्रकार के पूजाए की जाती है ग्रह दोषों और नकारात्मक उर्जाव से सुरक्षा हेतु. कई प्रकार के समाधान आसानी से इस रात्रि को हो जाते हैं. 
  1. अगर कुंडली मे कालसर्प दोष हो तो इस रात्रि को समाधान हेतु पूजा होती है.
  2. ग्रहण योग का समाधान भी शिवरात्रि को किया जा सकता है.
  3. नकारात्मक उर्जा से सुरक्षा हेतु भी शिवरात्रि को पूजाए होती है.
  4. तंत्र सिद्धि हेतु भी ये रात्रि उपयुक्त है.
  5. अध्यात्मिक साधक भी इस रात्रि को शिव की कृपा प्राप्त करते हैं.
  6. रोगों से छुटकारे हेतु भी इस दिन पूजा की जा सकती है.
  7. ग्रह दोषों से छुटकारे हेतु भी शिवरात्रि शुभ होती है.
  8. काले जादू से बचाव हेतु भी इस दिन उपाय किये जा सकते हैं.
  9. विवाह समस्याओं का समाधान हेतु भी इस रात्रि को पूजा होती है.
  10. अगर आप रुद्राक्ष धारण करना चाहते हैं तो इस रात को पूजा करके पहन सकते हैं |

सिद्धि हेतु शुभ और शक्तिशाली रात्रि :

इस रात्रि को सिद्धि हेतु साधना की जाती है अतः जो लोग मंत्र सिद्धि , तंत्र सिद्धि करना चाहते है वो इस रात्रि को गुरु के सानिध्य मे साधना करते हैं. इसमे कोई शक नहीं की गुरु और शिव कृपा से सिद्धि अवश्य मिलती है.
  • इस दिव्य रात्री की पूजा जीवन को बदलने, गुण, धन, ज्ञान और समग्र सफलता प्राप्त करने में मदद करती है।
  • भगवान शिव के आशीर्वाद से भौतिकवादी सफलता मिल सकती है |
  • जो लोग आध्यात्मिक मार्ग में आगे बढ़ना चाहते हैं, वे भी शिवरात्रि की रात ध्यान, पूजा-अर्चना कर सफलता प्राप्त कर सकते हैं।
  • महाशिवरात्रि की रात अनुष्ठान करने से व्यक्ति बुरी नजर के प्रभाव, काले जादू के डर से दूर हो सकता है और सुरक्षा प्राप्त कर सकता है।
  • अच्छे स्वास्थ्य और दीर्घायु के लिए इस दिन पूजा करना चाहिए |
  • भगवान शिव के आशीर्वाद से मन की शांति प्राप्त होती है |
  • भगवान शिव और देवी पार्वती के आशीर्वाद से रिश्तों में सफलता मिल सकती है। Mahashivratri 2025

शिवरात्रि की महान रात्रि पर शिवलिंग का अभिषेक करने के 11 शक्तिशाली लाभ:

  1. अगर कोई बीमारी या किसी प्रकार के सर्प संबंधी श्राप से पीड़ित है तो शिवरात्रि के दिन दूध से शिवलिंग का अभिषेक करना अच्छा रहता है।
  2. अगर किसी दंपत्ति को संतान संबंधी समस्या आ रही है तो दिव्य शिवरात्रि पर दही से शिवलिंग का अभिषेक करना अच्छा रहता है।
  3. अगर कोई भक्त मोक्ष चाहता है तो शुद्ध गाय के घी से शिवलिंग का अभिषेक करना अच्छा रहता है।
  4. अगर किसी को बोलने की शक्ति चाहिए और विभिन्न प्रकार की समस्याओं का समाधान चाहिए तो शहद से शिवलिंग का अभिषेक करना अच्छा रहता है।
  5. अगर किसी को शांति और शांतिपूर्ण वातावरण चाहिए तो शिवलिंग पर गंगाजल या शुद्ध जल से अभिषेक करना अच्छा रहता है।
  6. यदि कोई मांगलिक है या शत्रुओं से पीड़ित है तो उसे गन्ने के रस से शिवलिंग की पूजा करनी चाहिए।
  7. पंचगव्य यानी 5 सामग्रियों (दूध, दही, घी, गोमूत्र और गोबर) के मिश्रण से अभिषेक करना सभी पापों को दूर करने के लिए सर्वोत्तम है।
  8. पंचामृत जल समृद्धि और प्रचुरता को बढ़ाने के लिए अच्छा है।
  9. अगर किसी को कर्ज या आर्थिक समस्या से छुटकारा पाना है तो चावल के चूर्ण से शिवलिंग का अभिषेक करना अच्छा रहता है।
  10. अगर किसी को मृत्यु का भय सता रहा है तो नींबू के रस से शिवलिंग का अभिषेक करें।
  11. अगर किसी को स्वास्थ्य और धन चाहिए तो शिवरात्रि पर चंदन के लेप से शिवलिंग का अभिषेक करें। 
  12. जानिए नीलकंठ स्त्रोत्रम पाठ के फायदे |

