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Shukra aur chandra yuti ka prabhav

शुक्र और चंद्रमा की युति हो तो क्या होता है?, चंद्रमा के संग शुक्र हो तो क्या होगा, शुक्र चंद्र की युति का फल, Shukra aur chandra yuti ka prabhav|  शुक्र और चन्द्रमा दोनों बहुत ख़ास ग्रह है, चन्द्रमा मन का कारक ग्रह है, संवेदना से जुड़ा है, भावनाओं से जुड़ा है, कोमलता से जुड़ा है वहीँ शुक्र ऐशो आराम से जुड़ा है, कला जगत से जुड़ा है, प्रेम से जुड़ा है, चकाचौंध से जुड़ा है | कोमलता और सोम्यता से जुड़े हैं दोनों ग्रह | तो जब चन्द्र और शुक्र की युति होती है तो जातक के लिए सफलता के नए रास्ते खोल देता है, जातक के अन्दर कुछ नई रचनात्मकता पैदा करता है |  Shukra aur chandra yuti ka prabhav Read in English About Conjunction of Venus And Moon in Horoscope शुक्र और चंद्रमा के संयोग से कौन सा योग बनता है ? Shukra aur chandrama ke sanyog se " kalatmak yog " ka nirmaan hota hai janm kundli mai. इस योग के कारण जातक अपने कार्यक्षेत्र में अलग पहचान हासिल करता है |  शुक्र और चन्द्रमा की युति से जातक के अन्दर सौन्दर्यता के प्रति विशेष आकर्षण होगा, उसके व्यक्तित्त्व में दुसरो को आकर्षित करने की अद्

Ashadh amavasya kab hai

आषाढ़ माह की अमावस्या की तिथि 2024, halharini amavasya ka mahattw?, आषाढ़ अमावस्या पर हमें क्या करना चाहिए?, What is the significance of ashada Amavasya?, जीवन की बाधाओं को दूर करने के लिए ज्योतिष उपाय।

Ashadha Amavasya 2024:

अषाढ़ माह ज्योतिष के हिसाब से काफी महत्त्व रखता है और इस महीने की जो अमावस्या है वो तो अती महत्त्वपूर्ण है | हिन्दू पंचांग के अनुसार ये चौथा महिना होता है और इसके बाद श्रावण का महीना शुरू होगा | 

Ashadh amaavasya को हलहारिणी अमावस्या या फिर आषाढी अमावस्या के नाम से भी जाना जाता है | 

2024 में हमे आषाढी अमावस्या 5 july शुक्रवार को है | अषाढ़ महीने की अमावस्या 5 july शुक्रवार को तडके लगभग 5 बजे शुरू होगी और 6 तारीख को सुबह लगभग 4:28 तक रहेगी | 

आषाढ़ माह की अमावस्या की तिथि 2024, halharini amavasya ka mahattw?, आषाढ़ अमावस्या पर हमें क्या करना चाहिए?, What is the significance of ashada Amavas
Ashadh amavasya kab hai

Read in english about Significance of Ashad month amavasya

आइये जानते हैं अषाढ़ महीने की अमावस्या का महत्त्व :

हलहारिणी अमावस पितृ शान्ति के लिए अती उत्तम दिनों में से एक है | अगर किसी की कुंडली में कालसर्प योग या फिर पितृ दोष हो तो ऐसे में इस दिन पूजन करके लाभ लिया जा सकता है | इसके अलावा अगर किसी पे कुछ जादू टोना हुआ हो तो वो भी इस दिन पूजन करवा के बुरी शक्तियों से अपना बचाव कर सकते हैं | 

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आइये जानते हैं की 2024 में आषाढी अमावस्या को ग्रहों की स्थिति कैसी रहेगी ?

  • शनि वक्री रहेंगे कुम्भ राशि में |
  • सूर्य सम राशी में रहेंगे |
  • चन्द्रमा मित्र राशी मिथुन में रहेंगे |
  • मंगल मेष राशी में रहेंगे |
  • बुध शत्रु राशी कर्क में रहेंगे |
  • गुरु शत्रु राशी में रहेंगे |
  • शुक्र अपने मित्र राशि मिथुन में रहेंगे |
  • राहू और केतु मित्र राशि में रहेंगे |
इस दिन 6 ग्रह शुभ के रहेंगे गोचर कुंडली में  चन्द्रमा, मंगल, शुक्र, शनि , राहू और केतु जिससे जो लोग इस दिन से कोई साधना करना चाहते हैं उन्हें सफलता जरुर मिलेगी |

आइये जानते हैं आषाढ़ अमावस्या के लिये कुछ उपाय :

  1. सुबह जल्दी उठ के नियमित क्रियाओं से मुक्त हो जाए |
  2. उसके बाद पितरो की कृपा प्राप्त करने के लिए तर्पण करे |
  3. इस दिन ब्राहमणों को भोजन करवाना भी बहुत लाभ दायक होता है |
  4. अपनी क्षमता अनुसार अन्न, वस्त्र, धन का दान करना चाहिए |
  5. इसके अलावा गाय, कुत्ते, कौओ, चींटियो और दिव्य शक्तियों के लिए भोजन जरुर निकालना चाहिए | इससे पितृ प्रसन्न होते हैं |
  6. घर के दक्षिण-पश्चिम कोने में एक दीपक जरुर जलाए पितरो के नाम पे |
  7. जो लोग खेती करते हैं उन्हें अषाढ़ अमावस्या को खेती करने के सामानों की पूजा करनी चाहिए |
  8. अगर आपके घर के आस पास कोई पुराना पीपल का पेड़ हो तो अशाड़ी अमावस को उसकी पूजा करे इससे अनेक संकट दूर होते हैं | वहां जल चढ़ाएं, दीपक जलाएं, नवैद्य अर्पित करें, धुप जलाए और आशीर्वाद मांगे | आप विशेष मनोकामना की पूर्ति के लिए पीपल के पेड़ की १०८ परिक्रमा भी कर सकते हैं |
  9. अमावस्या की रात्री को दीप दान का भी विशेष महत्त्व है अतः अगर आप किसी नदी के पास रहते हैं तो जरुर दीप दान करे अर्थात दीपक जला के उन्हें नदी में प्रवाहित करें |

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