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Latest Astrology Updates in Hindi

Shukra Margi Kab Honge

Shukra margi kab honge, margi shukra ka prabhav, १२ राशियों को क्या फायदा होगा मार्गी शुक्र का.  Shukra Margi 2025:   13 अप्रैल 2025 रविवार को शुक्र ग्रह प्रातः लगभग 5:45 AM पे मार्गी हो चुके हैं और इससे अनेक लोगों को बहुत फायदा होना शुरू होगा. शुक्र का सम्बन्ध सुख, सम्पदा, प्रेम, ऐश्वर्य, ख़ुशी, रोमांस, धन, वैभव, आदि से होता है. मीन राशि में शुक्र उच्च के होते हैं और ये अब मार्गी हो चुके हैं जिससे इनकी शक्ति और बढ़ जायेगी.  Shukra Margi Kab Honge Watch Video Here आइये जानते हैं की मार्गी शुक्र का क्या प्रभाव होगा १२ राशियों पर ? मेष राशिफल: १३ अप्रैल 2025 को शुक्र के मार्गी होने पर मेष राशि के लोगों के खर्चे मनोरंजन और यात्राओं पर बढ़ सकते हैं. आपकी बोलने की कला में बढ़ोतरी होगी, जो लोग विवाह करना चाहते हैं उनके रास्ते खुलेंगे. जीवनसाथी के साथी सम्बन्ध मजबूत होंगे. जो लोग नया व्यापार शुरू करना चाहते हैं उनके लिए समय उत्तम रहेगा, धन लाभ के रास्ते खुलने लगेंगे.  Shukra Margi 2025 वृषभ राशिफल: १३ अप्रैल 2025 को शुक्र के मार्गी होने पर वृषभ राशि के लोगों के अधूरी इच्छा...

Astavakra Kaun Hain

अष्टावक्र कौन थे, जानिए उनसे जुडी 3 कथाएं, जानिए अष्टावक्र गीता की रचना कैसे हुई, Ashtavakra kaun the.  अष्टावक्र एक ऐसे ज्ञानी पुरुष थे जिनका नाम आध्यात्मिक जगत में बड़े सम्मान के साथ लिया जाता है | आमतौर पर अष्टावक्र के जीवन के बारे में तीन कथाएं प्रचलित हैं जिनसे पता चलता है कि वह ज्ञानियों में शिरोमणि है| इन्हें गर्भ में ही आत्मज्ञान हो गया था | Astavakra Kaun Hain आइये जानते हैं 3 अद्भुत घटनाएं जो ashtavakra जी की महानता को प्रमाणित करते हैं : 1.पहली कथा - जब यह गर्भ में थे उस समय उनके पिता एक दिन वेद पाठ कर रहे थे तो इन्होंने गर्भ से ही अपने पिता को टोक दिया कि रुको यह सब बकवास है शास्त्रों में ज्ञान कहाँ,  ज्ञान तो स्वयं के भीतर है सत्य शास्त्रों में नहीं स्वयं में है शास्त्र तो शब्दों का संग्रह मात्र है यह सुनते ही उनके पिता श्री को अहंकार जाग उठा वे आत्मज्ञानी तो थे नहीं शास्त्रों के मात्र ज्ञाता थे और जिन्हें शास्त्रों का ज्ञान होता है उनमें इस जानकारी का अहंकार होता है इसी अहंकार के कारण व आत्म ज्ञान से वंचित रहते हैं |उन्हीं का वह पुत्र उन्हें उपदेश दे रह...

Narak Chaturdashi ki katha in hindi

दिवाली से एक दिन पहले नरक चौदस क्यों मनाते हैं, नरक चौदस की कहानी, जानिए Narak Chaudas Ki katha | Diwali पर देखा जाए तो 5 पर्व एक साथ आते हैं पहला धनतेरस, दूसरा नरक चौदस, तीसरा दिवाली, चौथा गोवर्धन पूजा और पांचवा है भाईदोज |  इस लेख में हम जानेंगे की दिवाली के एक दिन पहले नरक चौदस क्यों मनाई जाती है, क्या मान्यता है इसके पीछे | Narak Chaturdashi ki katha in hindi Narak chaudas katha : ऐसी मान्यता है की नरक चतुर्दशी को दीप दान करने से अकाल मृत्यु से बचाव होता है और पापो से मुक्ति मिलती है साथ ही सौभाग्य की प्राप्ति होती है |  Narak chaudas को छोटी दीपावली भी कहा जाता है और इस दिन शाम को यमराज के नाम से दीपदान किया जाता है |  Read Narak chaturdashi story in english आइये जानते हैं पौराणिक कथायें और मान्यताएं नरक चौदस को लेके : पहली मान्यता ये है की कार्तिक मास के चौदस को श्री कृष्ण से नरकासुर नाम के अत्याचारी और दुराचारी असुर का वध किया था और सोलह हजार एक सौ कन्याओं को नरकासुर के बंदी गृह से मुक्त कर उन्हें सम्मान प्रदान किया था।  Narak chaudas को लेके दूसरी मान्य...