Skip to main content

Latest Astrology Updates in Hindi

April Poornima Ka Jyotish Prabhav

April 2025 Poornima Ka Jyotish Prabhav, 12 Rashiyo Par Kya Asar Hoga Purnima ka, पूर्णिमा के उपाय. अप्रैल 2025 पूर्णिमा का ज्योतिषीय महत्व: अप्रैल 2025 में पूर्णिमा अपने साथ ब्रह्मांडीय ऊर्जा, आत्मनिरीक्षण और परिवर्तन का एक शक्तिशाली मिश्रण लेकर आएगी। भारतीय पंचांग के अनुसार अप्रैल पूर्णिमा "12 अप्रैल, 2025, शनिवार" की रात को होगी और गोचर कुंडली में चंद्रमा "कन्या" राशि में 13 अप्रैल की सुबह 7:49 बजे तक रहेगा और फिर चंद्रमा "तुला" राशि में प्रवेश करेंगे जो रिश्तों, प्रेम, न्याय और आंतरिक संतुलन को बढ़ाने में मदद करेगा।  April 2025 Poornima शुक्र द्वारा शासित तुला राशि प्रेम, साझेदारी, सौंदर्य और कूटनीति को नियंत्रित करती है। जब चन्द्रमा इस राशि में हो तो ब्रह्मांड हमें अपने व्यक्तिगत जीवन और कामकाजी जीवन में संतुलन की जांच करने के लिए प्रेरित करता है, हमें दूसरों के साथ और खुद के भीतर सामंजस्य की ओर धकेलती है। April 2025 Poornima Ka Jyotish Prabhav Watch Video Here आइये जानते हैं की १२ राशियों पर पूर्णिमा का क्या प्रभाव होगा? मेष राशि: अप्रैल 2025  पू...

9 Graho Ka Jivan Sathi Par Kya Asar Hota Hai Jyotish Anusar Janiye

विवाह कब होगा, किस दिशा में होगा, जीवन साथी कैसा होगा, जानिए ज्योतिष के माध्यम से, कुंडली से कैसे पता चलता है विवाह शादी के बारे में  , 9 graho ka jivan saathi par asar, vivah kab hota hai, life partner kaisa hoga jyotish anusar. 

कहते हैं शादी का लड्डू जो खाए वो पछताए और जो ना खाए वो भी पछताए , परन्तु अधिकतर लोग शादी का लड्डू खाना ही चाहते हैं |

विवाह का सपना जीवन में हर कोई देखता है और एक मन पसंद साथी की चाहत भी सभी को होती है | सभी की पसंद अलग अलग होती है और इसीलिए सभी के लिए कोई ना कोई साथी इस संसार में हैं | 

9 Graho Ka Jivan Sathi Par Kya Asar Hota Hai Jyotish Anusar Janiye
9 Graho Ka Jivan Sathi Par Kya Asar Hota Hai Jyotish Anusar Janiye

वैदिक ज्योतिष में हम कुंडली के अध्ययन से ये पता कर सकते हैं की व्यक्ति की शादी कब हो सकती है , किस दिशा में हो सकती है, जीवन साथी कैसा होगा, उनकी प्रकृति कैसी होगी, क्या विवाह के बाद भाग्योदय होगा आदि |

आइये जानते हैं की कैसे पता लगता है विवाह के बारे में ज्योतिष द्वारा:

जन्म पत्रिका के सातवें भाव का अध्ययन बहुत ही महत्त्व रखता है जब जीवन साथी के बारे में जानना हो, इस भाव में बैठे राशि से इस भाव में बैठे ग्रह से, इस भाव पर जिन ग्रहों की दृष्टि होती है उनके अध्ययन से ये पता चलता है की जातक का जीवन साथी कैसा होगा, विवाह कब होगा, वैवाहिक जीवन कैसा होगा, पति-पत्नी का सम्बन्ध कैसा होगा आदि | 9 Graho Ka Jivan Sathi Par Kya Asar Hota Hai Jyotish Anusar Janiye


प्रेम विवाह या अरेंज मैरिज:

हम ये भी जान सकते हैं की प्रेम विवाह हो सकता है या अरेंग मैरिज हो सकता है | क्या प्रेम विवाह सफल होगा|

विवाह में देरी क्यों होती है, जानिए ज्योतिष अनुसार ?

