Skip to main content

Latest Astrology Updates in Hindi

Saptahik Rashifal

Saptahik Rashifal Aur Panchang, 25 से 30 नवम्बर 2 024 तक की भविष्यवाणियां| प्रेम जीवन की भविष्यवाणी, आने वाले सप्ताह में किस राशि के जातकों को लाभ मिलेगा, आने वाले सप्ताह के महत्वपूर्ण दिन और राशिफल, जानें आने वाले सप्ताह में कितने सर्वार्थ सिद्धि योग और महत्वपूर्ण दिन मिलेंगे। आगामी साप्ताहिक सर्वार्थ सिद्धि योग: इस सप्ताह कोई सर्वार्थ सिद्धि योग नहीं है  Saptahik Rashifal आइए अब जानते हैं कि आने वाले सप्ताह में हमें कौन से महत्वपूर्ण दिन मिलेंगे: उत्पन्ना एकादशी व्रत 26 नवम्बर को है | कृष्ण पक्ष प्रदोष व्रत 28 को है | शिव चतुर्दशी व्रत 29 तारीख शुकवार को है | अमावस्या 30 तारीख शनिवार को है | आगामी सप्ताह का पूरा पंचांग और महूरत पढ़ें आइए अब जानते हैं  25 से 30  नवम्बर   २०२४  के बीच राशियों का साप्ताहिक भविष्यफल/राशिफल: इस सप्ताह Kanya, Meen, Tula, Mesh, Vrischik aur Vrishabh राशि के लोग जीवन में अधिक बदलाव महसूस करेंगे। अगर आपकी  राशि कन्या है  तो इस सप्ताह के शुरुआत में आपके पराक्रम बढेगा, रचनात्मकता बढ़ेगी और आप अपने जीवन में आगे बढ़ने के लिए कुछ अच्छे निर्णय ले पायेंगे | आपकी

Chandrashekhar Ashtkam With Meaning In Hindi

Chandrashekhar Ashtkam With Meaning In Hindi, चन्द्रशेखर अष्टकम के फायदे क्या है, शिव वंदना, अकाल मृत्यु से कैसे बचें ?|

भगवान् शिव की भक्ति में रहने वाले महान मार्कंडेय ऋषि ने भगवान शिव की वंदना करते हुए 8 स्त्रोतों की रचना की जिसे की चन्द्रशेखर अष्टकम के नाम से जाना जाता है|

चन्द्रशेखर अर्थात जो चन्द्रमा को अपने मस्तक पर मुकुट के रूप में धारण करते हैं |

Chandrashekhar Ashtkam With Meaning In Hindi, चन्द्रशेखर अष्टकम के फायदे क्या है, शिव वंदना, अकाल मृत्यु से कैसे बचें ?, best 8 mantra to worship shiv
Chandrashekhar Ashtkam With Meaning In Hindi

Read in English about Lyrics and meaning of Chandrashekhar Ashtkam

आइये जानते हैं की चन्द्रशेखर अष्टकम की रचना मार्कंडेय ऋषि ने कब की :

अनेकों प्रयासों के बाद भी जब महर्षि मृकण्डु को संतान की प्राप्ति नही हुई तब उन्होंने भगवान शिव  को प्रसन्न करने के लिए कठोर तपस्या की| ऋषि की कठोर तपस्या से प्रसन्न होकर भगवन शिव ने उन्हें कहा की उनके भाग्य में संतान सुख नहीं है पर उन्होंने ऋषि को 2 विकल्प दिए की उनको एक ज्ञानी पुत्र होगा जिसकी आयु केवल 16 वर्ष की होगी या फिर एक ऐसा पुत्र होगा जो कम ज्ञानी होगा पर दीर्घायु होगा | ऋषि मृकण्डु ने अल्पायु किन्तु ज्ञानवान पुत्र का चयन किया| Chandrashekhar Ashtkam With Meaning In Hindi

