Shiv Dhyan Mantra Ke Fayde aur Lyrics, श्री शिव ध्यान मंत्र के फायदे, शिव पूजा मंत्र, शिव स्तुति, महादेव ध्यान.
Shiv Dhyan Mantra: शिव ध्यान मंत्र भगवान शिव के भक्तो को बहुत प्रिय है क्यूंकि इसमें भोलेनाथ के गुणों के बारे में बताया गया है | इसका पाठ करने से साधक के समस्त पापों का नाश होता है और जीवन में स्वास्थ्य, सुख और सम्पन्नता आने लगती है |
Shiv Dhyan Mantra Ke Fayde aur Lyrics |
इन श्लोको में भगवान शिव की महिमा का वर्णन है साथ ही उनके द्वारा धारण किये जाने वाले चीजो का भी वर्णन है उनके डमरू की शक्ति, गंगा की महिमा, उनके कुंडल की महिमा, भस्म की शक्ति, उनके सर पे मौजूद चन्द्रमा की महिमा आदि |
भगवान् शिव के वाहन नंदी का वर्णन भी हम करते हैं जो की भक्ति के सूचक हैं | उनके तीसरी आँख की शक्ति का वर्णन भी इसमें मिलता है | Shiv Dhyan Mantra
भगवान् शिव कल्याण करने वाले हैं, परम दयालु हैं, हमेशा मंगल ही करते हैं | भगवान शिव की महिमा अनंत है दिव्य है, उनके अनंत गुण हैं, उनकी शक्ति भी अनंत है |
इसमें रामायण के महत्व को भी बताया गया है। इसमें ध्वनि की शक्ति का वर्णन भी मिलता है |
इसमें भगवान् शिव से प्रार्थना की गई है कि भगवान शिव अपने भक्तों की रक्षा करें और उन्हें सभी बाधाओं से मुक्ति दिलाएं।
श्री सदाशिव ध्यान मंत्र के पाठ से क्या फायदे होते हैं ? Shiv Dhyan Mantra
- इसका पाठ नियमित करने से साधक को सुख शांति प्राप्त होती है |
- जीवन की बाधाएं दूर होने लगती है |
- स्वास्थ्य प्राप्त होने लगता है |
- शिव की भक्ति प्राप्त होती है |
- अकाल मृत्यु से बचाव होता है |
|| श्री शिव ध्यान मंत्र ||
ॐ डिं डिं डिंकत डिम्ब डिम्ब डमरु, पाणौ सदा यस्य वै |
फुं फुं फुंकत सर्पजाल हृदयं , घं घं च घण्टा रवम् ॥
वं वं वंकत वम्ब वम्ब वहनं , कारुण्य पुण्यात् परम् ॥
भं भं भंकत भम्ब भम्ब नयनं , ध्यायेत शिवम् शंकरम्॥ Shiv Dhyan Mantra
यावत् तोय धरा धरा धर धरा ,धारा धरा भूधरा ॥
यावत् चारु सुचारु चारू चमरं , चामी करं चामरं ॥
यावत् रावण राम राम रमणं , रामायणे श्रुयताम्॥
तावत् भोग विभोग भोगमतुलम् यो गायते नित्यस:॥
यस्याग्रे द्राट द्राट द्रुट द्रुट ममलं , टंट टंट टंटटम् ॥
तैलं तैलं तु तैलं खुखुखुखु खुखुमं , खंखखंख सखंखम्॥ Shiv Dhyan Mantra
डंस डंस डुडंस डुहि चकितं , भूपकं भूय नालम् ॥
ध्यायस्ते विप्रगाहे सवसति सवलः पातु वः चंद्रचूडः ॥
गात्रं भस्मसितं सितं च हसितं हस्ते कपालं सितम् ॥
खट्वांग च सितं सितश्च भृषभः , कर्णेसिते कुण्डले ।
गंगाफनेसिता जटापशु पतेश्चनद्रः सितो मूर्धनि ।
सोऽयं सर्वसितो ददातु विभवं , पापक्षयं सर्वदा ॥
॥ इति शिव ध्यानम् ॥
Shiv Dhyan Mantra Ke Fayde aur Lyrics, Shatru nashak Mantra, श्री शिव ध्यान मंत्र के फायदे, शिव पूजा मंत्र, शिव स्तुति, महादेव ध्यान.
Comments
Post a Comment