यक्षिणी कौन हैं ?, क्या लाभ है यक्षिणी सिद्ध करने के, कौन सी Yakshini देती है धन लाभ, विभिन्न यक्षिनियो के मंत्र |
यक्षिणी को यक्षी, पालि:, यक्खिनी या यक्खी भी कहा जाता है | ये रहस्यमयी शक्तियों की स्वामीनी होती है और इनका वर्णन हिंदू, बौद्ध और जैन धर्म में भी मिलता है |
जिस प्रकार गंधर्व, राक्षस,देवी, देवता होते हैं वैसे ही यक्शिनियाँ भी होती है | इनका वास पेड़ो में माना जाता है |
इन्हें भगवान शिव के सेवक माना जाता है। इनके राजा यक्षराज कुबेर हैं, जो धन के स्वामी हैं। धर्म ग्रंथों के अनुसार, यक्ष-यक्षिणीयों के पास रहस्यमयी ताकते होती है।
Yakshini Kaun Hote Hain |
प्राप्त जानकारी के अनुसार कुछ यक्षिणी बहुत ही अच्छी होती है और जो उनकी पूजा करता है उनकी सारी मनोकामनाएं पूर्ण करती है |
कुछ महत्त्वपूर्ण वृक्ष है जिनके निचे यक्षिणी साधना की जाती है जैसे अशोक का वृक्ष, केले का पेड़, बेर का पेड़, बबूल का पेड़ आदि |
ऐसी भी मान्यता है की यक्षिणी साधना शीघ्र फल देती है अतः कुछ लोग जीवन में सफलता के लिए यक्षिणी साधना करते हैं |
आइये जानते हैं प्रमुख यक्षिनियोके नाम :
जानकारी के अनुसार ६४ यक्षिणीयां होती है जिनमे कुछ महत्त्वपूर्ण है और उनमे से भी कुछ ही हैं जिनकी साधना की जाती है |
कुछ यक्षिणी धन प्रदान करती है, कुछ भौतिक और रति क्रिया में मदद करती है, कुछ ऐशो आराम प्रदान करती है, कुछ सम्मोहन शक्ति प्रदान करती है, कुछ आत्मविश्वास बढ़ाती है आदि |
कुछ यक्षिनियो के नाम इस प्रकार है -
- शंखिनी
- लक्ष्मी
- शोभना
- विचित्रा
- विभ्रमा
- सुलोचना
- बाला
- मदना
- धुम्रा
- शमशानी
- चन्द्रिका
- भीषण
- विकला
- सुर सुन्दरी यक्षिणी
- मनोहारिणी यक्षिणी
- कनकावती यक्षिणी
- कामेश्वरी यक्षिणी
- रति प्रिया यक्षिणी
- पद्मिनी यक्षिणी
- नटी यक्षिणी
- अनुरागिणी यक्षिणी
- महामाया
- घंटाकरणी आदि
आइये जानते हैं कुछ यक्षिनियो के नाम जिनकी साधना से प्राप्त होता है अपार धन :
- विभ्रमा
- विशाला
- शत – पत्रिका
- मेखला
- लक्ष्मी
- शंखिनी
- चन्द्रिका
आइये अब जानते हैं विभिन्न मनोकामना के लिए किन किन यक्षिणी की पूजा की जाती है ?
मनोहारिणी यक्षिणी:
अगर किसी को सम्मोहनकारी व्यक्तित्त्व चाहिए तो manoharini yakshini की साधना करनी चाहिए |
मनोहारिणी यक्षिणी का मंत्र है -
ॐ ह्रीं आगच्छ मनोहारिणी स्वाहा ॥
सुर सुन्दरी यक्षिणी :
इनको अगर सिद्ध कर लिया जाए तो साधक को धन, संपत्ति, समस्त प्रकार के ऐस्वर्यो की प्राप्ति होने लगती है |
सुर सुन्दरी यक्षिणी का मंत्र है -
ॐ ऐं ह्रीं आगच्छ सुर सुन्दरी स्वाहा ॥
कनकावती यक्षिणी :
अगर किसी को तेजस्विता चाहिए, भय से मुक्ति चाहिए तो ऐसे में kankawati yakshini की पूजा करनी चाहिए |
कनकावती यक्षिणी का मंत्र है :
ॐ ह्रीं हूं रक्ष कर्मणि आगच्छ कनकावती स्वाहा ॥
कामेश्वरी यक्षिणी:
अगर कोई आन्तरिक रूप से कमजोर हो तो ऐसे में पौरुष प्राप्ति के लिए kameshwari yakshini की पूजा करनी चाहिए |
कामेश्वरी यक्षिणी का मंत्र है -
ॐ क्रीं कामेश्वरी वश्य प्रियाय क्रीं ॐ ॥
रति प्रिया यक्षिणी :
अगर किसी महिला और पुरुष को रति और कामदेव के समान जीवन का आनंद लेना हो तो ऐसे में rati priya yakshini की पूजा से बहुत लाभ होता है |
रति प्रिया यक्षिणी का मंत्र है -
ॐ ह्रीं आगच्छ आगच्छ रति प्रिया स्वाहा ॥
पद्मिनी यक्षिणी:
जिनको आत्मविश्वास बढ़ाना हो, मन को स्थिर करना हो तो ऐसे में padmini yakshini की साधना करनी चाहिए |
पद्मिनी यक्षिणी का मंत्र है -
ॐ ह्रीं आगच्छ आगच्छ पद्मिनी स्वाहा ॥
नटी यक्षिणी:
जानकारी के अनुसार इनको nati yakshini को सिद्ध करने से साधक की हर प्रकार से रक्षा होती है | हर प्रकार के भय से मुक्ति मिलती है |
नटी यक्षिणी का मंत्र है -
ॐ ह्रीं आगच्छ आगच्छ नटी स्वाहा ॥
अनुरागिणी यक्षिणी:
धन, मान-सम्मान, यश और अन्य मनोकामना को पूरी करने के लिए anuragini yakshini की पूजा अत्यंत लाभदायक सिद्ध होती है |
अनुरागिणी यक्षिणी का मंत्र है -
ॐ ह्रीं अनुरागिणी आगच्छ स्वाहा ॥
यक्षिणी कौन हैं ?, क्या लाभ है यक्षिणी सिद्ध करने के, कौन सी यक्षिणी देती है धन लाभ, विभिन्न यक्षिनियो के मंत्र |
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