आइये जानते हैं की महाशिवरात्रि को ग्रहों की स्थिति कैसी रहेगी ?

  • सूर्य अपने शत्रु राशि कुम्भ में रहेंगे |
  • चन्द्रमा अपने सम राशि मकर में रहेंगे |
  • मंगल अपने शत्रु राशि मिथुन में रहेंगे |
  • बुध अपने सम राशि कुम्भ में रहेंगे |
  • बृहस्पति अपने शत्रु राशि वृषभ में रहेंगे |
  • शुक्र अपने उच्च राशि मीन में रहेंगे |
  • शनि स्व राशि कुम्भ में रहेंगे |
  • राहू और केतु अपने मित्र राशि में रहेंगे |
  • गोचर कुंडली में बुधादित्य योग बना रहेगा |
  • इस बार शनि और सूर्य दोनों पिता पुत्र की युति बनी रहेगी |

कुछ सावधानियां जो की शिवरात्रि को रखनी चाहिए :

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ये रात्री साधना के लिए है और इस दिन और रात को लोग विभिन्न प्रकार की पूजाएँ, टोटके आदि करते हैं अतः कुछ सावधानियां रखनी चाहिए. जहा लोग सबकी भलाई के लिए प्रयोग करते हैं वही कुछ नकारात्मक विचारधारा के लोग गलत प्रयोग करने से भी नहीं चुकते हैं. अतः सावधानी ही सुरक्षा है.
  • अगर कुंडली मे ग्रहों की स्थिति कमजोर है तो घर से इस रात्रि को नहीं निकलना चाहिए और शिव-आराधना करनी चाहिए.
  • अगर कुंडली मे ग्रहण योग हो किसी प्रकार का तो भी इस रात्रि को भटकना नहीं चाहिए.
  • अगर कुंडली मे अंगारक योग हो तो भी इस रात्री को पूजा पाठ मे समय बिताना चाहिए.
  • इस रात्रि को मांस – मदीरा का प्रयोग नहीं करना चाहिए.
  • इस दिन सेक्स भी नहीं करना चाहिए.
  • अगर आपके शत्रु अधिक है तो इस रात्रि को घुमने के  बजाय शिव आराधना करना चाहिए.
  • किसी भी हालत मे काले जादू का सहारा नहीं लेना चाहिए अन्यथा भोगना होता है.
शिवरात्रि एक पवित्र रात्रि है जब की कोई भी शिव कृपा प्राप्त करने हेतु साधना कर सकता है. इस रात्रि को व्यर्थ नहीं गंवाना चाहिए.

अपनी सफलता हेतु शिव पूजा करे, अपने पूर्वजो की उन्नति हेतु शिव आराधना करे, अपने परिवार के कल्याण हेतु प्रार्थना करे.

ऐसा माना जाता है की शिवजी को प्रसन्न करना आसान है , वो बहुत भोले होते हैं अतः जो भी उन्हें ह्रदय से पुकारता है , वो उनकी अवश्य सुनते हैं.

