Skip to main content

Latest Astrology Updates in Hindi

Shukra Ka Kumbh Rashi Mai Gochar Ka Rashifal

Shukra Ka Kumbh Rashi Mai Gochar Ka Rashifal, शुक्र कुम्भ राशि में कब जायेंगे 2024 में,  12 राशियों पर शुक्र के गोचर का असर क्या होगा ?| Shukra Ka Kumbh Rashi Mai Gochar Ka Rashifal: विलासिता, ऐशोआराम, आकर्षण शक्ति, प्रेम, रोमांस का कारक ग्रह शुक्र 28 December 2024 शनिवार को रात्रि में लगभग 11:28 बजे अपना राशि परिवर्तन करने वाले हैं और कुम्भ राशि में प्रवेश करेंगे जो की शुक्र की मित्र राशि है अतः इसके बहुत शुभ परिणाम हमे देखने को मिलेंगे |  Shukra Ka Kumbh Rashi Mai Gochar Ka Rashifal Read In English About Venus Transit In Aquarius आइये जानते हैं शुक्र के कुम्भ राशि में गोचर का राशिफल : शुक्र के कुम्भ राशि में गोचर से मेष राशि वालो के जीवन में क्या बदलाव हो सकते हैं : 28 December 2024  को शुक्र के कुम्भ राशि में गोचर से मेष राशि के लोगो की इच्छाएं पूरी होंगी परन्तु संघर्षो के बाद | मेष राशि के प्रेमियों के लिए भी समय कुछ उलझन भरा रह सकता है | विद्यार्थियों और प्रतियोगी परीक्षा में बैठने वालो को सफलता मिलने के योग मजबूत होंगे | यात्रा के योग भी बढ़ेंगे और अगर आप...

Jyotish ke 9 khatarnaak yog jo barbaad kar sakte hain

Jyotish ke 9 khatarnaak yog jo barbaad kar sakte hain, 9 नुकसानदायक योग जो जीवन में संघर्ष पैदा करते हैं, जानिए कैसे बनते हैं ये योग कुंडली में | चंडाल योग, सूर्य ग्रहण योग, चन्द्र ग्रहण योग, पितृ दोष, नाग दोष, अंगारक योग, पिशाच योग, केमद्रुम योग, विष योग|

Jyotish ke 9 khatarnaak yog: वेदिक ज्योतिष में जब कुंडली का अध्ययन होता है तो शुभ और अशुभ योगो को भी देखा जाता है | जहाँ शुभ योग जातक को बेतरीन जीवन देता है वहीँ अशुभ योगो के कारण जातक को खूब परेशानी का सामना करना पड़ता है, प्रेम जीवन में परेशानी आती है, काम काज में परेशानी आती है, परिवार के सुख में कमी आती है, आर्थिक तंगी से गुजरना पड़ता है, मान सम्मान नहीं मिल पाता है, जातक डरा डरा जीने लगता है |

Jyotish ke 9 khatarnaak yog jo barbaad kar sakte hain, 9 नुकसानदायक योग जो जीवन में संघर्ष पैदा करते हैं, जानिए कैसे बनते हैं ये योग कुंडली में
Jyotish ke 9 khatarnaak yog jo barbaad kar sakte hain


आइये जानते हैं वैदिक ज्योतिष के अनुसार 9 ऐसे योगो के बारे में जो जातक के जीवन में संघर्ष पैदा करते हैं :

चांडाल योग :

जब गुरु के साथ राहू या केतु कुंडली के किसी भी भाव में बैठे तो चंडाल योग बनता है| ये योग जातक के लिए बहुत ही हानिकारक होता है और इसके कारण कर्जा बढ़ जाता है, आर्थिक नुकसान बढ़ जाता है, व्यापार में नुकसान होने लगता है, अगर कोई पैसा ले ले तो वापस नहीं करता है | 

कुंडली के जिस भाव में ये योग बनेगा उसके हिसाब से ही परिणाम ज्यादा देखने को मिलेंगे | उदाहरण के लिए अगर व्यापार वाले भाव में बन जाए तो व्यापार में जातक बर्बाद हो जायेगा, विवाह में परेशानी आएगी, बार बार धोखा मिलेगा | अगर संतान भाव में  चंडाल योग बन जाए तो जातक संतान के कारण परेशां होता रहेगा, संतान रोगी रह सकती है, काम काज के भाव में अगर चंडाल योग बन जाए तो जातक का काम काज स्थिर नहीं रहता है, उसे बार बार काम बदलना पड़ता है, स्थाई नौकरी नहीं मिल पाती , मिल जाए तो किसी ना किसी कारण से छोड़ना पड़ती है |