कुछ लोग ऐसे होते हैं जिनका विवाह बिलकुल समय पर हो जाता है, ,मन पसंद साथी से हो जाता है,  परन्तु कुछ लोग ऐसे भी हैं जो कितना भी प्रयास कर ले , जीवन साथी नहीं मिलता और मिलता भी है तो दोनों खुश नहीं रह पाते | कुछ लोगो को बहुत देर से काफी परेशानी के बाद कोई साथ मिलता है | 9 Graho Ka Jivan Sathi Par Kya Asar Hota Hai Jyotish Anusar Janiye

कुंडली को देखके ये भी पता किया जा सकता है की विवाह में देरी के क्या करण है जैसे :

  1. कई बार मंगल दोष/कुज दोष के कारण भी जातक का विवाह समय पर नहीं हो पाता या फिर विवाह होने के बाद दोनों सुखमय जीवन व्यतीत नहीं कर पाते हैं |
  2. कई बार सप्तम भाव में ग्रहण दोष बनता है जिसके कारण विवाह में देरी या फिर बेमेल शादी के कारण जीवन भर परेशानी बनी रहती है |
  3. कई बार विवाह स्थान और सुख स्थान में पितृ दोष बनने के कारण जातक का विवाह नहीं हो पाता |
  4. कई बार ये भी देखा गया है की प्रेम और व्यक्तिगत जीवन का कारक ग्रह शुक्र के ख़राब होने के कारण भी जातक को वैवाहिक ख़ुशी से वंचित रहना पड़ता है |
  5. कालसर्प योग के कारण भी विवाह में काफी परेशानियाँ जातक को भोगना पड़ता है |  9 Graho Ka Jivan Sathi Par Kya Asar Hota Hai Jyotish Anusar Janiye


आप भी जान सकते हैं आपके वैवाहिक जीवन के बारे में अपने कुंडली दिखवा के  :

  • विवाह के लिए अनुकूल समय कब है |
  • जीवन साथी कैसा होगा |
  • विवाह के बाद क्या पति पत्नी में प्रेम रहेगा |
  • कहीं मंगल दोष तो आपके प्रेम जीवन और वैवाहिक जीवन को बर्बाद नहीं कर रहा है |
  • कहीं किसी ग्रहण दोष के कारण तो जीवन में खुशियों से वंचित नहीं रहना पड़ रहा है | 
  • कहीं कालसर्प योग तो आपके बनते कामो को बिगड़ नहीं रहा है | 

आइये अब जानते हैं की कैसे 9 ग्रह हमारे वैवाहिक जीवन को प्रभावित करते हैं ?

हमारे कुंडली में 9 ग्रह हमारे अपने ही भाग्य को बताते हैं | प्रत्येक ग्रह में विशेष गुण होते हैं और वो जन्म कुंडली में जहाँ पर भी बैठता है उसके आधार पर जातक के जीवन को प्रभावित करता है | 

आइये जानते हैं सूर्य ग्रह के प्रभाव से जीवन साथी कैसा होगा ?

अगर सूर्य ग्रह का सकारात्मक प्रभाव जातक के सप्तम भाव पर रहेगा तो जातक के जीवन साथी में नेतृत्त्व क्षमता रहेगा, गजब की आत्म शक्ति रहेगी, उन्हें दबना पसंद नहीं होगा, कुछ कर गुजरने का उत्साह होगा, आत्म विश्वास होगा  | 9 Graho Ka Jivan Sathi Par Kya Asar Hota Hai Jyotish Anusar Janiye

अगर ख़राब सूर्य का प्रभाव जातक के सप्तम भाव में होगा तो जीवन साथी कड़वा बोलने वाला होगा, आलस्य के कारण बदनामी के योग बनेंगे, जिम्मेदारी लेने से कतरायेगा, आत्मशक्ति की कमी होगी उसमे, अपनी गलतियों को छुपाने के लिए आपपे हावी होने की कोशिश करेंगे | ऐसे में तलाक तक की नौबत आ सकती है |

आइये जानते हैं चन्द्र ग्रह के प्रभाव से जीवन साथी कैसा होगा ?