“ॐ नमः शिवाय ” मंत्र के द्वारा आसानी से उनका स्मरण किया जा सकता है. जीवन मे शुभता लाने हेतु ये मंत्र ही काफी है. Mahashivratri 2025 

शिवरात्रि के लिए 3 शक्तिशाली मंत्र :

1. Aghor Mantra Sadhna/अघोर मन्त्र साधना :

ॐ अघोरेभ्योऽथ घोरेभ्यो घोर घोर तरेभ्यः

सर्वेभ्यस् सर्व सर्वेभ्यो नमस्तेऽस्तु रुद्र रूपेभ्यः

ॐ नमः शिवाय महादेवाय नीलकंठाय आदि रुद्राय अघोरमंत्राय अघोर रुद्राय अघोर भद्राय सर्वभयहराय मम सर्वकर्यफल प्रदाय हन हनाय ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ टं टं टं टं टं घ्रीं घ्रीं घ्रीं घ्रीं घ्रीं हर हराय सर्व अघोररुपाय त्र्यम्बकाय विरुपाक्षाय ॐ हौं हः हीं हः ग्रं ग्रं ग्रं हां हीं हूं हैं हौं हः क्षां क्षीं क्षूं क्षैं क्षौं क्षः ॐ नमः शिवाय अघोरप्रलयप्रचंड रुद्राय अपरिमितवीरविक्रमाय अघोररुद्रमंत्राय सर्वग्रहोच्चाटनाय सर्वजनवशीकरणाय सर्वतोमुख मां रक्ष रक्ष शीघ्रं हूं फट् स्वाहा ।

ॐ क्षां क्षीं क्षूं क्षैं क्षौं क्षः ॐ हां हीं हूं हैं हौं हः स्वर्गमृत्यु पाताल त्रिभुवन सच्चरित देव ग्रहाणां दानव ग्रहाणां ब्रह्मराक्षस ग्रहाणां सर्ववातग्रहाणां सर्ववेतालग्रहाणां शाकिनीग्रहाणां डाकिनीग्रहाणां सर्वभूतग्रहाणां कमिनीग्रहाणां सर्वपिंडग्रहाणां सर्वदेषग्रहाणां सर्वपस्मारग्रहाणां हन हन हन भक्षय भक्षय भक्षय विरूपाक्षाय दह दह दह हूं फट् स्वाहा ॥


अघोर मंत्र साधना के लाभ:

  • बुरी शक्तियों से छुटकारा मिलता है ।
  • हh अपनी भौतिकवादी और आध्यात्मिक इच्छाओं को पूरा कर सकते हैं |
  • शत्रुओं के भय से मुक्ति मिलती है |
  • रिश्तों की समस्याओं से छुटकारा मिल सकता है |
  • स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को दूर कर सकते हिं और स्वस्थ जीवन जी सकते हैं |
  • प्रोफेशनल और पर्सनल लाइफ की बाधाएं दूर कर सकते हैं |
  • मोक्ष प्राप्ति में भी सहायक है इस रात्रि की पूजा |
  • भूत, प्रेत, बुरी नजर प्रभाव काले जादू से सुरक्षा प्राप्त कर सकते हैं |
  • मुकदमेबाजी और अदालती मामलों में जीत हासिल करने का आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं महादेव से |
  • छिपे या अनदेखे खतरों और नकारात्मक ताकतों के खिलाफ ढाल विकसित कर सकते हैं शिव रात्रि को पूजन करके |
  • अगर किसी ने मारण, मोहन, वशीकरण, उच्चाटन प्रयोग किया हो तो बचा जा सकता है shivrati को पूजन करके |  Mahashivratri 2025

2. रुद्र मंत्र साधना :

दूसरा शक्तिशाली मंत्र है रूद्र मंत्र |
|| ॐ नमो भगवते रुद्राय ||

3. मृत्युंजय मंत्र साधना :

तीसरा चमत्कारी मंत्र है भगवन शिव का महामृत्युंजय मन्त्र |

ॐ हौं जूं सः ॐ भूर्भुवः स्वः ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् उर्वारुकमिव बन्धनान्मृ त्योर्मुक्षीय मामृतात् ॐ स्वः भुवः भूः ॐ सः जूं हौं ॐ।

शिवरात्रि पर ग्रहों का प्रभाव, kaisa rahega 2025 shivratri 12 rashiyo ke liye, shivratri ke upay 12 rashiyo ke liye.

