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Shiv Suvarnmala Stuti Lyrics With Hindi Meaning

Shiv Suvarnmala Stuti Lyrics With Hindi Meaning, शिव स्वर्णमाला स्तुति अर्थ सहित, शंकराचार्य जी द्वारा रचित शिव स्तुति.  आदिगुरु शंकराचार्य जी ने शिव स्वर्णमाला स्तुति की रचना की है जिसमे भगवान शंकर की आराधना की है. इसके पाठ से भगवान शिव की कृपा से हमारा जीवन सफल हो सकता है.  Shiva Suvarnamala Stuti में भगवान शिव की महिमा का गान है. जो लोग भौतिक के साथ अध्यात्मिक सफलता चाहते हैं उनके लिए ये अति महत्त्वपूर्ण है, इसके पाठ से सभी प्रकार के सुखों की प्राप्ति होती है.  Shiv Suvarnmala Stuti Lyrics With Hindi Meaning सुनिए YouTube में  Shiva Suvarnamala Stuti Lyrics – शिव स्वर्णमाला स्तुति ॥ शिव स्वर्णमाला स्तुति॥ अथ कथमपि मद्रसनां त्वद्गुणलेशैर्विशोधयामि भो । साम्ब सदाशिव शंभो शंकर शरणं मे तव चरणयुगम् ॥ १ ॥ आखण्डलमदखण्डनपण्डित तण्डुप्रिय चण्डीश भो । साम्ब सदाशिव शंभो शंकर शरणं मे तव चरणयुगम् ॥ २ ॥ इभचर्माम्बर शम्बररिपुवपुरपहरणोज्ज्वलनयन भो । साम्ब सदाशिव शंभो शंकर शरणं मे तव चरणयुगम् ॥ ३ ॥ ईश गिरीश नरेश परेश महेश बिलेशयभूषण भो । साम्ब सदाशिव शंभो शंकर शरणं मे ...

Tula Sankranti ka Mahattw Hindi Jyotish Anusar

तुला संक्रांति 2020 का महत्व, समृद्धि के लिए इस दिन क्या करना चाहिए ?, जानिए तुला संक्रांति का अर्थ ज्योतिष में, राशिफल |

Tula Sankranti ka Mahattw Hindi Jyotish Anusar
Tula Sankranti ka Mahattw Hindi Jyotish Anusar

वैदिक ज्योतिष अनुसार जब सूर्य बुध की राशी कन्या से शुक्र की राशि तुला में प्रवेश करता है तो इसको तुला संक्रांति कहा जाता है | 

साल 2020 में तुला संक्रांति 17 अक्टूबर को आ रही है अर्थात सूर्य १७ को तुला राशी में प्रवेश करेगा और अगले १ महीने तक इसी राशी में रहेगा ।

पुरे साल में में १२ संक्रांति आती है अतः सूर्य १ महिना १२ राशियों में रहते हैं| हर संक्रांति का अलग अलग महत्त्व होता है और हर राशि में सूर्य का अलग अलग प्रभाव पड़ता है सभी के जीवन में| संक्रांति काल विशेष महत्त्व रखता है ज्योतिष अनुसार और इस काल में तीर्थ में स्नान, पूजन, दान का विशेष महत्त्व होता है |

तुला संक्रांति और ज्योतिष :

देखा जाए तो सूर्य तुला राशि में नीच का हो जाता है जिसके कारण बहुत से नकारात्मक प्रभाव देखने को मिलते हैं इसी कारण इस एक महीने में तीर्थो में स्नान करके पूजन दान आदि करने को कहा जाता है जिससे सभी के जीवन में से नकारात्मक प्रभाव कम हो सके.

