Nakshatra aur Rashi Chart, नाम के पहले अक्षर से जानिए नक्षत्र और राशि, जानिए किस नक्षत्र का प्रभाव है जातक के ऊपर, पंचक नक्षत्र कौन से हैं |
Nakshatra aur Rashi Chart: एक राशि 2 या 3 नक्षत्रो से बनती है और इसीलिए जब जन्म लेने वाले जातक का नामकरण होता है तो उसके नाम का अक्षर नक्षत्र के आधार पर निकाला जाता है |
जातक का जन्म जिस नक्षत्र के जिस चरण में होगा उसके आधार पर ही नाम का पहला अक्षर निकलता है |
वैदिक ज्योतिष के अनुसार 12 राशियां होती है, प्रत्येक राशि 30 डिग्री की होती है और 27 नक्षत्र होते हैं। हर राशि नक्षत्रो के संयोजन से बनती है | हर नक्षत्र के 4 चरण होते हैं जिसे की नक्षत्र के 4 भाग कहते हैं और हर चरण के अक्षर अलग होते हैं | Nakshatra aur Rashi Chart
Nakshatra Aur Rashi Chart Details in hindi |
नक्षत्र क्या होते हैं ?
आकाश मंडल में स्थित तारों के समूह को नक्षत्र कहा जाता है। भारतीय महर्षियों ने 27 समूहों को खोजा जो की विशेष थे | एक नक्षत्र 13.20 अंश का होता है।
27 नक्षत्रों को भी तीन भागों में विभाजित कर दिया गया है। शुभ नक्षत्र, मध्यम नक्षत्र और अशुभ नक्षत्र।
- ऐसी मान्यता है की शुभ नक्षत्रो में किये गए कार्य सफल होते हैं। इनमें 15 नक्षत्र आते हैं - रोहिणी, अश्विन, मृगशिरा, पुष्य, हस्त, चित्रा, रेवती, श्रवण, स्वाति, अनुराधा, उत्तराभाद्रपद, उत्तराषाढा, उत्तरा फाल्गुनी, घनिष्ठा, पुनर्वसु।
- दूसरे नंबर पे हैं मध्यम नक्षत्र जिनके लिए कहा जाता है की इनमे किये गए कार्य मध्यम रूप से फलदायी होते हैं | ये 8 हैं और इनके नाम इस प्रकार हैं - पूर्वा फाल्गुनी, पूर्वाषाढ़ा, पूर्वाभाद्रपद, विशाखा, ज्येष्ठा, आर्द्रा, मूल और शतभिषा। Nakshatra aur Rashi Chart
- तीसरे नंबर पे हैं अशुभ नक्षत्र और ऐसी मान्यता है की इनमे किए गए कार्यों में परेशानी आती है और संघर्ष ज्यादा करना पड़ता है | ये 4 होते हैं और इन नक्षत्रो के नाम हैं - भरणी, कृतिका, मघा और आश्लेषा।
पंचक क्या होते हैं ?
पंचक तब लगता है जब चन्द्रमा कुम्भ और मीन राशि के नक्षत्रो से गुजरता है जो की हैं -घनिष्ठा, शतभिषा, पूर्वाभाद्रपद, उत्तराभाद्रपद, रेवती| Nakshatra aur Rashi Chart
गंडमूल नक्षत्र क्या होते हैं ?
अश्विनी,आश्लेषा, मघा, ज्येष्ठा, मूल और रेवती को गंडमूल नक्षत्र कहा गया है और ये 6 नक्षत्र संघर्षो को जन्म देने वाले हैं | Read in details Mool Nakshatra kya hote hai?
Rashi And Nakshatra Chart With Charan:
12 राशियों की लिस्ट | जन्म का नक्षत्र | नाम का पहला अक्षर |
---|---|---|
मेष | अश्विनि, भरणी, कृतिका प्रथम चरण | चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ |
वृषभ | कृतिका(2,3 और 4 चरण ), रोहिणी, मृगशिरा(1 और 2 चरण ) | ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो |
मिथुन | मृगशिरा(3 और 4 चरण ), आर्द्रा, पुनर्वसु(1,2 और 3 चरण ) | का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, ह |
कर्क | पुनर्वसु(चौथा चरण), पुष्य, अश्लेषा | ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो |
सिंह | मघा, पूर्वाफाल्गुनी, उत्तराफाल्गुनी का प्रथम चरण | मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे |
कन्या | उत्तराफाल्गुनी(2, 3 और 4 चरण ), हस्त, चित्रा के 1 और 2 चरण | ढो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो |
तुला | चित्रा के 3 और 4 चरण, स्वाती, विशाखा के 1, 2 और 3 चरण | रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते |
वृश्चिक | विशाखा का चौथा चरण, अनुराधा, ज्येष्ठा | तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू |
धनु | मूल, पूर्वाषाढ़ा, उत्तराषाढ़ा का प्रथम चरण | ये, यो, भा, भी, भू, धा, फा, ढा, भे |
मकर | उत्तराषाढ़ा के 2,3 और 4 चरण, श्रवण, घनिष्ठा के 1 और 2 चरण | भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, गा, गी |
कुम्भ | घनिष्ठा के 3 और 4 चरण, शतभिषा, पूर्वाभाद्रपद के 1,2, और 3 चरण | गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा |
मीन | पूर्वाभाद्रपद का चौथा चरण, उत्तराभाद्रपद, रेवती | दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची |
12 राशियों के अंश(DEGREE) को जानते हैं :
- Mesh Rashi(मेष) 0-30 अंश
- Vrishabh Rashi (वृषभ) 30-60 अंश
- Mithun Rashi (मिथुन) 60-90 अंश
- Kark Rashi (कर्क) 90-120 अंश
- Singh Rashi(सिंह) 120-150 अंश
- Kanya Rashi(कन्या) 150-180 अंश Nakshatra aur Rashi Chart
- Tula Rashi(तुला) 180-210 अंश
- Vrischik Rashi(वृश्चिक) 210-240 अंश
- Dhanu Rashi(धनु) 240-270 अंश
- Makar Rashi(मकर) 270-300 अंश
- Kumbh Rashi(कुम्भ) 300-330 अंश
- Meen Rashi(मीन) 330-360 अंश Nakshatra aur Rashi Chart
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