आइये जानते हैं की महाशिवरात्रि को ग्रहों की स्थिति कैसी रहेगी ?

इस बार गोचर कुंडली में बुधादित्य योग बना रहेगा, शनि और सूर्य की युति भी रहेगी कुम्भ राशि में, शुक्र अपने उच्च राशि मीन में रहेंगे| 
सूर्य, मंगल और बृहस्पति अपने शत्रु राशि में रहेंगे | 

आइये जानते हैं की १२ राशियों के लिए कैसा रहेगा शिवरात्रि और क्या उपाय करना चाहिए ?

  1. मेष राशि : मेष राशि के लोग अपने करियर को मजबूत करने की और कदम बढ़ाएंगे, जीवन साथी और दोस्तों के सहयोग से जीवन में आगे बढ़ने के रास्ते खुलेंगे, जो लोग नया काम शुरू करना चाहते हैं उनके लिए समय शुभ रहेगा | अगर आप शिवरात्रि को भगवान् शिव का अभिषेक गुड के पानी या फिर  गन्ने के रस से करें तो आपके लिए बहुत अच्छा होगा, इसी के साथ भाई बहनों को कुछ उपहार देना आपके लिए शुभ रहेगा | 
  2. वृषभ राशि : वृषभ राशि के लिए शिवरात्रि को ग्रहों की स्थिति रचनात्मकता को बढ़ाने वाला रहेगा साथ ही रुका धन प्राप्त होने के योग मजबूत होंगे लगेंगे,जिम्मेदारियां भी बढ़ सकती है | किसी भी प्रकार के बहस से बचें और उत्तेजना में आके कोई निर्णय न लें तो जीवन में शांति बनी रहेगी | अगर आप भगवान शिव का अभिषेक केसर मिश्रित दूध से करें तो आपके लिए बहुत शुभ होगा |
  3. मिथुन राशि : मिथुन राशि के लिए शिवरात्रि को ग्रहों की स्थिति आपके कामकाज में आगे बढ़ने के रास्ते खोलेंगे, तीर्थ यात्रा पर जा सकते हैं, संतान की उन्नति के योग बनेंगे, जो लोग अपने मनपसंद साथी से विवाह करना चाहते हैं उनके रास्ते खुलेंगे| पंचामृत से भगवान् शिव का अभिषेक करना आपके लिए बहुत शुभ रहेगा |
  4. कर्क राशि : कर्क राशि के लिए शिवरात्रि को ग्रहों की स्थिति आपके अन्दर के शोधकर्ता को जगायेगा जिससे मन बैचैन रह सकता है, आप सत्य की तलाश के लिए कदम बढ़ा सकते हैं| भाग्य का साथ आपको प्राप्त होगा जिससे रुके काम पूरे होने लगेंगे | स्वास्थ्य का ध्यान रखने की जरुरत होगी | आपको भगवान शिव का अभिषेक चन्दन से करना चाहिए |
  5. सिंह राशि : सिंह राशि के लिए शिवरात्रि को ग्रहों की स्थिति आपके पराक्रम को बढ़ाएगा साथ ही किसी यात्रा पर जाने के योग मजबूत करेगा | आपके ऊपर जिम्मेदारियां बढ़ सकती है, किसी को भी उधार देने से बचें और किसी पे अँधा विश्वास न करें अन्यथा नुकसान उठाना पड़ सकता है | शिवरात्रि को दिन की शुरुआत सूर्य देव को अर्ध्य देके करें, बुजुर्गों और ब्राहमणों का आशीर्वाद जरुर लीजिये | 
  6. कन्या राशि : कन्या राशि के लिए शिवरात्रि को ग्रहों की स्थिति वैवाहिक जीवन में सुखो को बढ़ाने वाला रहेगा, जो लोग विवाह करना चाहते हैं उनके रास्ते खुलना शुरू होंगे, जीवन साथी और दोस्तों के सहयोग से रुके काम पूरे होंगे, किसी की गवाही न दे और उधार देने से बचें | भगवान् शिव का अभिषेक तिल मिश्रित जल से करना आपके लिए शुभ रहेगा |  
