Skip to main content

Latest Astrology Updates in Hindi

Rashi Anusaar Mantra Safalta Ke Liye

12 Rashiyo Ke Mantra,  १२ राशियों से सम्बंधित मंत्र, ज्योतिष के अनुसार १२ राशियों के लिए बीज मंत्र, जानिए राशी मंत्र को जपने के फायदे.  12 Rashiyo Ke Mantra : हम सभी जानते हैं की वैदिक ज्योतिष के हिसाब से १२ राशियाँ होती है और हर व्यक्ति की कोई न कोई राशि होती है जिसका प्रभाव उसके जीवन में पड़ता ही है. ये १२ राशियाँ हैं (मेष, वृषभ, मिथुन, कर्क, सिंह, कन्या, तुला वृश्चिक, धनु, मकर, कुम्भ, मीन). १२ राशियों से सम्बंधित मंत्र हर राशि का कोई न कोई मंत्र भी है और अगर अपने राशि के अनुसार मंत्र का जप करे तो बहुत फायदे होते हैं और सफलता के रास्ते खुलते हैं.   मंत्रो का जप सबसे अच्छा तरीका है किसी भी शक्ति की कृपा को पाने के लिए और जीवन को बेहतर बनाने के लिए. पढ़िए भाग्य कैसे जगाएं  जब भी Rashi Mantra का जप किया जाता है सही तरीके से तो जपकरता के अन्दर ऊर्जा बढ़ने लगती है जिसका फायदा जातक को भौतिक जीवन, अध्यात्मिक जीवन और व्यक्तिगत जीवन में दिखने लगता है |   12 Rashiyo Ke Mantra यहाँ पर चन्द्र राशि अनुसार मंत्र दिए जा रहे हैं जिसका जप धन, स्वास्थ्य, सम्पन्न...

Dhumawati Jayanti Ke Upaay

Dhumavati Jayanti 2024, जानिए कौन है धूमावती माता, कैसे होती है इनकी पूजा, dhumawati mata ka mantra kaun sa hai, Dhumawati Jayanti Ke Upaay.

Dhumavati Jayanti 2024: 10 महाविद्याओं में से एक हैं माँ धूमावती और ये भगवती का उग्र रूप हैं | इनकी पूजा से बड़े बड़े उपद्रव शांत हो जाते हैं, जीवन में से रोग, शोक, शत्रु बाधा का नाश होता है | माना जाता है कि धूमावती की पूजा से अलौकिक शक्तियाँ प्राप्त होती हैं जिससे मुसीबतों से सुरक्षा मिलती हैं, भौतिक और अध्यात्मिक इच्छाएं पूरी होती हैं| इनकी पूजा अधिकतर एकल व्यक्ति, विधवाएँ, तपस्वी और तांत्रिक करते हैं | 

Dhumavati Jayanti 2024, जानिए कौन है धूमावती माता, कैसे होती है इनकी पूजा, dhumawati mata ka mantra kaun sa hai, Dhumawati Jayanti Ke Upaay
Dhumawati Jayanti Ke Upaay 


Dhumavati Jayanti Kab aati hai ?

हिन्दू पंचांग के अनुसार हर साल ज्येष्ठ महीने के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को माँ धूमावती जयंती मनाई जाती है। पौराणिक मान्यता के अनुसार , मां धूमावती धुएं से प्रकट हुई थीं और ये माता का विधवा रूप भी कहलाती है इसीलिए सुहागिन महिलाएं मां धूमावती का पूजन नहीं करती हैं, बस दूर से दर्शन करती हैं और आशीर्वाद लेती है |

Dhumavati Jayanti २०२४ में कब हैं ?

इस साल 14 जून शुक्रवार को धूमावती जयंती मनाई जाएगी क्यूंकि इसी दिन ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि है | 

Watch Video here

आइये जानते हैं 14 जून 2024 को ग्रहों की स्थिति कैसी रहेगी ?