थोड़े समय के बाद ऋषि मृकण्डु को एक पुत्र की प्राप्ति हुई जिसका नाम उन्होंने मार्कंडेय रखा| कम उम्र उम्र में ही उन्होंने सभी प्रकार के वेदों का ज्ञान प्राप्त कर लिया और भगवन शिव के भक्त बन गए | जैसे ही मार्कंडेयजी  16 वर्ष के हुए तो उनके माता पिता को उनके आयु को लेके  चिंता सताने लगी | 

मार्कंडेयजी ने उनके दुःख का कारण पूछा तो उन्होंने सब बात बता दिया | मार्कंडेयजी भगवान शिव के परम भक्त थे और इसीलिए उन्होंने अंतिम बार नदी के किनारे जाकर मिट्टी का शिवलिंग बनाकर पूजा करने लगे | उसी समय उनके प्राण लेने के लिए यमराज आ गये| शिव की आराधना करने की वजह से यमराज उनके प्राण नही ले पा रहे थे तो उन्होंने अपना यमपाश मार्कंडेयजी  की तरफ फ़ेक दिया जो मार्कंडेय के गले से होता हुआ शिवलिंग के चारो तरफ घूम गया| उसी समय मार्कंडेयजी ने भगवान शिव की वंदना में एक स्तोत्र की रचना की जिसे चन्द्रशेखर अष्टकम के नाम से जाना जाता है| Chandrashekhar Ashtkam With Meaning In Hindi

पढ़िए श्री गणेश अष्टकम के फायदे और अर्थ 

Lyrics of शिवरहस्यान्तर्गते मार्कण्डेयकृतम् Chandrasekharashtkam/ श्री चन्द्रशेखराष्टकम् :

Listen On YouTube

चन्द्रशेखर चन्द्रशेखर चन्द्रशेखर पाहि माम् ।

चन्द्रशेखर चन्द्रशेखर चन्द्रशेखर रक्ष माम् ॥


रत्नसानुशरासनं रजताद्रिश‍ृङ्गनिकेतनं   

शिञ्जिनीकृतपन्नगेश्वरमच्युतानलसायकम् । (सिञ्जिनी)

क्षिप्रदग्धपुरत्रयं त्रिदशालयैरभिवन्दितं (त्रिदिवालयैरभिवन्दितं)

    चन्द्रशेखरमाश्रये मम किं करिष्यति वै यमः ॥ १॥


पञ्चपादपपुष्पगन्धिपदाम्बुजद्वयशोभितं

    भाललोचनजातपावकदग्धमन्मथविग्रहम् ।

भस्मदिग्धकलेवरं भवनाशनं भवमव्ययं

    चन्द्रशेखरमाश्रये मम किं करिष्यति वै यमः ॥ २॥


मत्तवारणमुख्यचर्मकृतोत्तरीयमनोहरं

    पङ्कजासनपद्मलोचनपूजिताङ्घ्रिसरोरुहम् ।

देवसिन्धुतरङ्गशीकरसिक्तशीतजटाधरं (तरङ्गसी, सिक्तशुभ्र)

    चन्द्रशेखरमाश्रये मम किं करिष्यति वै यमः ॥ ३॥


कुण्डलीकृतकुण्डलीश्वरकुण्डलं वृषवाहनं (कुण्डलेश्वर)

    नारदादिमुनीश्वरस्तुतवैभवं भुवनेश्वरम् ।

अन्धकान्तकमाश्रितामरपादपं शमनान्तकं

    चन्द्रशेखरमाश्रये मम किं करिष्यति वै यमः ॥ ४॥


यक्षराजसखं भगाक्षहरं भुजङ्गविभूषणं

    शैलराजसुतापरिष्कृतचारुवामकलेवरम् ।

क्ष्वेडनीलगलं परश्वधधारिणं मृगधारिणं (क्ष्वेलनील)

    चन्द्रशेखरमाश्रये मम किं करिष्यति वै यमः ॥ ५॥


भेषजं भवरोगिणामखिलापदामपहारिणं

    दक्षयज्ञविनाशनं त्रिगुणात्मकं त्रिविलोचनम् ।

भुक्तिमुक्तिफलप्रदं सकलाघसङ्घनिबर्हणं

    चन्द्रशेखरमाश्रये मम किं करिष्यति वै यमः ॥ ६॥


भक्तवत्सलमर्चितं निधिमक्षयं हरिदम्बरं

    सर्वभूतपतिं परात्परमप्रमेयमनामयम् । (परात्परमप्रमेयमनुत्तमम्)