अतः अगर कुंडली में चंडाल योग के कारण बहुत परेशानी आ रही हो तो इसका उपाय ज्योतिष से पूछ के करना चाहिए | यहाँ ये जानना भी आवश्यक है की कोई एक उपाय नहीं होते हैं , कुंडली में कहा बना है उसकी शक्ति कितनी है, उसके हिसाब से उपाय निकले जाते हैं, अतः ज्योतिष को कुंडली दिखा के सही उपाय प्राप्त करे | Jyotish ke 9 khatarnaak yog

पढ़िए Jyotish Mai Vidhwansak Yog Kya Hota Hai

सूर्य ग्रहण योग :

ये योग तब बनता है जब राहू और केतु के साथ सूर्य बैठा हो कुंडली के किसी भाव में | सूर्य ग्रहण के प्रभाव से जातक को मान सम्मान मिलने में बहुत परेशानी आती है, पैतृक संपत्ति के सुख में कमी आती है, जातक का तेज कम होता है, पिता के स्वास्थ्य के कारण परेशानी बनती है, कानूनी अड़चने बहुत आती है |

कुंडली के जिस भाव में सूर्य ग्रहण योग बनेगा उस भाव के हिसाब से परिणाम ज्यादा दिखेंगे |

यहाँ ये भी जानना आवश्यक है की सूर्य ग्रहण के दुष्प्रभाव को कम करने के कोई १ उपाय नहीं होते हैं, योग कहाँ बना है, उसकी शक्ति कितनी है उसके आधार पे उपाय निकाले जाते हैं |

अतः ज्योतिष को कुंडली दिखा के सही उपाय प्राप्त करे | Jyotish ke 9 khatarnaak yog

पितृ दोष :

जब भी कुंडली में 9 भाव में शत्रु राशि के राहू या केतु बैठ जाए तो पितृ दोष बनाएगा या फिर कुंडली में सूर्य शत्रु का हो तो भी पितृ दोष बनता है या फिर शनि पीड़ित हो तो भी पितृ दोष को जन्म देता है |

कुछ विद्वानों का मानना है की यदि कुंडली के दूसरे, पांचवे या फिर नवे भाव में राहू, केतु या शनि बैठ जाए तो भी पितृ दोष बनता है |

इस दोष के कारण जातक के जीवन में हर काम में बाधा उत्पन्न होती है, बिना संघर्ष के कोई सुख प्राप्त नहीं होता, बनता काम भी बिगड़ जाता है, संतान रोगी हो सकती है, कर्जा बढ़ सकता है, गंभीर रोग उत्पन्न हो सकता है, विवाह में देरी हो सकती है आदि |

अतः इसका उपाय शीघ्र से शीघ्र करना चाहिए अच्छे ज्योतिष को कुंडली दिखा के | Jyotish ke 9 khatarnaak yog

नाग दोष :

यदि जातक के कुंडली में पंचम भाव में राहू मौजूद हो तो ऐसे में प्रबल नाग दोष बनता है | 

नाग दोष के कारण जातक को संतान हानि, विद्या प्राप्ति में परेशानी, शत्रु बाधा, असाध्य रोग से परेशानी होती है |

कुछ जातको को स्वप्न में भी नाग डसने का भय लगता है | भयानक सपने परेशां कर सकते हैं आदि |

इसका सबसे सरल उपाय ये है की शिव आराधना की जाए और दूसरे उपाय कुंडली में ग्रहों की स्थिति को देखने के बाद ही निकलता है अतः अच्छे ज्योतिष को कुंडली दिखाएँ | Jyotish ke 9 khatarnaak yog

अंगारक दोष :

कुंडली के किसी भी भाव में अगर मंगल के साथ राहू या केतु बैठ जाए तो अंगारक दोष को जन्म देता है | ये योग दुर्घटनाओं को जन्म देता है और अगर ये योग किसी जातक के कुंडली में अष्टम भाव में बन जाए तो निश्चित ही जातक दुर्घटनाओं में बहुत कुछ गँवा देता है | अगर अंगारक योग लग्न में बन जाए तो जातक को भयंकर क्रोधी बना देगा | 

इस योग का समाधान जरुर करते रहना चाहिए अन्यथा जातक गलत मार्ग में भी चला जाता है, नशे के आदि बन सकता है, गंभीर रोग का शिकार हो सकता है |  Jyotish ke 9 khatarnaak yog

पिशाच योग :