  • गोचर कुंडली में बुधादित्य राज योग बना रहेगा |
  • सूर्य शत्रु राशि के रहेंगे |
  • चन्द्रमा अपने मित्र राशि सिंह में रहेंगे |
  • मंगल स्व राशि मेष में रहेंगे |
  • बुध अपने मित्र राशी वृषभ में रहेंगे |
  • गुरु ग्रह अपने शत्रु राशि वृषभ में रहेंगे |
  • शुक्र अपने मित्र राशि धनु में रहेंगे |
  • शनि अपने स्व राशि कुम्भ में रहेंगे |
  • राहु और केतु अपने मित्र राशि में रहेंगे | Dhumavati Jayanti 2024

आइये जानते हैं माँ धूमावती के बारे में कुछ विशेष बातें :

  1. मां धूमावती का स्वरूप उग्र है |
  2. उनकी सवारी कौवा हैं |
  3. माता पुराने एवं मलिन वस्त्र धारण करती हैं और उनके केश बिखरे हुए रहते हैं |
  4. उनकी पूजा विधवा के रूप में की जाती है|

आइये जानते हैं माँ धूमावती के जन्म की कथा :

इनके जन्म के विषय में 2 कथाएं प्रचलित हैं -

  1. एक बार माँ पार्वती को बहुत तेज भूख लगने पर उन्होंने भगवान शिव को ही निगल लिया जिससे उनकी भूख तो शांत हुई पर उनके शारीर से  धुंआ निकलने लगा। इसके बाद भगवान शिव अपनी माया के द्वारा माता के पेट से बाहर आते हैं और माता से कहते हैं कि धुएं से व्याप्त देह होने के कारण आपके इस स्वरूप का नाम धूमावती होगा।<बर />ये भी माना जाता है की अपने पति भगवान शिव को निगलने के कारण उनका स्वरूप एक विधवा जैसा हो जाता है। इसके अलावा शिव के गले में मौजूद विष के असर से देवी पार्वती का पूरा शरीर धुंआ जैसा हो गया था । उनका सुन्दर शरीर श्रृंगार विहीन हो गया था । तब शिवजी ने पार्वती को कहा कि मुझे निगलने के कारण अब आप विधवा हो गई है। जिस कारण से आपका एक नाम धूमावती भी होगा। Dhumavati Jayanti 2024
  2. दूसरी कथा के अनुसार जब सती ने अपने पिता के यज्ञ में स्वयं को भस्म कर दिया तो उनके जलते हुए शरीर से जो धुआं निकला, उससे धूमावती का जन्म हुआ। इसीलिए वे हमेशा उदास रहती हैं और क्रोधित रहती है, अव्यवस्थित सी दिखती हैं |

आइये जाने हैं माँ धूमावती की पूजन का आसान तरीका :

  • प्रातः काल जल्दी उठकर दैनिक कार्यो से निव्रत्त्त हो जाएँ |
  • स्वच्छ कपड़े पहनकर पूजा स्थल पर बैठे ।
  • पूजन स्थल को गंगा जल से पवित्र करेंऔर माता के फोटो या मूर्ति को स्थापित करें |
  • फिर माता की पंचोपचार पूजा करें |
  • मां धूमावती की कथा का श्रवण करें और उनके मंत्रो का यथाशक्ति जाप करें |
  • पूजन के पश्चात अपनी मनोकमना पूर्ण करने के लिए मां से प्रार्थना करें।
  • हो सके तो धूमावती जयंती के दिन विधवाओं को देवी स्वरुप मानके उनकी पूजा करनी चाहिए, उन्हें कुछ उपहार में दें और उनसे आशीर्वाद लीजिये | Dhumavati Jayanti 2024

विशेष बात ध्यान रखने की :

  • मां धूमावती को भोग में नमकीन अर्पित करना चाहिए।
  • सूखी रोटी पर नमक लगाकर भी भोग लगा सकते हैं | 
  • भक्त माता को पकौड़े का भोग लगा सकते हैं |
  • Navratri mai inki puja vishesh rup se hoti hai | Dhumavati Jayanti 2024

आइये जानते हैं माँ धूमावती के मंत्र कौन से हैं ?

