Kartik Poornima 2024, जानिए कार्तिक पूर्णिमा का महत्त्व, क्या करे कार्तिक पूनम को सफलता के लिए, कैसे प्राप्त करे स्वास्थ्य और सम्पन्नता, poornima ka 12 rashiyo par prabhav. 2024 में 15 नवम्बर 2024 शुक्रवार को है कार्तिक पूर्णिमा | Poornima Tithi 15 तारीख को सुबह लगभग 6:20 बजे से शुरू होगी और १६ तारीख को तडके लगभग 2:58 बजे तक रहेगी | कार्तिक पक्ष की पूर्णिमा एक बहुत ही महत्त्वपूर्ण दिन है जब हम स्वास्थ्य और सम्पन्नता के लिए पूजा पाठ कर सकते हैं. इस पवित्र दिन में भक्त भगवान् विष्णु और माता तुलसी का आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं और अपने जीवन को सफल बना सकते हैं. इस दिन लोग पवित्र नदियों में स्नान करते हैं और घाटो पर पूजा-पाठ करते हैं. Kartik Poornima Ka Mahattw In Hindi कार्तिक पूर्णिमा को लोग बहुत अलग अलग तरह के विधि विधान करते दीखते हैं जिससे की जीवन को निष्कंटक बनाया जा सके. कुछ लोग तुलसी और शालिग्राम का विवाह करते हैं. भक्तगण नदी तटो पर दीप दान भी करते हैं. ऐसी मान्यता है की कार्तिक पूनम की शाम को दीप दान करने वाले को अश्वमेघ यज्ञ का पुण्य प्राप्त होता है. इस पव
Vivah sraap ke karan aur samadhan in hindi jyotish, Kaise pata lagayen vivah shraap ka kundli me, shadi shuda jivan ko kaise safal banaaye.
विवाह जीवन का एक महत्वपूर्ण पहलू है। विवाह सिर्फ एक अच्छा सामाजिक जीवन जीने के लिए ही आवश्यक नहीं है अपितु दो लोगो के शारीरिक सुख की आवश्यकता को भी पूरी करने में मदद करता है| विवाह एक पवित्र बंधन है जो की दो अनजान लोगो को जीवन भर के लिए मिला देता है और वे मिलके सुख और दुःख को बांटते हैं |
Vivah Shraap Kya Hota Hai In Hindi Jyotish |
विवाह अगर उचित साथी से हो तो ये हमारे जीवन को मज़बूत बनाता है और अद्भुत बनाता है। लेकिन बहुत से लोग ऐसे हैं जिन्हें वैवाहिक जीवन का सुख नहीं मिल रहा है, कुछ विवाहित हैं लेकिन सक्षम नहीं हैं, साथी के साथ सहज संबंध बनाने में | बहुत से लोगो को विवाह के लिए अच्छा मैच नहीं मिल पा रहा है।
हर कोई अपने विवाह के बारे में कुछ सपने देखता है लेकिन यह जीवन का एक कड़वा सच है की हर किसी को विवाह के लिए मनपसंद साथी पाने का सौभाग्य नहीं मिल पाता है और कुछ को समय पर जीवन साथी नहीं मिलता है, वैवाहिक जीवन का सुख भोगने के लिए। एक और कड़वा सच है की शादी के लिए कुछ न कुछ समझौता तो हर किसी को करना पड़ता है । और उनलोगों को तो कुछ ज्यादा ही करना होता है जिन लोगो के कुंडली में वैवाहिक जीवन श्रापित हो|
जिन लोगो की शादी में देरी हो रही है या शादी के जीवन में असंतोष है, वे लोग इसके कारणों को जानना चाहता है ज्योतिष अनुसार | तो इस लेख में हम विवाह श्राप के बारे में जानेंगे ।
श्राप का अर्थ है किसी के द्वारा हमारे लिए किया गया नकारात्मक कामना जो की हमारे जीवन में सत्य बन गई है और हम जिसके कारण आज दुःख भोग रहे हैं | श्राप अनेक प्रकार के होते हैं परन्तु यहाँ पर हम सिर्फ Vivah shraap के बारे में जानेगे |
आइये जानते है की कैसे पता चलता है साधारण तरीके से जीवन में विवाह श्राप के बारे में :
- यदि कोई भी लड़का या लड़की की शादी अनेको प्रयासों के बाद भी नहीं हो पा रही हो तो इसका अर्थ है कि वह शादी के श्राप से पीड़ित है।
- ऐसे बहुत से जातक है जिनका विवाह तो हो गया है परन्तु उसके बाद भी वे वैवाहिक जीवन का आनंद नहीं ले पा रहे हैं, ऐसे जातक भी विवाह श्राप से ग्रस्त होते हैं | किसी न किसी प्रकार की नकारात्मकता उनके व्यक्तिगत जीवन को नष्ट कर रही है |
- अगर शादी के बारे में बात करते जाते हुए अगर किसी भी प्रकार की नकारात्मक घटना नियमित रूप से घटित होती है तो इसका अर्थ है की व्यक्ति के कुंडली में विवाह श्राप है | इसलिए आपको इसके लिए किसी ज्योतिषी से परामर्श जरुर लेना चाहिए।
- अगर शादी की बात करते जाते समय कौवा या किसी भी प्रकार के अवांछित व्यक्ति नियमित रूप से रास्ते में आ जाए तो ये भी समस्याओं को दर्शाता है |
