Shiv Suvarnmala Stuti Lyrics With Hindi Meaning, शिव स्वर्णमाला स्तुति अर्थ सहित, शंकराचार्य जी द्वारा रचित शिव स्तुति. आदिगुरु शंकराचार्य जी ने शिव स्वर्णमाला स्तुति की रचना की है जिसमे भगवान शंकर की आराधना की है. इसके पाठ से भगवान शिव की कृपा से हमारा जीवन सफल हो सकता है. Shiva Suvarnamala Stuti में भगवान शिव की महिमा का गान है. जो लोग भौतिक के साथ अध्यात्मिक सफलता चाहते हैं उनके लिए ये अति महत्त्वपूर्ण है, इसके पाठ से सभी प्रकार के सुखों की प्राप्ति होती है. Shiv Suvarnmala Stuti Lyrics With Hindi Meaning सुनिए YouTube में Shiva Suvarnamala Stuti Lyrics – शिव स्वर्णमाला स्तुति ॥ शिव स्वर्णमाला स्तुति॥ अथ कथमपि मद्रसनां त्वद्गुणलेशैर्विशोधयामि भो । साम्ब सदाशिव शंभो शंकर शरणं मे तव चरणयुगम् ॥ १ ॥ आखण्डलमदखण्डनपण्डित तण्डुप्रिय चण्डीश भो । साम्ब सदाशिव शंभो शंकर शरणं मे तव चरणयुगम् ॥ २ ॥ इभचर्माम्बर शम्बररिपुवपुरपहरणोज्ज्वलनयन भो । साम्ब सदाशिव शंभो शंकर शरणं मे तव चरणयुगम् ॥ ३ ॥ ईश गिरीश नरेश परेश महेश बिलेशयभूषण भो । साम्ब सदाशिव शंभो शंकर शरणं मे ...
चन्द्र ग्रहण 16 july, 2019 , मंगलवार, क्या करे ग्रहण काल में, क्या ना करे, राशियों पर असर.
भारतीय ज्योतिष के हिसाब से चन्द्र ग्रहण बहुत ही महत्त्व रखता है, ये वो समय होता है जिसका इन्तेजार हर साधक करता है पुरे वर्ष भर. मान्यता है की चन्द्र ग्रहण के समय किसी प्रकार की साधना सफ़लत होती है. इसी कारन तांत्रिक, मान्त्रिक, अध्यात्मिक साधक गण ग्रहण काल में सिद्धि करने हेतु क्रियाएं करते हैं.
हिंदू पंचांग के अनुसार गुरु पूर्णिमा के दिन चंद्र ग्रहण आषाढ़ पूर्णिमा की रात्रि को को उत्तराषाढ़ा नक्षत्र में लगेगा. यह खंडग्रास चंद्रग्रहण है और भारत में दिखेगा. करीब 3 घंटे इस ग्रहण का समय रहेगा.
ग्रहणकाल में राहू का प्रभाव बढ़ जाने के कारण नकारात्मक उर्जाओं का प्रभाव बढ़ जाता है अतः इस समय कोई भी कार्य नहीं करना चाहिए पूजा पाठ के अलावा और बाहर तो निकलना ही नहीं चाहिए.
भारतीय ज्योतिष के हिसाब से चन्द्र ग्रहण बहुत ही महत्त्व रखता है, ये वो समय होता है जिसका इन्तेजार हर साधक करता है पुरे वर्ष भर. मान्यता है की चन्द्र ग्रहण के समय किसी प्रकार की साधना सफ़लत होती है. इसी कारन तांत्रिक, मान्त्रिक, अध्यात्मिक साधक गण ग्रहण काल में सिद्धि करने हेतु क्रियाएं करते हैं.
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chandra grahan on 16th july 2019 |
हिंदू पंचांग के अनुसार गुरु पूर्णिमा के दिन चंद्र ग्रहण आषाढ़ पूर्णिमा की रात्रि को को उत्तराषाढ़ा नक्षत्र में लगेगा. यह खंडग्रास चंद्रग्रहण है और भारत में दिखेगा. करीब 3 घंटे इस ग्रहण का समय रहेगा.
आइये जानते हैं ग्रहण के बारे में कुछ ख़ास बाते:
- इस बार भी गुरु पूर्णिमा पर चंद्र ग्रहण लगेगा जो की भारत में दिखाई देगा.
- चन्द्र ग्रहण का समय रहेगा मंगलवार रात 1 बजकर 32 से 4 बजकर 30 मिनट तक .
- सूतक करीब ४ बजे से लग जाएगा.
- इस बार ये ग्रहण भारत के अलावा, पाकिस्तान, युक्रेन, टर्की , ईराक, ईरान, दक्षिण अफ्रीका, अन्टार्क्टिका, साउदी अरब, अफगानिस्तान में दिखाई देगा.
आइये जानते हैं की किन राशियों के लिए अशुभ रह सकता है इस बार का चन्द्र ग्रहण:
अगर आपकी राशि मेष, वृष, मिथुन, सिंह, कन्या, वृश्चिक, धनु और मकर में से कोई एक है तो आपको थोडा सावधान रहना चाहिए और कुछ भी काम इस समय नहीं करना चाहिए अन्यथा हानि, रोग, शौक हो सकता है.
आइये जानते हैं की किन राशियों के लिए शुभ रह सकता है इस बार का चन्द्र ग्रहण:
अगर आप कर्क, तुला, कुंभ और मीन में से किसी एक राशि के हैं तो आपको घबराने की आवश्यकता नहीं है. आपके ऊपर इस ग्रहण का कोई ख़राब असर नहीं होगा.
कैसे सदुपयोग करे चन्द्र ग्रहण काल का :
- ग्रहण के समय बहार बिलकुल ना निकले, जिन स्त्रियों को गर्भ हो उनके लिए तो निकलना बिलकुल मना है.
- चन्द्र ग्रहण के समय कुछ खाएं नहीं और पिए भी नहीं.
- ग्रहण के समय आप मन्त्र जप करे, ध्यान करे या अन्य अनुष्ठान करे जिससे शुभता आये.
- इस समय सोना ठीक नहीं रहता है.
- भगवान् की मूर्ति को स्पर्श ना करे.
- मौन रहकर पूरा ध्यान ईष्ट साधन में लगा दे.
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