अगर शुभ चन्द्र का प्रभाव जातक के विवाह स्थान पर रहेगा तो जीवन साथी सुन्दर होगा, रचनात्मक होगा, भावनात्मक साथ देने वाला होगा, गृहस्ती को अच्छी तरह से सँभालने वाला होगा, उनकी याददाश्त भी अच्छी होगी, मन को मोह् लेने की क्षमता उनमे होगी, पालन- पोषण करने की क्षमता उनमे अच्छी होगी,  दिमागी संतुलन अच्छा होगा जिससे किसी भी स्थिति को सँभालने में माहिर होंगे |  9 Graho Ka Jivan Sathi Par Kya Asar Hota Hai Jyotish Anusar Janiye

अगर अशुभ चंद्रमा का प्रभाव विवाह स्थान में होगा तो जीवन साथी में धैर्य कम होगा, मानसिक अस्थिरता रहेगी, निर्णय लेने में कमजोर होगा, सुन्दर होगा परन्तु भावनात्मक रूप से जुड़ने में कमजोर रहेगा जिसका सीधा असर पति-पत्नी के रिश्तो पर पड़ेगा |

आइये जानते हैं मंगल ग्रह के प्रभाव से जीवन साथी कैसा होगा ?

अगर शुभ मंगल का प्रभाव विवाह स्थान पर पड़ेगा तो जातक का जीवन साथी ताकतवर होगा, अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए उत्साहित रहेगा, अपने साथी को संतुष्ट करने की शक्ति उसमे होगी, गृहस्ती के कार्यो में आगे बढ़के साथ देगा| ऐसे लोग जीवन में किसी भी स्थिति में साथ नहीं छोड़ेंगे, नए कार्यो को करने के लिए अपने साथी को प्रेरित भी करेंगे |

अशुभ मंगल का प्रभाव अगर विवाह स्थान पर हुआ तो जातक का जीवन साथी कटु बोलने वाला हो सकता है, क्रोधी हो सकता है, स्वार्थी भी हो सकता है, रोगी भी हो सकता है, अपने मर्जी से जीने वाला हो सकता है , नशे का आदि भी हो सकता है और तलाक तक की नौबत आ जाती है | 9 Graho Ka Jivan Sathi Par Kya Asar Hota Hai Jyotish Anusar Janiye

आइये जानते हैं बुध ग्रह के प्रभाव से जीवन साथी कैसा होगा ?

शुभ बुध का प्रभाव अगर कुंडली के विवाह स्थान पर पड़े तो जातक का जीवन साथी बुद्धिमान होता है, निति बनाने में माहिर होता है, अपना काम निकालने में माहिर होता है, बातचीत और लेखन कला में भी माहिर होता है, समय के हिसाब से अपने आपको बदलना भी उन्हें खूब आता है, ऐसे लोग ये भी जानते हैं की जीवन में बैलेंस कैसे बनाना है, अपने साथी के हर जरुरत का ध्यान रखते हैं  | 9 Graho Ka Jivan Sathi Par Kya Asar Hota Hai Jyotish Anusar Janiye

अगर अशुभ बुध का प्रभाव कुंडली के विवाह स्थान पर पड़े तो जातक का जीवन साथी अपने गलत निर्णयों से सम्बन्ध में खटास लाता है, स्वार्थी होता है अर्थात उन्हें सिर्फ अपने काम से काम होता है, गलत तरीके से धन कमाने के बारे में सोचता है, अपनी गलत आदतों के कारण पारिवारिक विवादों को जन्म देता रहता है, भाषा शैली भी अच्छी नहीं होती |

आइये जानते हैं गुरु ग्रह के प्रभाव से जीवन साथी कैसा होगा ?