- विवाह चर्चा के लिए जाने के समय कोई भी मृत्यु समाचार भी विवाह में अभिशाप को दर्शाता है |
- शादी की चर्चा से पहले और बाद में किसी भी प्रकार का भयावह सपना भी अभिशाप को दर्शाता है |
- शादी की बैठक के लिए जाते समय, अगर नया पहना हुआ कपड़ा आग के संपर्क में आता है तो यह एक बुरा शकुन है |
- अगर शादी की बात के लिए मिलने से पहले कोई बुरी खबर आती है तो यह भी अच्छा संकेत नहीं है।
इसलिए अगर शादी की प्रक्रिया के दौरान कोई बुरा शगुन हो तो उसे नजर अंदाज न करे ।
किसी भी कार्य को करते हुए या उससे पहले अगर कोई शकुन घटता है तो वो किसी न किसी प्रकार का संकेत हमे देता है, इसलिए ज्योतिष में श्राप या अभिशाप बहुत महत्वपूर्ण पहलू है और कुंडली का अध्ययन करना आवश्यक है |
जन्म कुंडली या कुंडली में श्राप या श्राप के वास्तविक प्रकार का पता लगाने के लिए गहराई से अध्ययन किया जाता है ।
अगर समस्या का सही कारण पता चल जाए तो समाधान आसान हो जाता है |
एक अनुभवी ज्योतिषी कुंडली का विश्लेषण करके सब कुछ साफ करने में सक्षम है और फिर समस्या के अच्छे समाधान भी संभव है। विवाह हमारे जीवन की एक महत्वपूर्ण घटना है और इसलिए हमारे वैवाहिक जीवन के बारे में जानना आवश्यक है ताकि एहतियात और समाधान किया जा सके ।
आइये जानते हैं की क्यों कुंडली मिलान ही विवाह के लिए एक मात्र आधार नहीं होना चाहिए ?
अधिकतर ये देखा जाता है की कुंडली मिलान में अगर अच्छे अंक प्राप्त हो जाए तो विवाह कर दिया जाता है खुश होक, परन्तु एक कड़वा सच ये है की ऐसे बहुत से शादी शुदा लोग है जिनका जीवन अच्छे कुंडली मिलान के बाद भी संतोषजनक नहीं है |
इसीलिए ये भी आवश्यक है की जिनसे आप विवाह करने जा रहे है उनके व्यक्तित्त्व और जीवन में होने वाली घटनाओं के बारे में भी आप पहले से जान ले ज्योतिष से कुंडली दिखवा के | अगर जरुरी हो तो विवाह से पहले और बाद में शान्ति पूजाओ को करते जाए | और पढ़िए कुंडली मिलान का सत्य विवाह से पहले|
आइए जानते हैं कुंडली में कुछ ग्रहों की स्थिति जो दर्शाता है विवाह श्राप को :
- यदि जन्म कुंडली में विवाह स्थान किसी खराब ग्रह या नकारात्मक ग्रह के प्रभाव में है तो इसका मतलब है कि कुंडली में विवाह श्राप है।
- यदि विवाह स्थान का स्वामी शत्रु का होके सुख स्थान को खराब कर रहा हो तो ऐसे में वैवाहिक जीवन में असंतोष नजर आने लगता है |
- कुंडली में विवाह स्थान में किसी भी प्रकार का ग्रहण योग श्राप को दर्शाता है जिसके कारण बहुत परेशानी आती है |
- अगर विवाह स्थान और सुख स्थान किसी ख़राब ग्रह द्वारा दृष्ट हो तो भी जातक को व्यक्तिगत जीवन में परेशानियों का सामना करना पड़ता है|
आइये अब जानते हैं की कुंडली में अगर विवाह श्राप हो तो क्या उपाय कर सकते हैं ?
किसी भी समस्या को हल करने से पहले ये जरुरी है की जन्म कुंडली का अध्ययन बारीकी से कर लिया जाए तभी सटीक उपाय संभव होता है | ज्योतिष कई प्रकार के उपाय बताते हैं जिनके द्वारा विवाह शाप के प्रभाव को कम किया जा सकता है |
- अगर किसी भी शत्रु ग्रह के कारण शादी में परेशानी आ रही है तो उस गृह की शांति पूजा करना अच्छा होता है | इससे समय पर शादी होने और योग्य जीवनसाथी पाने में सहायता मिलती है।
- यदि विवाह में किसी भी कमजोर ग्रह के कारण समस्या उत्पन्न हो रही है तो ऐसे में रत्न भी सहायक होते हैं |
- विवाह के संकल्प के साथ प्रतिदिन देवी मंत्रो का पाठ भी जातक को बहुत मदद करता है ।
- खराब ग्रह से सम्बंधित उचित दान भी उपयोगी है।
- देवी कन्या कुमारी की पूजा भी हमारे व्यक्तिगत जीवन को बेहतर और सफल बनाने का एक बेहतर तरीका है।
अतः समस्याओं के समाधान अनेक हो सकते हैं परन्तु ये जरुरी है की कुंडली का अध्ययन बारीकी से किया जाए तभी सही उपाय का प्रयोग करके सफलता प्राप्त किया जा सकता है |
- अगर आपके जीवन में भी विवाह का सुख नहीं है,
- यदि आपके विवाह में देरी हो रही है,
- यदि बार बार अपशकुन के कारण रिश्ता टूट जाता है तो ज्योतिष से परामर्श ले |
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