अगर कुंडली में राहू या केतु शनि के साथ बैठ जाए तो प्रबल पिशाच योग बनता है, इसके कारण जातक को कभी गंभीर समस्या से गुजरना पड़ता है, उपरी बाधा परेशां करती है, जातक को बार बार नजर दोष से गुजरना पड़ता है, हर काम में रुकावट आती है, डरावने सपना आते हैं, शत्रु बाधा बहुत बढ़ जाती है , जातक काले जादू से भी परेशां रह सकता है |

अगर कुंडली में पिशाच योग हो तो ऐसे में सुरक्षा के लिए प्रयोग अवश्य करवाने चाहिए ज्योतिष से सलाह लेके | Jyotish ke 9 khatarnaak yog

केमद्रुम योग :

ये योग चन्द्रमा से जुड़ा है अतः अगर चंद्रमा कुंडली में अकेला हो या फिर उसके आगे पीछे भाव में कोई ग्रह ना हो, या फिर उसपर किसी ग्रह की दृष्टि ना पड़ रही हो तो ऐसे में जातक केमद्रुम योग से ग्रस्त होता है | इस योग के कारण जातक को बहुत ज्यादा परिश्रम करना पड़ता है, हर काम में बाधा आती है, विवाह देर से होता है, जीवन साथी के साथ बनता नहीं है, संतोष जनक आय नहीं हो पाता है |

तो अगर आपके कुंडली में केमद्रुम योग बन रहा हो तो ऐसे में आपको ज्योतिष से परामर्श लेके सही उपाय करने चाहिए | Jyotish ke 9 khatarnaak yog

विष योग :

अगर कुंडली में शनि और चन्द्रमा साथ में बैठ जाए  या फिर एक दूसरे को पूर्ण दृष्टि से देखे तो विष योग का निर्माण करता है |

इस योग के कारण जातक को मानसिक परेशानियों से गुजरना पड़ता है, प्रेम संबंधो में बहुत परेशानी आती है, स्वास्थ्य रह रह के ख़राब होता रहता है आदि | 

ऐसे में जरुरी है की कुंडली का पूरा विश्लेषण करवा के सही उपाय किया जाए | Jyotish ke 9 khatarnaak yog

चन्द्र ग्रहण योग :

अगर कुंडली में चन्द्रमा के साथ किसी भाव में राहू या केतु बैठ जाए तो ऐसे में चन्द्र ग्रहण योग बनता है| इस योग के कारण जातक को बहुत परेशानी उठानी पड़ती है, माता के स्वास्थ्य पर असर पड़ता है, जातक मानसिक तौर पर कमजोर पड़ता है, नजर बहुत लगती है, डर बहुत लग सकता है आदि |

तो इस प्रकार हमने देखा की कुंडली में कौन से 9 प्रकार के दोष मिल सकते हैं वैदिक ज्योतिष के अनुसार और उनसे हमे क्या क्या नुकसान हो सकता है | कुंडली में मौजूद दोष कितना असर दिखाएँगे, ये इस बात पर निर्भर करेगा की वो किस भाव में बने है और कितने शक्तिशाली है | Jyotish ke 9 khatarnaak yog

अगर आप भी अपनी कुंडली दिखवाना चाहते हैं और जानना चाहते हैं अपने कुंडली में मौजूद शक्तिशाली ग्रहों के बारे में, कमजोर ग्रहों के बारे में, नुकसानदायक योगो के बारे में तो संपर्क करे विश्वसनीय ज्योतिष सलाह के लिए |


Jyotish ke 9 khatarnaak yog jo barbaad kar sakte hain, 9 नुकसानदायक योग जो जीवन में संघर्ष पैदा करते हैं, जानिए कैसे बनते हैं ये योग कुंडली में | चंडाल योग, 9 dangerous yoga in birth chart, सूर्य ग्रहण योग, चन्द्र ग्रहण योग, पितृ दोष, नाग दोष, अंगारक योग, पिशाच योग, केमद्रुम योग, विष योग|