अगर शुभ गुरु का प्रभाव जातक के कुंडली के विवाह स्थान पर पड़े तो जीवन साथी भाग्शाली होता है, धनवान होता है, जीवन में लगातार उन्नति करने वाला होता है और उनके साथ सबकी उन्नति होती रहती है, शुभ गुरु के प्रभाव से जीवन साथी सकारात्मक सोच का होता है, बड़ी सोच का होता है, जीवन जीने के लिए नए नये तरीके खोजता है, उन्हें दबाना आसान नहीं होता , गृहस्थ जीवन की हर चुनौती का सामना करने में मदद करता है | 9 Graho Ka Jivan Sathi Par Kya Asar Hota Hai Jyotish Anusar Janiye

अगर अशुभ गुरु का प्रभाव कुंडली के विवाह स्थान में पड़े तो जातक का जीवन साथी अपने ज्ञान के अहंकार में ही जीवन बिता देता है, जीवन में संघर्ष बहुत होता है, नकारात्मक सोच के कारण खुद और दुसरो को भी परेशां करता है, वास्तविकता से अपने आपको दूर रखता है | ऐसे में वैवाहिक जीवन में दोनों को बहुत समझौते करना पड़ते हैं | 

आइये जानते हैं शुक्र ग्रह के प्रभाव से जीवन साथी कैसा होगा ?

अगर कुंडली के विवाह भाव पे शुभ शुक्र का प्रभाव हो तो जातक का जीवन साथी मन मोहने वाला होता है, आकर्षक होता है, जीवन में किसी भी परिस्थिति को सँभालने की शक्ति रखता है, रोमांटिक होता है, हर पल को यादगार बनाने में साथ देता है, काम काज में भी साथ देता है, सुख सुविधाओं के साथ जीवन यापन करने में साथ देता है, रचनात्मक दिमाग रखता है | 9 Graho Ka Jivan Sathi Par Kya Asar Hota Hai Jyotish Anusar Janiye

अगर कुंडली के विवाह भाव पे अशुभ शुक्र का प्रभाव हो तो जातक का जीवन साथी सुन्दर होते हुए भी जीवन का मजा नहीं ले पाता, अपने अपेक्षाओं के कारण विवाद में उलझ जाता है, मिलन सार नहीं होता है |

आइये जानते हैं शनि ग्रह के प्रभाव से जीवन साथी कैसा होगा ?

अगर जातक के कुंडली में विवाह भाव पर शुभ शनि का प्रभाव पड़े तो जीवन साथी कर्मठ रहता है, हमेशा साथ देने वाला होता है, सही निर्णय से जीवन को सुखी करता है, वफादार होता है|

अगर जातक के कुंडली में विवाह स्थान पर अशुभ शनि का प्रभाव हो तो जीवन साथी क्लेश करने वाला होता है, आलसी होता है, अपने कर्तव्यों के प्रति सचेत नहीं रहता है, अपने आपको हमेशा कमजोर महसूस करता है, हमेशा निर्भर रहने की सोचता है, परिवार के रहस्यों को भी पचा नहीं पाता, जीवन में खूब समझौते करता है |

सम्बंधित ज्योतिष लेख पढ़िए

आइये जानते हैं राहु ग्रह के प्रभाव से जीवन साथी कैसा होगा ?

अगर शुभ राहू का प्रभाव कुंडली में विवाह स्थान पर हो तो जातक का जीवन साथी उत्साही होता है, उसमे उर्जा खूब होती है, कार्यो को करने में कुशल होता है, खोजी होता है, कुछ अलग हट के कामो को करने वाला होता है, रहस्यमई होता है | 9 Graho Ka Jivan Sathi Par Kya Asar Hota Hai Jyotish Anusar Janiye

अगर अशुभ राहु का प्रभाव विवाह स्थान पर पड़े तो जीवन साथी गुस्सेल होता है, अपने आप में खोया रह सकता है, समय समय पर उनका व्यवहार बदलता रहता है, चिंतित रहता है, नशे का आदि भी हो सकता है, अपनी गलतियों को स्वीकार नहीं करता, उत्तेजना में आके कई बार गलत निर्णय ले लेता है |

आइये जानते हैं केतु ग्रह के प्रभाव से जीवन साथी कैसा होगा ?

