नवमांश कुंडली कैसे बदलती है जीवन, जानिए भविष्यफल में नवमांश कुंडली क्यों महत्त्वपूर्ण होती है, केस स्टडी, जानिए कैसे 9 D chart के ग्रह बर्बाद कर देते हैं जीवन को |
आज हम एक ऐसे कुंडली का विश्लेषण करेंगे जिनका पारिवारिक जीवन बर्बाद हो गया नवमांश कुंडली में ख़राब ग्रहों के कारण| हम लग्न कुंडली और नवमांश कुंडली दोनों को गहराई से देखेंगे और जानेंगे की ज्योतिष में 9 D chart कितना महत्त्व रखता है |
- जातक की जन्म तारीख है 2 october 1984
- जन्म समय है : 8:30 रात्रि
- जन्म स्थान है इंदौर
Navmansh Kundli Kaise Badalta Hai Jivan case study |
Read in english about power of 9 D chart in Astrology
इनके अगर लग्न कुंडली को देखें तो पता चलता है की :
lagn chart |
- भाग्य स्थान में गजकेसरी राजयोग बना हुआ है |
- विवाह स्थान में शुक्र शुभ के हैं |
- सप्तम भाव में शनि उच्च के हैं |
- बुधादित्य नाम का राज योग भी कुंडली में बना हुआ है |
- इसके अलावा राहू और केतु उच्च के हैं |
- कुंडली में महालक्ष्मी योग भी बना हुआ है |
तो देखा जाए तो कुंडली में 3 तो राज योग हैं और अधिकतर ग्रह शुभ है |
परन्तु बताना चाहेंगे की ये कुंडली एक महिला है जिनको विवाह के बाद बिलकुल भी मान सम्मान नहीं मिला, तलाक हो गया, इनके बच्चो ने भी इनसे नाता तोड़ लिया |
यहाँ पर एक बात और ध्यान रखने की है की इस कन्या का विवाह एक मध्यम परिवार में हुआ था परन्तु विवाह के बाद इनके पति ने जबरदस्त तरक्की करी परन्तु उसके बाद भी इस महिला का वैवाहिक जीवन तबाह हो गया |
तो प्रश्न उठता है की ऐसा क्यों हुआ, क्यूं पारिवारिक जीवन बर्बाद हो गया |
इसका जवाब मिलता है जब हम इनका नवमांश कुंडली का अध्ययन करते हैं |
इनके नवमांश कुंडली को देखने से पता चलता है की –
9d chart |
- विवाह स्थान का स्वामी बुध नीच के होक सुख स्थान में बैठे हैं जिससे इनके वैवाहिक जीवन को बर्बाद कर दिया |
- इनके पंचम भाव में शनि नीच के होक बैठे है जिससे संतान से भी सम्बन्ध ठीक नहीं रह पाए |
- सूर्य और मंगल की युति हो गई छ्टे भाव में जिससे अंगारक योग बना और साथ ही सूर्य शत्रु के हो गए जिससे इनको बदनामी के कारण गंभीर शारीरिक और मानसिक रोग हो गए |
- केतु शत्रु का होक इनके भाग्य स्थाम में बैठ गए जिससे जीवन में संघर्ष बढ़ गया |
- चन्द्रमा नीच के होक बारहवे भाव में बैठ गए जिससे इन्हें मानसिक अघात लगातार सहन करना पड़ा |
- नवमांश कुंडली में तीसरे भाव में शुक्र और राहू की युति हो गई जिसके कारण इनके व्यक्तिगत सुखो में समस्या आई और साथ ही इनके भाइयो के साथ भी इनके सम्बन्ध ठीक नहीं है |
तो इस प्रकार हमने देखा की लग्न कुंडली में इतने अच्छे योग होने का बावजूद भी नवमांश कुंडली में सबकुछ बदल गया जिसके कारण पारिवारिक जीवन बर्बाद हो गया और साथ ही शारीरिक और मानसिक समस्या से जातक ग्रस्त हो गया |
तो जब भी भविष्यवाणी की जाए तो सिर्फ लग्न कुंडली को ही ध्यान में नहीं रखना है अपितु नवमांश कुंडली का भी अध्ययन जरुर करना चाहिए जहाँ से हमे जीवन को बहुत गहराई से समझने का मौका मिलता है |
उम्मीद है आपको इस लेख में lagn chart aur 9 D chart विश्लेषण से ज्योतिष की शक्ति पता चली होगी की कैसे कुंडली हमारे जीवन को दर्शाती है |
अपनी कुंडली के सूक्ष्म विश्लेषण के लिए आप समपर्क कर सकते हैं ज्योतिष से इस वेबसाइट ज्योतिष संसार के माध्यम से |
- जानिए अपने कुंडली में मौजूद शक्तिशाली ग्रहों के बारे में |
- जानीये किन ग्रहों के कारण जीवन मे परेशानी आ रही है |
- कौन सा रत्न धारण करना चाहिए ?
- कौन से पूजा करनी चाहिए ?
- वैवाहिक जीवन कैसा रहेगा |
- प्रेम जीवन कैसा रहेगा ? आदि |
नवमांश कुंडली कैसे बदलती है जीवन, जानिए भविष्यफल में नवमांश कुंडली क्यों महत्त्वपूर्ण होती है, केस स्टडी, जानिए कैसे 9 D chart के ग्रह बर्बाद कर देते हैं जीवन को |
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