Comments

Popular posts from this blog

om kleem kaamdevay namah mantra ke fayde in hindi

कामदेव मंत्र ओम क्लीं कामदेवाय नमः के फायदे,  प्रेम और आकर्षण के लिए मंत्र, शक्तिशाली प्रेम मंत्र, प्रेम विवाह के लिए सबसे अच्छा मंत्र, सफल रोमांटिक जीवन के लिए मंत्र, lyrics of kamdev mantra। कामदेव प्रेम, स्नेह, मोहक शक्ति, आकर्षण शक्ति, रोमांस के देवता हैं। उसकी प्रेयसी रति है। उनके पास एक शक्तिशाली प्रेम अस्त्र है जिसे कामदेव अस्त्र के नाम से जाना जाता है जो फूल का तीर है। प्रेम के बिना जीवन बेकार है और इसलिए कामदेव सभी के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। उनका आशीर्वाद जीवन को प्यार और रोमांस से भरा बना देता है। om kleem kaamdevay namah mantra ke fayde in hindi कामदेव मंत्र का प्रयोग कौन कर सकता है ? अगर किसी को लगता है कि वह जीवन में प्रेम से वंचित है तो कामदेव का आह्वान करें। यदि कोई एक तरफा प्रेम से गुजर रहा है और दूसरे के हृदय में प्रेम की भावना उत्पन्न करना चाहता है तो इस शक्तिशाली कामदेव मंत्र से कामदेव का आह्वान करें। अगर शादी के कुछ सालों बाद पति-पत्नी के बीच प्यार और रोमांस कम हो रहा है तो इस प्रेम मंत्र का प्रयोग जीवन को फिर से गर्म करने के लिए करें। यदि शारीरिक कमज...

Tantroktam Devi suktam Ke Fayde aur lyrics

तन्त्रोक्तं देवीसूक्तम्‌ ॥ Tantroktam Devi Suktam ,  Meaning of Tantroktam Devi Suktam Lyrics in Hindi. देवी सूक्त का पाठ रोज करने से मिलती है महाशक्ति की कृपा | माँ दुर्गा जो की आदि शक्ति हैं और हर प्रकार की मनोकामना पूरी करने में सक्षम हैं | देवी सूक्तं के पाठ से माता को प्रसन्न किया जा सकता है | इसमें हम प्रार्थना करते हैं की विश्व की हर वास्तु में जगदम्बा आप ही हैं इसीलिए आपको बारम्बार प्रणाम है| नवरात्री में विशेष रूप से इसका पाठ जरुर करना चाहिए | Tantroktam Devi suktam  Ke Fayde aur lyrics आइये जानते हैं क्या फायदे होते हैं दुर्गा शप्तशती तंत्रोक्त देवी सूक्तं के पाठ से : इसके पाठ से भय का नाश होता है | जीवन में स्वास्थ्य  और सम्पन्नता आती है | बुरी शक्तियों से माँ रक्षा करती हैं, काले जादू का नाश होता है | कमजोर को शक्ति प्राप्त होती है | जो लोग आर्थिक तंगी से गुजर रहे हैं उनके आय के स्त्रोत खुलते हैं | जो लोग शांति की तलाश में हैं उन्हें माता की कृपा से शांति मिलती है | जो ज्ञान मार्गी है उन्हें सत्य के दर्शन होते हैं | जो बुद्धि चाहते हैं उन्हें मिलता ह...

Rinmukteshwar mahadev mantra Ke fayde

कर्ज मुक्ति के लिए महादेव का शक्तिशाली मंत्र |  Rin Mukteshwar Mahadev Mantra | spell to overcome from debt, कहाँ पर है ऋण मुक्तेश्वर मंदिर ?, कर्ज बढ़ने के ज्योतिषीय कारण | ये मंत्र आर्थिक समस्याओं को दूर करने में बहुत मददगार है, किसी भी प्रकार के ऋण से छुटकारा दिलाने में मदद करता है, भगवान् शिव की कृपा को आकर्षित करने का बहुत ही सशक्त और सरल माध्यम है | अगर आपके ऊपर कर्जा बढ़ता जा रहा हो तो ऐसे में ऋणमुक्तेश्वर महादेव की पूजा बहुत लाभदायक है |  Rinmukteshwar mahadev mantra Ke fayde Read in english about Benefits Of RINMUKTESHWAR MANTRA हर महीने जब लेनदार पैसे मांगने आते हैं तो अच्छा नहीं लगता है , स्थिति तब और ख़राब होती है जब की देने के लिए धन नहीं होता है | कर्जा सिर्फ उस व्यक्ति को ही परेशां नहीं करता है जिसने लिया है अपितु पुरे परिवार को शर्मनाक स्थिति से गुजरने के लिए मजबूर करता है अतः जितना जल्दी हो सके कर्जे से बाहर आने की कोशिश करना चाहिए |  आज के इस युग में हर व्यक्ति दिखावटी जीवन जीना चाहता है और इसी कारण एक अंधी दौड़ में शामिल हो गया है | सुख सुविधाओं को एकत्...