सोमवारिनभूहुताशनसोमपानिलखाकृतिं (भोहुताशन)

    चन्द्रशेखरमाश्रये मम किं करिष्यति वै यमः ॥ ७॥


विश्वसृष्टिविधायिनं पुनरेव पालनतत्परं

    संहरन्तमथ प्रपञ्चमशेषलोकनिवासिनम् । (संहरन्तमपि)

क्रीडयन्तमहर्निशं गणनाथयूथसमाकुलं (गणनाथयूथसमन्वितं)

    चन्द्रशेखरमाश्रये मम किं करिष्यति वै यमः ॥ ८॥


फलश्रुतिः -

मृत्युभीतमृकण्डसूनुकृतस्तवं शिवसन्निधौ

    यत्र कुत्र च यः पठेन्न हि तस्य मृत्युभयं भवेत् ।

दीर्घमायुररोगितामखिलार्थसम्पदमादरात् (पूर्णमायु, सम्पदमादरं)

    चन्द्रशेखर एव तस्य ददाति मुक्तिमयत्नतः ॥


॥ इति श्रीशिवरहस्यान्तर्गते शिवाख्ये मार्कण्डेयकृतं

               श्रीचन्द्रशेखराष्टकं सम्पूर्णम् ॥

पढ़िए शिवाष्टक के फायदे और अर्थ 

Meaning of Chandra shekar ashtkam in Hindi:

  • हे चन्द्रशेखर! हे चन्द्रशेखर! मेरी रक्षा कीजिये| हे चन्द्रशेखर! हे चन्द्रशेखर! मेरी रक्षा कीजिये| कैलाश के शिखर पर जिनका निवास स्थान है, जिन्होंने मेरुगिरी का धनुष, नागराज वासुकी की प्रत्यंचा भगवान विष्णु को अग्निमय बाण बना के तत्काल ही दैत्यों के तीनों पूरो को दग्ध कर डाला था, सम्पूर्ण देवता जिनके चरणों की वंदना करते है उन चन्द्रशेखर की मै शरण लेता हू| यमराज मेरा क्या करेंगे ? Chandrashekhar Ashtkam With Meaning In Hindi
  • पांच दिव्य वृक्षों और पुष्पों से सुगन्धित युगल चरणकमल जिनकी शोभा बढ़ाते है, जिन्होंने अपने ललाटवर्ती नेत्र से प्रकट हुई आग की ज्वाला में कामदेव के शरीर को भस्म कर डाला था, जिनका श्रीविग्रह सदा भस्म से विभूषित रहता है, सबकी उत्पति का कारण होते हुए भी भव (संसार) के नाशक हो तथा जिनका कभी विनाश नही होता, उन भगवान चन्द्रशेखर की मै शरण लेता हू| यमराज मेरा क्या करेंगे?| Chandrashekhar Ashtkam With Meaning In Hindi
  • जो मतवाले गजराज के चर्म की चादर ओढ़े परम मनोहर जान पड़ते है, ब्रह्मा और विष्णु भी जिनके चरणकमलो की पूजा करते है, जो देवतओं और सिद्धो की नदी गंगा की तरंगो से भीगी हुई शीतल जटा धारण करते है, उन भगवान चन्द्रशेखर की मै शरण लेता हू| यमराज मेरा क्या करेंगे? 
  • जिन्होंने कुंडलाकार वासुकी सर्पराज का कर्णाभरण बनाया है और बूढ़ा बैल जिनका वाहन है, नारदादि मुनियों के द्वारा जिनके वैभव की स्तुति की गयी है, जो सारे भुवनो के ईश्वर है, भुवनेश्वर महादेव के नाम से विख्यात है, अंधकासुर तथा वृष्णिवंश ने अमरपादपरूप जिनका आश्रय लिया हुआ है, जो शमन-यमराज के भी अन्तक है| उन भगवान चन्द्रशेखर की मै शरण लेता हू| यमराज मेरा क्या करेंगे? Chandrashekhar Ashtkam With Meaning In Hindi
  • जो यक्षराज कुबेर के सखा मित्र है और इंद्र के भगाक्षरूप दोष को दूर करने वाले है और भुज का भूषण बनाये हुए है, जिनके श्रीविग्रह के सुंदर वामभाग को गिरिराज किशोरी उमा ने सुशोभित कर रखा है, कालकूट विष पीने के कारण जिनका कंठ नीले रंग का दिखाई पड़ता है और जो एक हाथ में फरसा और मृगलाछनचन्द्र को भी धारण करते है, उन भगवान चन्द्रशेखर की मे शरण लेता हू| यमराज मेरा क्या करेंगे?|
  • जो जन्म मरण के रोग से ग्रस्त पुरुषो के लिए ओषध रूप है, आपत्तियों का निवारण और दक्ष यज्ञ का विनाश करने वाले है, सत्व आदि तीनों गुण जिनके स्वरूप है, जो तीन नेत्र धारण करते है, भोग और मोक्ष रुपी फल देते है तथा सम्पूर्ण पापों का संहार करते है, उन भगवान चन्द्रशेखर की मै शरण लेता हू| यमराज मेरा क्या करेंगे?|
  • जो ब्रह्मारूप से सम्पूर्ण विश्व की सृष्टी करते फिर विष्णुरूप से सबके पालन में संलग्न रहते और अंत में सारे प्रपंच का संहार करते है, तथा जो गणेशजी के पार्षदों से घिरकर दिन रात भांति भांति के खेल किया करते है, उन भगवान चन्द्रशेखर की मै शरण लेता हू| यमराज मेरा क्या करेंगे?| Chandrashekhar Ashtkam With Meaning In Hindi
  • जो भक्तो पर दया करने वाले है, अपनी पूजा करने वाले मनुष्यों के लिए अक्षय निधि होते हुए भी जो स्वयं दिगम्बर रहते है, जो सब भूतो के स्वामी, परात्पर, अप्रमेय और उपमारहित है, पृथ्वी, जल, आकाश, अग्नि और चन्द्रमा के द्वारा जिनका श्रीविग्रह सुरक्षित है, उन भगवान चन्द्रशेखर की मे शरण लेता हू| यमराज मेरा क्या करेंगे?|
  • जो मृत्यु भय से पीड़ित होकर मार्कंडेय ऋषि के इस स्तोत्र का पाठ शिव के समीप अथवा कही पर भी करता हो, भगवान चन्द्रशेखर उस मनुष्य को पूर्णायु, आरोग्य, प्रचुर धन और अंत में मोक्ष प्रदान करते है|

॥ इति श्री चन्द्रशेखराष्टकम् सम्पूर्णम् ॥

पढ़िए रुद्राष्टक के फायदे 

Chandrashekhar Ashtkam With Meaning In Hindi, चन्द्रशेखर अष्टकम के फायदे क्या है, शिव वंदना, अकाल मृत्यु से कैसे बचें ?|

Comments

Popular posts from this blog

om kleem kaamdevay namah mantra ke fayde in hindi

कामदेव मंत्र ओम क्लीं कामदेवाय नमः के फायदे,  प्रेम और आकर्षण के लिए मंत्र, शक्तिशाली प्रेम मंत्र, प्रेम विवाह के लिए सबसे अच्छा मंत्र, सफल रोमांटिक जीवन के लिए मंत्र, lyrics of kamdev mantra। कामदेव प्रेम, स्नेह, मोहक शक्ति, आकर्षण शक्ति, रोमांस के देवता हैं। उसकी प्रेयसी रति है। उनके पास एक शक्तिशाली प्रेम अस्त्र है जिसे कामदेव अस्त्र के नाम से जाना जाता है जो फूल का तीर है। प्रेम के बिना जीवन बेकार है और इसलिए कामदेव सभी के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। उनका आशीर्वाद जीवन को प्यार और रोमांस से भरा बना देता है। om kleem kaamdevay namah mantra ke fayde in hindi कामदेव मंत्र का प्रयोग कौन कर सकता है ? अगर किसी को लगता है कि वह जीवन में प्रेम से वंचित है तो कामदेव का आह्वान करें। यदि कोई एक तरफा प्रेम से गुजर रहा है और दूसरे के हृदय में प्रेम की भावना उत्पन्न करना चाहता है तो इस शक्तिशाली कामदेव मंत्र से कामदेव का आह्वान करें। अगर शादी के कुछ सालों बाद पति-पत्नी के बीच प्यार और रोमांस कम हो रहा है तो इस प्रेम मंत्र का प्रयोग जीवन को फिर से गर्म करने के लिए करें। यदि शारीरिक कमजोरी