इसी कारण दान धर्म, पूजन की दृष्टि से ये एक महिना काफी महत्व रखता है | और इस एक महीने में माँ लक्ष्मी की विशेष पूजन किया जाता है |

ऐसी मान्यता है की जो भी तुला संक्रांति को माँ लक्ष्मी का पूजन करता है , उन्हें कभी भी किसी चीज की कमी नहीं होती है |

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आइये अब जानते हैं कुछ टोटके तुला संक्रांति से जुड़े, जो सफलता दिला सकते हैं :

  1. इस दिन माँ लक्ष्मी का पूजन करे स्वास्थ्य सम्पन्नता के लिए प्रार्थना करे |
  2. जिनके कुंडली में सूर्य नीच का हो उनको पुरे एक महीने सूर्य का दान करते रहना चाहिए और हो सके तो सूर्य शांति पूजा करवाए |
  3. जो लोग नौकरी करते हैं उन्हें इस महीने में अपने उच्च अधिकारियों को उपहार में कुछ ना कुछ देना चाहिए, इससे सफलता के रास्ते खुलेंगे |
  4. अपने पिताजी का आशीर्वाद पुरे महीने ले, इससे भाग्योदय में मदद मिलेगी |
  5. जो वृद्ध भिक्षुक है उन्हें उनके जरुरत की चीजे भेंट करे, इससे आपके जीवन से कष्ट समाप्त होंगे|
  6. अगर सूर्य के कारण आप बहुत परेशान है तो तुला संक्रांति के दिन गेहू का तुला दान करे |
  7. अगर आप सक्षम है तो सोने का दान भी बहुत उत्तम रहेगा |

इस प्रकार अगर आप जीवन को सफल बनाना चाहते हैं तो सही प्रयोग करके अपने जीवन में स्वास्थ्य और समृद्धि को ला सकते हैं |

अगर आप भी दिखाना चाहते हैं कुंडली, जानना चाहते हैं अपना भविष्य, तो निश्चिंत होक संपर्क करे ज्योतिष से| जानिए राशिफल, जानिए भाग्यशाली रत्न, जानिए कैसा रहेगा आने वाला समय आदि |

आइये जानते हैं की १२ राशियों पर क्या प्रभाव पड़ेगा तुला संक्रांति का :