ॐ धूं धूं धूमावत्यै फट्।

or

॥ॐ धूमावत्यै च विद्महे संहारिण्यै च धीमहि तन्नो धूमा प्रचोदयात्॥

॥Om Dhumavatyai ch Vidmahe Samharinyai ch Dhimahi Tanno Dhuma Prachodayat॥

Listen Mantra On YouTube

Dhumavati Jayanti 2024

आइये जानते हैं कुछ सावधानियां जो  Devi dhumavati ke साधना के समय ध्यान रखना है :

  1. सुहागन महिलाओं को इनकी पूजा नहीं करना चाहिए।
  2. इनके हवन के लिए घी और तिल को मिश्रित करके होम करना चाहिए मन्त्र के साथ |
  3. इनकी साधना के लिए ब्रहमचर्य का पालन करना चाहिए सख्ती से|
  4. सात्विक भोजन करें साधना काल में |
  5. किसी भी प्रकार के लालच और हिंसा से दूर रहें | 
  6. किसी भी प्रकार के नशे से दूर रहें | Dhumavati Jayanti 2024

आइये जानते हैं माँ धूमावती की कृपा प्राप्त करने के लिए कुछ उपाय :

  • अगर जीवन में शत्रु अधिक हो गए हैं और पेरशानी बहुत बढ़ गई है तो ऐसे में राई और सेंधा नमक मिला के हवन करना चाहिए |
  • रोटी में नमक मिला के हवन करने से बड़े से बड़ा दुर्भाग्य भी दूर हो जाता है |
  • अगर कोई बिना कारण के कारागार में फंसा हो तो ऐसे में उसके घरवाले अगर काली मिर्च से हवन करें माँ धूमावती के मंत्रो से तो कारागार से मुक्ति मिलती है |
  • अगर कर्जा और गरीबी दूर नहीं हो रही है तो ऐसे में गुड़ से हवन करें |
  • धूमावती जयंती के दिन विधवाओं को देवी स्वरुप मानके उनकी पूजा करनी चाहिए, इससे भाग्य चमक उठता है | Dhumavati Jayanti 2024
देखिये पंचांग देखिये पंचांग 

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल :

  • माँ धूमावती कौन हैं ?
  • Dhumavati Jayanti २०२४ में कब हैं ?
  • धूमावती की पूजा कैसे होती है ?
  • माँ धूमावती के जन्म की कथा क्या है ?
  • माँ धूमावती की पूजन का आसान तरीका क्या है ?
  • माँ धूमावती के मंत्र कौन से हैं ?
  • क्या सावधानियां रखनी चाहिए dhumawati ki saadhna ke samay?
  • jivan me se paresaniyo se chutkaare ke liye kuch कुछ टोटके |

Dhumavati Jayanti 2024, जानिए कौन है धूमावती माता, कैसे होती है इनकी पूजा, dhumawati mata ka mantra kaun sa hai, Dhumawati Jayanti Ke Upaay.

Comments

Popular posts from this blog

om kleem kaamdevay namah mantra ke fayde in hindi

कामदेव मंत्र ओम क्लीं कामदेवाय नमः के फायदे,  प्रेम और आकर्षण के लिए मंत्र, शक्तिशाली प्रेम मंत्र, प्रेम विवाह के लिए सबसे अच्छा मंत्र, सफल रोमांटिक जीवन के लिए मंत्र, lyrics of kamdev mantra। कामदेव प्रेम, स्नेह, मोहक शक्ति, आकर्षण शक्ति, रोमांस के देवता हैं। उसकी प्रेयसी रति है। उनके पास एक शक्तिशाली प्रेम अस्त्र है जिसे कामदेव अस्त्र के नाम से जाना जाता है जो फूल का तीर है। प्रेम के बिना जीवन बेकार है और इसलिए कामदेव सभी के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। उनका आशीर्वाद जीवन को प्यार और रोमांस से भरा बना देता है। om kleem kaamdevay namah mantra ke fayde in hindi कामदेव मंत्र का प्रयोग कौन कर सकता है ? अगर किसी को लगता है कि वह जीवन में प्रेम से वंचित है तो कामदेव का आह्वान करें। यदि कोई एक तरफा प्रेम से गुजर रहा है और दूसरे के हृदय में प्रेम की भावना उत्पन्न करना चाहता है तो इस शक्तिशाली कामदेव मंत्र से कामदेव का आह्वान करें। अगर शादी के कुछ सालों बाद पति-पत्नी के बीच प्यार और रोमांस कम हो रहा है तो इस प्रेम मंत्र का प्रयोग जीवन को फिर से गर्म करने के लिए करें। यदि शारीरिक कमज...