अगर कुंडली के विवाह स्थान में शुभ केतु का प्रभाव हो तो जातक का जीवन साथी धार्मिक होता है, जीवन के वास्तविक उद्देश्य के प्रति जागरूक रहता है, व्यक्तित्त्व भी कुछ हटके होता है, रहस्यमई भी होता है, वास्तविक दुनिया में रहना पसंद करता है, जिम्मेदार होता है |

अगर कुंडली के विवाह स्थान पर अशुभ केतु का प्रभाव हो तो जातक का जीवन साथी रीती रिवाजो को ज्यादा मानने वाला हो सकता है, अंध विश्वासी हो सकता है, गलत लोगो के सगत में रहके नुक्सान उठाता है, नकारात्मक सोच के कारण भी अपना जीवन बर्बाद करता है, जिम्मेदारी लेने से कतराता है |  9 Graho Ka Jivan Sathi Par Kya Asar Hota Hai Jyotish Anusar Janiye

आइये अब जानते हैं की अगर विवाह स्थान या सुख स्थान दूषित हो तो ऐसे में किन उपायों से मदद मिलती है :

ज्योतिष अनुसार जब हम कुंडली में ख़राब ग्रहों के कारण वैवाहिक जीवन को बर्बाद होते हुए देखते हैं तो ऐसे में हम कुछ उपायों को करके वैवाहिक जीवन के परेशानियों को कम कर सकते हैं जैसे :

  1. ख़राब ग्रह से सम्बंधित शांति पूजा कर सकते हैं या करवा सकते हैं |
  2. अगर बुरी नजर के कारण विवाह सुख में बाधा आ रही हो तो कवच धारण कर सकते हैं, उतारे कर सकते हैं |
  3. किसी देवी या देवत की रोज आराधना कर सकते हैं |
  4. सही रत्न अगर पति और पत्नी धारण करे तो उससे भी बुरे ग्रहों का प्रभाव कम होता जाता है |
  5. किसी विशेष मंत्र का जप भी कारगर होता है जो की सब के लिए अलग अलग होता है |
  6. कई बार कुल देवी और कुल देवत की पूजा से भी विशेष लाभ होता है |
  7. वास्तु में बदलाव करके भी वैवाहिक जीवन के कष्टों को कम किया जा सकता है | 9 Graho Ka Jivan Sathi Par Kya Asar Hota Hai Jyotish Anusar Janiye

अगर ज्योतिष द्वारा प्रदत्त उपायों को सही तरीके से किया जाए तो निम्न लाभ देखने को मिलते हैं :

  • जीवन में स्वास्थ्य, सम्पन्नता और समृद्धि आती है |
  • मान शांत होता है, विचारों में स्पष्टता आती है जिससे सही निर्णय लेने की क्षमता मिलती है |
  • ऋण-मुक्ति के रास्ते खुलते हैं |
  • जीवन में कुछ करने की प्रेरणा मिलती है | 
  • सौभाग्य और कार्यो में सफलता प्राप्त होता है |
  • भौतिक सुख सुविधाओं को भोगने के रास्ते खुलते हैं |
  • रिश्ते मजबूत होते हैं |
  • बिमारी से मुक्ति मिलती है | 

विवाह कब होगा, किस दिशा में होगा, जीवन साथी कैसा होगा, जानिए ज्योतिष के माध्यम से, How 9 planets affect life partner, कुंडली से कैसे पता चलता है विवाह शादी के बारे में, जीवन साथी कैसा होगा,  9 graho ka jivan saathi par asar, vivah kab hota hai, life partner kaisa hoga jyotish anusar. 