  1. मेष राशी – १७ अक्टूबर 2020, शनिवार को जब सूर्य तुला राशी में प्रवेश करेगा तो गोचर कुंडली के अनुसार मेष राशि वाले लोगो के जीवन में संघर्ष को बधायेंगा | जीवन साथी से खटपट बढ़ सकती है, साझेदारी के कार्यो में परेशानी आ सकती है | पिताजी के साथ स्वास्थ्य की चिंता परेशां कर सकती है | उच्च अधिकारियों से सम्बन्ध बिगड़ सकते हैं, अतः १७ अक्टूबर से १६ नवम्बर तक सावधान रहने की आवश्यकता है | मेष राशि वालो को ये करना चाहिए :: पार्टनरशिप के कामो में सावधान रहिये, किसी से भी बहस से बचे, जीवन साथी के साथ कोई भी असमंजस की स्थिति ना बने इस बात का ध्यान रखे | सूर्य का दान शुरू करे |
  2. वृषभ राशी – १७ अक्टूबर 2020, शनिवार को जब सूर्य तुला राशी में प्रवेश करेगा तो गोचर कुंडली के अनुसार वृषभ राशि वालो को स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखना पड़ेगा | क्रोध में वृद्धि होगी साथ ही पेट में परेशानी के योग बढ़ेंगे अतः खाने पीने में सावधानी बरते , योगासन करे, व्यायाम करे, प्राणायाम करे| 
  3. मिथुन राशी – १७ अक्टूबर 2020, शनिवार को जब सूर्य तुला राशी में प्रवेश करेगा तो गोचर कुंडली के अनुसार मिथुन राशी के जातको के साथ कोई परेशानी के योग नहीं है परन्तु अगर आपके कुंडली में सूर्य अशुभ हो तो सावधानी रखे हर कार्यो में |
  4. कर्क राशी – १७ अक्टूबर 2020, शनिवार को जब सूर्य तुला राशी में प्रवेश करेगा तो गोचर कुंडली के अनुसार कर्क राशी के लोगो के कामकाजी जीवन में नकारात्मक प्रभाव उत्पन्न कर सकता है | नौकरी या व्यापार में अड्चानो का सामना करना पड़ सकता है अतः सावधानी रखे और कोई चुनौती पूर्ण कार्यो को ना करे |
  5. सिंह राशी – १७ अक्टूबर 2020, शनिवार को जब सूर्य तुला राशी में प्रवेश करेगा तो गोचर कुंडली के अनुसार सिंह राशि के लोगो के ऊपर भी विशेष प्रभाव पड़ेगा, सिंह राशि का स्वामी ही नीच का होगा जिससे सिंह राशि वालो के साथ स्थितियां सामान्य नहीं रहेंगी, अचानक से बनते हुए काम बिगड़ सकते हैं, उच्च अधिकारियों से सम्बन्ध बिगड़ सकते हैं, बैचैनी बनी रह सकती है |
  6. कन्या राशी – १७ अक्टूबर 2020, शनिवार को जब सूर्य तुला राशी में प्रवेश करेगा तो गोचर कुंडली के अनुसार कन्या राशी के लोगो को अपनी बोली पर विशेष ध्यान रखना होगा अन्यथा नुक्सान हो सकता है | आपकी बोली के कारण ग़लतफ़हमी पैदा हो सकता है जिससे आपको नुकसान हो सकता है, खर्चे भी बढ़ सकते हैं |
  7. तुला राशी – १७ अक्टूबर 2020, शनिवार को जब सूर्य तुला राशी में प्रवेश करेगा तो गोचर कुंडली के अनुसार तुला राशी के लोगो को तो बहुत ज्यादा ध्यान रखना होगा, आपका गुस्सा बढ़ सकता है, कार्यो में ना-ना प्रकार की बाधाएं आपको परेशां कर सकती है | सर में दर्द बढ़ सकता है | अनावश्यक खर्चे आपको परेशां कर सकते हैं |
  8. वृश्चिक राशी – १७ अक्टूबर 2020, शनिवार को जब सूर्य तुला राशी में प्रवेश करेगा तो गोचर कुंडली के अनुसार वृश्चिक राशी के लोगो को अपनी आँखों का ध्यान रखना चाहिए, आपको मति भ्रम हो सकता है साथ ही आप किसी से बहस में पड़ सकते हैं जो की आपके लिए परेशानी का कारण बन सकता है, धन हानि हो सकती है अतः सावधानी बरते |
  9. धनु राशी – १७ अक्टूबर 2020, शनिवार को जब सूर्य तुला राशी में प्रवेश करेगा तो गोचर कुंडली के अनुसार धनु राशी के लोगो को विशेष परेशानी नहीं होगी अगर उनके कुंडली में सूर्य शुभ अवस्था में हो तो | आपके पराक्रम में थोड़ी कमी आ सकती है, किसी प्रकार का डर आपको सता सकता है |
  10. मकर राशी – १७ अक्टूबर 2020, शनिवार को जब सूर्य तुला राशी में प्रवेश करेगा तो गोचर कुंडली के अनुसार मकर राशी के लोगो के भूमि और वाहन सुख में कमी आ सकती है, माता के स्वास्थ्य को लेके चिंता बढ़ सकती है | वैवाहिक जीवन में भी संबंधो में खटास आ सकती है अतः सावधानी बरते हर जगह |
  11. कुम्भ  राशी – १७ अक्टूबर 2020, शनिवार को जब सूर्य तुला राशी में प्रवेश करेगा तो गोचर कुंडली के अनुसार कुम्भ राशि के लोगो को संतान के कारण कष्ट हो सकता है, विद्या प्राप्ति में बाधाएं उत्पन्न हो सकती है | जुआ या सट्टा, शेयर मार्किट आदि कारोबार में आप है तो बहुत नुकसान हो सकता है, सावधान रहे |
  12. मीन राशि - १७ अक्टूबर 2020, शनिवार को जब सूर्य तुला राशी में प्रवेश करेगा तो गोचर कुंडली के अनुसार मीन राशी के लोगो को ज्यादा घबराने की जरुरत नहीं है, बस अपने उच्च अधिकारियों से संभल के व्यवहार करे और छुपे शत्रुओ से सावधान रहे |
अगर आप भी दिखाना चाहते हैं कुंडली, जानना चाहते हैं अपना भविष्य, तो निश्चिंत होक संपर्क करे ज्योतिष से| जानिए राशिफल, जानिए भाग्यशाली रत्न, जानिए कैसा रहेगा आने वाला समय आदि |

तुला संक्रांति 2020 का महत्व, समृद्धि के लिए इस दिन क्या करना चाहिए ?, Tula Sankranti 2020 significance, जानिए तुला संक्रांति का अर्थ ज्योतिष में, राशिफल |

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