Tantroktam Devi suktam Ke Fayde aur lyrics

तन्त्रोक्तं देवीसूक्तम्‌ ॥ Tantroktam Devi Suktam ,  Meaning of Tantroktam Devi Suktam Lyrics in Hindi. देवी सूक्त का पाठ रोज करने से मिलती है महाशक्ति की कृपा | माँ दुर्गा जो की आदि शक्ति हैं और हर प्रकार की मनोकामना पूरी करने में सक्षम हैं | देवी सूक्तं के पाठ से माता को प्रसन्न किया जा सकता है | इसमें हम प्रार्थना करते हैं की विश्व की हर वास्तु में जगदम्बा आप ही हैं इसीलिए आपको बारम्बार प्रणाम है| नवरात्री में विशेष रूप से इसका पाठ जरुर करना चाहिए | Tantroktam Devi suktam  Ke Fayde aur lyrics आइये जानते हैं क्या फायदे होते हैं दुर्गा शप्तशती तंत्रोक्त देवी सूक्तं के पाठ से : इसके पाठ से भय का नाश होता है | जीवन में स्वास्थ्य  और सम्पन्नता आती है | बुरी शक्तियों से माँ रक्षा करती हैं, काले जादू का नाश होता है | कमजोर को शक्ति प्राप्त होती है | जो लोग आर्थिक तंगी से गुजर रहे हैं उनके आय के स्त्रोत खुलते हैं | जो लोग शांति की तलाश में हैं उन्हें माता की कृपा से शांति मिलती है | जो ज्ञान मार्गी है उन्हें सत्य के दर्शन होते हैं | जो बुद्धि चाहते हैं उन्हें मिलता ह...

Rinmukteshwar mahadev mantra Ke fayde

कर्ज मुक्ति के लिए महादेव का शक्तिशाली मंत्र |  Rin Mukteshwar Mahadev Mantra | spell to overcome from debt, कहाँ पर है ऋण मुक्तेश्वर मंदिर ?, कर्ज बढ़ने के ज्योतिषीय कारण | ये मंत्र आर्थिक समस्याओं को दूर करने में बहुत मददगार है, किसी भी प्रकार के ऋण से छुटकारा दिलाने में मदद करता है, भगवान् शिव की कृपा को आकर्षित करने का बहुत ही सशक्त और सरल माध्यम है | अगर आपके ऊपर कर्जा बढ़ता जा रहा हो तो ऐसे में ऋणमुक्तेश्वर महादेव की पूजा बहुत लाभदायक है |  Rinmukteshwar mahadev mantra Ke fayde Read in english about Benefits Of RINMUKTESHWAR MANTRA हर महीने जब लेनदार पैसे मांगने आते हैं तो अच्छा नहीं लगता है , स्थिति तब और ख़राब होती है जब की देने के लिए धन नहीं होता है | कर्जा सिर्फ उस व्यक्ति को ही परेशां नहीं करता है जिसने लिया है अपितु पुरे परिवार को शर्मनाक स्थिति से गुजरने के लिए मजबूर करता है अतः जितना जल्दी हो सके कर्जे से बाहर आने की कोशिश करना चाहिए |  आज के इस युग में हर व्यक्ति दिखावटी जीवन जीना चाहता है और इसी कारण एक अंधी दौड़ में शामिल हो गया है | सुख सुविधाओं को एकत्...