Comments

Popular posts from this blog

Kuldevi Strotram Lyrics

Kuldevi Strotram Lyrics, कुलदेवी स्त्रोत्रम पाठ के फायदे, कुलदेवी का आशीर्वाद कैसे प्राप्त करें, कुलदेवी को प्रसन्न करने का शक्तिशाली उपाय | हिन्दुओं में कुलदेवी या कुलदेवता किसी भी परिवार के मुख्य देवी या देवता के रूप में पूजे जाते हैं और ये उस परिवार के मुख्य रक्षक भी होते हैं | किसी भी विशेष कार्य को करने से पहले कुलदेवी या कुलदेवता को पूजने की मान्यता है |  आज के समय में बहुत से परिवारों को उनके कुलदेवी या कुलदेवता का पता नहीं होता है अतः ऐसे में चिंता की बात नहीं है| कुलदेवी स्त्रोत्रम का पाठ करके और सुनके हम अपने कुलदेवी की कृपा प्राप्त कर सकते हैं |  Kuldevi Strotram Lyrics सुनिए YouTube में कुलदेवी स्त्रोत्रम  Lyrics of Kuldevi Strotram:  ॐ नमस्ते श्री  शिवाय  कुलाराध्या कुलेश्वरी।   कुलसंरक्षणी माता कौलिक ज्ञान प्रकाशीनी।।1   वन्दे श्री कुल पूज्या त्वाम् कुलाम्बा कुलरक्षिणी।   वेदमाता जगन्माता लोक माता हितैषिणी।।2   आदि शक्ति समुद्भूता त्वया ही कुल स्वामिनी।   विश्ववंद्यां महाघोरां त्राहिमाम् शरणागत:।।3   त्रैलोक...

Mahakal Kawacham || महाकाल कवच

महाकाल कवच के बोल, महाकाल कवचम के क्या फायदे हैं। Mahakal Kavacham || Mahakaal Kavach || महाकाल कवच || इस लेख में अति गोपनीय, दुर्लभ, शक्तिशाली कवच के बारे में बता रहे हैं जिसे की विश्वमंगल कवच भी कहते हैं। कवच शब्द का शाब्दिक अर्थ है सुरक्षा करने वाला | जिस प्रकार एक योद्धा युद्ध में जाने से पहले ढाल या कवच धारण करता है, उसी प्रकार रोज हमारे जीवन में नकारात्मक्क शक्तियों से सुरक्षा के लिए महाकाल कवच ढाल बना देता है | जब भी कवच का पाठ किया जाता है तो देविक शक्ति दिन भर हमारी रक्षा करती है |  कवच के पाठ करने वाले को अनैतिक कार्यो से बचना चाहिए, मांसाहार नहीं करना चाहिए, किसी भी प्रकार की हिंसा नहीं करना चाहिए | Mahakal Kavach का विवरण रुद्रयामल तंत्र में दिया गया है और ये अमोघ रक्षा कवच है | Mahakal Kawacham || महाकाल कवच  किसी भी प्रकार के रोग, शोक, परेशानी आदि से छुटकारा दिला सकता है महाकाल कवच का पाठ | इस शक्तिशाली कवच के पाठ से हम बुरी शक्तीयो से बच सकते हैं, भूत बाधा, प्रेत बाधा आदि से बच सकते हैं | बच्चे, बूढ़े, जवान सभी के लिए ये एक बहुत ही फायदेमंद है | बाबा महाकाल ...

Bank Account kab khole jyotish anusar

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार बैंक खाता कब खोलें, बैंक खाता खोलने के लिए सबसे अच्छा दिन चुनकर सौभाग्य कैसे बढ़ाएं,  when to open bank account as per astrology ,  ज्योतिष के अनुसार बैंक खाता खोलने का शुभ दिन, नक्षत्र और समय, ज्योतिष के अनुसार बचत कैसे बढ़ाएं? बैंक खाता खोलने का निर्णय एक बहुत ही महत्वपूर्ण निर्णय है और इसलिए इसे खोलने के लिए सबसे अच्छा दिन, सर्वश्रेष्ठ नक्षत्र, सर्वश्रेष्ठ महुरत चुनना अच्छा होता है । शुभ समय पर खोला गया बैंक खाता व्यक्ति को आसानी से संपन्न बना देता है |  बिना प्रयास के सफलता नहीं मिलती है अतः अगर हमे सफल होना है ,धनाढ्य बनना है, अमीर बनना है तो हमे सभी तरफ से प्रयास करना होगा, हमे स्मार्ट तरीके से काम करना होगा |  प्रत्येक व्यवसाय या कार्य में बैंक खाता आवश्यक है। चाहे आप एक कर्मचारी या उद्यमी हों चाहे आप एक व्यवसायी हों या एक गैर-कामकाजी व्यक्ति, बैंक खाता आमतौर पर हर एक के पास होता है। बैंक खाता हर एक के लिए बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि हम इस पर अपनी बचत रखते हैं, यह इसीलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि प्रत्येक लेनदेन बैंक खाते के माध्यम...