  7. तुला राशि : तुला राशि के लिए शिवरात्रि को ग्रहों की स्थिति आपके प्रभाव को बढ़ाने वाला रहेगा, रुका धन प्राप्त होने के योग मजबूत होंगे, आपके अन्दर जीवन में आगे बढ़ने के लिए मेहनत करने की भावना बढ़ेगी, शत्रु कमजोर होने लगेंगे| जीवनसाथी के साथ तनाव उत्पन्न हो सकता है अतः ध्यान रखें | उत्तेजना में आके कोई निर्णय न ले | भगवान शिव का पंचामृत से अभिषेक करना आपके लिए शुभ रहेगा |
  8. वृश्चिक राशि : वृश्चिक राशि के लिए शिवरात्रि को ग्रहों की स्थिति संतान के उन्नति के रास्ते खोलेंगे और साथ ही खर्चे भी बढ़ेंगे, जो लोग अपने मनपसंद जीवनसाथी से विवाह करना चाहते हैं उनके लिए रास्ते खुलेंगे, स्वास्थ्य में उतार चढ़ाव देखने को मिल सकता है अतः ध्यान रखें | परिवार में सुख के साधन बढ़ाने में धन खर्च बढ़ सकता है | भगवान् शिव का अभिषेक गुड़ के पानी से करना आपके लिए शुभ रहेगा | 
  9. धनु राशि : धनु राशि के लिए शिवरात्रि को ग्रहों की स्थिति आपके अधूरी इच्छाओ को पूरा करने वाला होगा, जो लोग नौकरी की तलाश में हैं उन्हें खुशखबरी मिल सकती है, जो लोग नया वाहन खरीदना चाहते हैं उनके लिए समय शुभ रहेगा | जीवनसाथी के साथ मनमुटाव हो सकता है अतः ध्यान रखें | भगवान शिव का अभिषेक दही या फिर गाय के घी से करना आपके लिए शुभ रहेगा | 
  10. मकर राशि : मकर राशि के लिए शिवरात्रि को ग्रहों की स्थिति आपकी रचनात्मकता को बढ़ाएंगे, आपका पराक्रम बढेगा पर साथ ही गुस्सा बढ़ सकता है अतः ध्यान रखें | गुप्त शत्रुओ से परेशानी हो सकती है अतः लापरवाही न करें | भगवान् शिव का अभिषेक तिल मिश्रित जल या फिर शहद से करना शुभ रहेगा |
  11. कुम्भ राशि : कुम्भ राशि के लिए शिवरात्रि को ग्रहों की स्थिति मान सम्मान में बढ़ोतरी करना वाला होगा, पारिवारिक खुशियों में बढ़ोतरी होगी, माता के आशीर्वाद से धन लाभ के रास्ते खुलेंगे, प्रेमियों के लिए समय चुनौतीपूर्ण रह सकता है | जिम्मेदारियां बढ़ सकती हैं | नारियल पानी से भगवान् शिव का अभिषेक करना आपके लिए शुभ रहेगा | 
  12. मीन राशि: मीन राशि के लिए शिवरात्रि को ग्रहों की स्थिति आकस्मिक रूप से किसी खुशखबरी को ला सकता है पर आपको अपने क्रोध पर नियंत्रण रखना होगा| आपके खर्चे भी बढ़ने के योग बनेंगे| केसर मिश्रित दूध से भगवान् शिव का अभिषेक करें, ब्राह्मणों और माता का आशीर्वाद जरुर लीजिये | 
तो इस प्रकार हमने जाना की शिवरात्री 2025 १२ राशियों के लिए क्या बदलाव लेके आ रहा है |
आप सभी को शिवरात्रि की बहुत बहुत शुभकामनाएं |




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