Tantroktam Devi suktam Ke Fayde aur lyrics

तन्त्रोक्तं देवीसूक्तम्‌ ॥ Tantroktam Devi Suktam ,  Meaning of Tantroktam Devi Suktam Lyrics in Hindi. देवी सूक्त का पाठ रोज करने से मिलती है महाशक्ति की कृपा | माँ दुर्गा जो की आदि शक्ति हैं और हर प्रकार की मनोकामना पूरी करने में सक्षम हैं | देवी सूक्तं के पाठ से माता को प्रसन्न किया जा सकता है | इसमें हम प्रार्थना करते हैं की विश्व की हर वास्तु में जगदम्बा आप ही हैं इसीलिए आपको बारम्बार प्रणाम है| नवरात्री में विशेष रूप से इसका पाठ जरुर करना चाहिए | Tantroktam Devi suktam  Ke Fayde aur lyrics आइये जानते हैं क्या फायदे होते हैं दुर्गा शप्तशती तंत्रोक्त देवी सूक्तं के पाठ से : इसके पाठ से भय का नाश होता है | जीवन में स्वास्थ्य  और सम्पन्नता आती है | बुरी शक्तियों से माँ रक्षा करती हैं, काले जादू का नाश होता है | कमजोर को शक्ति प्राप्त होती है | जो लोग आर्थिक तंगी से गुजर रहे हैं उनके आय के स्त्रोत खुलते हैं | जो लोग शांति की तलाश में हैं उन्हें माता की कृपा से शांति मिलती है | जो ज्ञान मार्गी है उन्हें सत्य के दर्शन होते हैं | जो बुद्धि चाहते हैं उन्हें मिलता है | भगवती की क

Rinmukteshwar mahadev mantra Ke fayde

कर्ज मुक्ति के लिए महादेव का शक्तिशाली मंत्र |  Rin Mukteshwar Mahadev Mantra | spell to overcome from debt, कहाँ पर है ऋण मुक्तेश्वर मंदिर ?, कर्ज बढ़ने के ज्योतिषीय कारण | ये मंत्र आर्थिक समस्याओं को दूर करने में बहुत मददगार है, किसी भी प्रकार के ऋण से छुटकारा दिलाने में मदद करता है, भगवान् शिव की कृपा को आकर्षित करने का बहुत ही सशक्त और सरल माध्यम है | अगर आपके ऊपर कर्जा बढ़ता जा रहा हो तो ऐसे में ऋणमुक्तेश्वर महादेव की पूजा बहुत लाभदायक है |  Rinmukteshwar mahadev mantra Ke fayde Read in english about Benefits Of RINMUKTESHWAR MANTRA हर महीने जब लेनदार पैसे मांगने आते हैं तो अच्छा नहीं लगता है , स्थिति तब और ख़राब होती है जब की देने के लिए धन नहीं होता है | कर्जा सिर्फ उस व्यक्ति को ही परेशां नहीं करता है जिसने लिया है अपितु पुरे परिवार को शर्मनाक स्थिति से गुजरने के लिए मजबूर करता है अतः जितना जल्दी हो सके कर्जे से बाहर आने की कोशिश करना चाहिए |  आज के इस युग में हर व्यक्ति दिखावटी जीवन जीना चाहता है और इसी कारण एक अंधी दौड़ में शामिल हो गया है | सुख सुविधाओं को एकत्र करने की चाह